डीबीएस बैंक ने जयपुर में खोली अपनी पहली शाखा

जयपुर, 28 नवंबर, 2019 – डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (डीबीआईएल) ने आज जयपुर में अपनी पहली शाखा की शुरुआत की। सहकार मार्ग, लाल कोठी स्थित यह शाखा विविध वित्तीय उत्पादों और सेवाओं के व्यापक पोर्टफोलियो के साथ छोटे और मध्यम व्यवसायों और रिटेल ग्राहकों की बढ़ती बैंकिंग जरूरतों को पूरा करेगी। इस वर्ष की शुरुआत में डीबीएस ने भारत में अपनी यात्रा के दौरान एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपने पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड (डीबीआईएल) की स्थापना की थी। डीबीआईएल के माध्यम से बैंक का लक्ष्य भारत में अपनी विकास योजनाओं में तेजी लाना और अधिक से अधिक पैमाना तय करना है।

डीबीएस, जिसे 2018 और 2019 में ‘बेस्ट बैंक इन द वल्र्ड’ के तौर पर नामित किया गया था, बैंकिंग के भविष्य को एक नया आकार देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। बैंक ने ग्राहकों के रोजमर्रा के जीवन में बैंकिंग को शामिल करने के लिए इसे उनके ईको सिस्टम का एक जरूरी हिस्सा बनाकर एंड-टू-एंड डिजिटाइज्ड समाधान डिजाइन किए हैं।

जयपुर में बैंक की पहली शाखा की शुरुआत के बारे में टिप्पणी करते हुए डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड के हैड- ब्रांच बैंकिंग एंड वैल्थ मैनेजमेंट-कंज्यूमर बैंकिंग श्री प्रियाशीष दास ने कहा, ‘‘जयपुर में अपनी पहली शाखा के उद्घाटन के साथ राजस्थान प्रदेश में अपनी बैंकिंग सेवाओं की पहुंच का विस्तार करते हुए हमें खुशी का अनुभव हो रहा है। जयपुर हमारी विस्तार संबंधी रणनीति का एक अभिन्न हिस्सा है और हम बाजार में अपने ग्राहकों के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। इनोवेशन और एंटरप्रेन्योरिशिप ईको सिस्टम को बढ़ावा देने के सरकार के प्रयासों के साथ ही शहर ने पिछले कुछ वर्षों में तेजी से परिवर्तन देखा है। बाजार आगे बढ़ने की ओर अग्रसर है, हम आगे आने वाली संभावनाआंे को लेकर बेहद आशावान हैं।‘‘

जयपुर में एसएमई को लेकर डीबीएस की योजनाआंे की जानकारी देते हुए डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड के हैड-बिजनैस बैंकिंग श्री सुदर्शन चारी ने कहा, ‘‘डीबीएस में हम स्थानीय कारोबार को और मजबूत बनाने और भारतीय एसएमई की विकास यात्रा में अपनी तरफ से योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अपने प्रस्तावो के माध्यम से हम व्यवसाय करने में आसानी को बढ़ाने और एसएमई को व्यापार विस्तार के अधिक से अधिक अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम बनाने का लक्ष्य रखते हैं। हमारी जयपुर शाखा के शुभारंभ के बाद अब हम अपनी मौजूदगी को और मजबूत करने और स्थानीय एसएमई की

बेहतर सेवा करने में सक्षम हो गए हंै। हमारा मानना है कि भारतीय एसएमई की बारीकियों के बारे में हमारी गहरी समझ और विश्व स्तर पर उद्यमों की सेवा करने की हमारी 50 साल की विरासत के कारण हम भविष्य के विकास के लिए मार्ग प्रशस्त करने में कामयाब हो सकेंगे।‘‘

व्यवसायों के लिए डीबीएस ने ऐसे साॅल्यूशंस तैयार किए हैं, जिनकी सहायता से व्यापार मालिकों के लिए बैंकिंग बेहद सरल और आसान प्रक्रिया हो गई है। इन साॅल्यूशंस में एक्सप्रेस खाता खोलना, डिजी व्यवसाय ऋण, व्यापार से संबंधित सेवाओं के लिए कलैक्शन साॅल्यूशंस की एक श्रृंखला और उनकी अन्य लेनदेन जरूरतों के लिए आवश्यक समाधान शामिल हैं। इससे पहले, डीबीएस ने 2017 में टैली सॉल्यूशंस के साथ साझेदारी की थी। इस साझेदारी के तहत डीबीएस ने एसएमई के लिए सुविधाजनक जीएसटी भुगतान और लेखांकन प्रक्रियाओं को सक्षम करने के लिए अपनी तरह का अनूठा बैंकिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था।

