खसरा और रूबेला रोग के खिलाफ मिशन मोड में काम करेगा चिकित्सा विभाग -अतिरिक्त मिशन निदेशक, एनएचएम -शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, पंचायती राज विभाग, डवलपमेंट पार्टनर्स का रहेगा सहयोग

जयपुर, 12 अपे्रल। एनएचएम के अतिरिक्त मिशन निदेशक श्री एस.एल.कुमावत ने कहा है कि प्रदेशभर में खसरा रोग के एलिमिनेशन एवं रूबेला वायरस के नियंत्रण के लिए जुलाई माह के अंतिम सप्ताह से प्रारम्भ होने वाले एमआर टीकाकरण के वृहद अभियान में चिकित्सा विभाग, शिक्षा  विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायत राज विभाग सभी मिलकर मिशन मोड में काम करेंगे। देश के जिन 32 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में अब तक यह अभियान सफलता पूर्वक पूरा किया जा चुका है, उनके अनुभवों से सीखकर और हर स्तर की माइक्रो प्लानिंग के जरिए अभियान की सफलता सुनिश्चित की जाएगी।
श्री कुमावत गुरूवार को होटल द ललित में दो दिवसीय ‘स्टेट प्लानिंग वर्कशॉप एवं टे्रनिंग ऑफ टे्रनर्सः मीजल्स-रूबैला वैक्सीनेशन कैम्पेन’ विषयक कार्यशाला के समापन सत्र मेंं प्रतिभागियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देशभर में अब तक विभिन्न राज्यों में 30 करोड़ बच्चों को मीजल्स एवं रूबेला वेक्सीन दिया जा चुका है। अब राजस्थान की बारी है और यह बड़ी जिम्मेदारी है क्योंकि अभियान के अन्तर्गत प्रदेश के 9 माह से 15 वर्ष उम्र तक के ढाई करोड़ बच्चाें का वैक्सीनेशन किया जाना है। उन्होंने कहा कि सभी हितधारक विभागांंे एवं सभी डवपलपेंट पाटनर्स में इस अभियान के सम्बन्ध में हर स्तर पर नई समझ विकसित हुई है और सभी विभाग अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए संकल्पित हैंं।
शिक्षा विभाग के कमिश्नर श्री प्रदीप बोराड़ ने कहा कि अब अभियानों का स्वरूप काफी वृहद् हो चुका है। ऎसे में प्रवेशोत्सव, बाल सभाओं जैसे शिक्षा विभाग के नियमित आयोजनों के दौरान भी मीजल्स-रूबेला वेक्सीनेशन अभियान की जानकारी दी जा सकती है। संस्कृत शिक्षा के बच्चों और निजी विद्यालयों एवं उनमें पढने वाले बच्चों की सूचना भी शिक्षा विभाग द्वारा साझा की जाएगी। इसी प्रकार निदेशक, महिला एवं बाल विकास सुश्री सुषमा अरोड़ा ने भी विभाग द्वारा अभियान के दौरान किए जाने वाले सहयोग की जानकारी दी। परियोजना निदेशक टीकाकरण डॉ.एस.के.गर्ग ने एक पीपीटी प्रस्तुतीकरण के माध्यम से प्रतिभागियों को मीजल्स एवं रूबेला रोग, अभियान के दौरान बरते जाने वाली सावधानियों, माइक्रो प्लानिंग, अन्तर्विभागीय सहयोग के विविध पक्षों एवं सम्पूर्ण इम्यूनाइजेशन परिदृश्य की जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर ज्वाइंट सीईओ, भामाशाह श्री खुशाल यादव, टीएडी विभाग के प्रतिनिधि, परियोजना निदेशक बाल स्वास्थ्य डॉ.रोमिल सिंह, रीजनल टीम लीडर नॉर्थ, डब्ल्यूएचओ श्री पी.के.रॉय, यूएनडीपी के डॉ.अभय बोहरा, यूनिसेफ के डॉ.अनिल अग्रवाल, स्टेट कोल्डे चेन ऑफिसर डॉ.सौंधी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर अभियान की एक निर्देशिका का विमोचन भी किया गया।

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