फेक न्यूज, पेड न्यूज पर रहेगी पैनी नजर अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने डीआईपीआर के अधिकारियों के साथ की अहम बैठक

जयपुर 14 मार्च 2019। अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. जोगाराम ने कहा कि लोकसभा आम चुनाव-2019 में प्रिंट-इलेक्ट्रोनिक और सोशल मीडिया पर पेड न्यूज-फेक न्यूज, संदेहास्पद विज्ञापन और खबरों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। इसके लिए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के साथ समन्वय कर  कई कमेटियों का गठन भी कर दिया गया है।
डॉ. जोगाराम गुरुवार को लोकसभा आम चुनाव-2019 के लिए गठित मीडिया प्रकोष्ठ के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान पेड न्यूज एवं फेक न्यूज की मॉनीटिरिंग की जाएगी। उन्होंने उम्मीदवारों द्वारा प्रकाशित और प्रसारित विज्ञापनों से पूर्व प्रमाणीकरण, पेड न्यूज और फेक न्यूज को पहचानने और उससे जुड़े कानूनों के बारे में भी विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार को इलेक्ट्रोनिक मीडिया में विज्ञापन देने के लिए प्री-सर्टिफिकेशन अनिवार्य है। प्रिंट मीडिया में विज्ञापन देने के लिए प्री-सर्टिफिकेशन अनिवार्य नहीं है, पर समाचार पत्रों के ई-पेपर में प्रकाशित किए जाने वाले विज्ञापनों के लिए प्री-सर्टिफिकेशन अनिवार्य हैं।
अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में स्वतंत्र-निष्पक्ष-शांतिपूर्ण और समावेशी मतदान कराना विभाग की जिम्मेदारी है। इसी कड़ी में प्रदेश के सभी 33 जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में एमसीएमसी कमेटी का गठन किया जा रहा है। कमेटी का काम चुनाव की घोषणा के साथ ही शुरू हो गया है। कमेटी उम्मीदवारों द्वारा इलेक्ट्रोनिक, पिं्रट और सोशल मीडिया के जरिए प्रसारित समाचारों पर कड़ी निगरानी रखेगी।
इस दौरान चुनाव विभाग के ओएसडी श्री हरिशंकर गोयल ने अधिकारियों को फेक न्यूज, पेड न्यूज, एवं आदर्श आचार संहिता की पालना के लिए विभिन्न प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी।
अतिरिक्त निदेशक (सूजस) श्री पीपी त्रिपाठी ने कहा कि निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार विभाग स्तर पर विभिन्न कमेटियों का गठन कर दिया गया है तथा सभी कमेटियों ने कार्य भी आरंभ कर दिया है।
बैठक में संयुक्त निदेशक श्री अरुण जोशी, उप निदेशक सुश्री नर्मदा इंदौरिया, श्री मनमोहन हर्ष, श्री श्रवण मेहरड़ा सहित जनसंपर्क विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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