2016 में, डीबीएस ने भारत का पहला संपूर्ण डिजिटल बैंक- डिजीबैंक लॉन्च किया, जिसका उद्देश्य बैंकिंग संबंधी सभी सुविधाएं एक स्मार्टफोन में जुटाना था। अपने लॉन्च के बाद से डिजीबैंक ने 2.5 मिलियन ग्राहकों को अपने साथ जोड़ा है। बचत खातों के अलावा, डिजीबैंक अनसिक्योर्ड लोन भी प्रदान करता है और विभिन्न फंड हाउसों में म्यूचुअल फंड निवेश के लिए कागजरहित प्रक्रिया की पेशकश करने वाला पहला बैंक है।

एशिया के प्रमुख बैंकिंग गंतव्यों में से एक के रूप में डीबीएस ‘डीबीएस ट्रेजर्स‘ के माध्यम से सेवाओं और धन समाधानों का एक आकर्षक बुके प्रदान करता है। इसमें ग्लोबल इंडियंस के लिए वैश्विक स्तर पर खाता खोलने की त्वरित सेवाएं शामिल हैं। साथ ही, एक आॅल-इन-वन डिजिटल बैंकिंग और वैल्थ मैनेजमेंट प्लेटफाॅर्म, रेमिंटेंस संबंधी सेवाएं और वैश्विक यात्रा और चिकित्सा सहायता कार्यक्रम, विदेशी शिक्षा परामर्श और प्राॅपर्टी मैनेजमेंट सर्विसेज सहित 40 से अधिक विशिष्ट सेवाएं भी सम्मिलित हैं।

डीबीएस के बारे में
सिंगापुर में सूचीबद्ध और मुख्यालय वाला डीबीएस ग्रुप एशिया में एक अग्रणी वित्तीय सेवा समूह है, जिसकी 18 देशों में शाखाएं हैं। बैंक की ‘एए-’, और ‘एए1’ क्रेडिट रेटिंग दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। डीबीएस बैंक ने अपना पहला कार्यालय 1994 में मुंबई में खोला था और इस तरह बैंक पिछले 25 वर्षों से भारत में अपने कार्य का संचालन कर रहा है।
डीबीएस बैंक इंडिया लिमिटेड भारत में बड़े विदेशी बैंकों में से एक है, जिसने एक अग्रणी वैश्विक बैंक की स्थानीय रूप से निगमित सहायक कंपनी के रूप में पूर्ण रूप से परिचालन शुरू किया। डीबीएस भारत में बड़े, मध्यम और छोटे उद्यमों और व्यक्तिगत उपभोक्ताओं के लिए बैंकिंग सेवाओं की पूरी श्रृंखला प्रदान करता है। 2016 में डीबीएस ने भारत का पहला, मोबाइल-ओनली बैंक – डिजीबैंक लॉन्च किया था, जिसके अब 2.5 मिलियन से अधिक ग्राहक हैं। वर्तमान में 20 शहरों में मौजूद, बैंक

पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी में परिवर्तित होने के बाद से पूरे भारत में अपनी उपस्थिति को बढ़ा रहा है। बैंक का इरादा मौजूदा शहरों के साथ-साथ 100 से अधिक ग्राहक टचपॉइंट्स के साथ नए स्थानों पर अपनी मौजूदगी बढ़ाने का है।

अपने वैश्विक नेतृत्व के लिए मशहूर डीबीएस को यूरोमनी की ओर से ‘वल्ड्र्स बेस्ट बैंक’, बैंकर की ओर से ‘ग्लोबल बैंक ऑफ द ईयर’ और ग्लोबल फाइनेंस द्वारा ‘बेस्ट बैंक इन द वल्र्ड’ कहा गया है। बैंकिंग के भविष्य को आकार देने के लिए बैंक डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने में सबसे आगे है, जिसे यूरोमोनी की ओर से ‘वल्र्ड बेस्ट डिजिटल बैंक’ का नाम दिया गया है। इसके अलावा, 2009 से 2018 तक लगातार दस वर्षों के लिए ग्लोबल फाइनेंस की ओर से डीबीएस को ‘सेफेस्ट बैंक ऑफ एशिया’ का अवॉर्ड भी दिया गया है।

डीबीएस ग्राहकों के साथ स्थायी संबंध बनाने और सामाजिक उद्यमों के समर्थन के माध्यम से समुदायों में सकारात्मक रूप से प्रभावित करने के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि यह एशिया भर में ग्राहकों और बाजारों को जोड़ता है। डीबीएस ग्रुप का फाउंडेशन एशिया के सभी प्रमुख बाजारों में सामाजिक उद्यमों के साथ मिलकर काम करता है।

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