बैंक ऑफ बड़ौदा ने एक्टिव बिजनेस काॅरस्पाॅन्डेंट्स के लिए विशेष कोविड- 19 पैकेज का एलान किया

Edit-Rashmi Sharma

जयपुर 25 अप्रेल 2020ः बैंक ऑफ बड़ौदा ने कोविड- 19 महामारी के मद्देनजर अपने बिजनेस कॉरस्पॉन्डेंट्स (बीसी) को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराते हुए उन्हें 10 लाख रुपए का एक्स-ग्रेशिया वेलफेयर सपोर्ट और 60,000 रुपए का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने का एलान किया है।

इसके अलावा, स्वच्छता और सुरक्षा के रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए बैंक बीसी पाॅइंट्स को सेनिटाइज करने और मास्क आदि के उपयोग के लिए भी अतिरिक्त सहायता प्रदान कर रहा है। इस सहायता के पहले भाग के रूप में प्रत्येक सक्रिय और कार्यात्मक बीसी को अप्रैल 2020 के महीने में 2000 रुपए प्रदान किए गए हैं। अगले महीने भी प्रत्येक सक्रिय और कार्यात्मक बीसी को स्वच्छता रखरखाव के लिए 1000 रुपए प्रदान किए जाएंगे।

इसके अलावा, बैंक बीसी को प्रोत्साहन के रूप में 30 जून 2020 तक अपनी सेवाओं को 10.00 बजे से शाम 5.00 बजे तक बढ़ाने के लिए प्रति कार्य दिवस 100 रुपए की राशि प्रदान करेगा। यह प्रावधान न्यूनतम 40 लेनदेन करने पर लागू होगा और जहां स्थानीय स्तर पर प्रतिबंध लगाए गए हैं, वहां यह प्रावधान लागू नहीं होगा।

इस पहल के बारे में जानकारी देते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा के कार्यकारी निदेशक श्री विक्रमादित्य सिंह खिंची ने कहा, ‘‘बिजनेस कॉरस्पॉन्डेंट्स दरअसल हमारे ही परिवार का एक जरूरी हिस्सा हैं और इन दिनों आर्थिक मोर्चे पर कोविड -19 के खिलाफ हमारी लड़ाई में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वे भारत के जनसमूह से जुड़े हुए हैं और पीएम गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई), पीएम किसान सम्मान निधि योजना, पेंशन आदि योजनाओं के तहत सरकार के वित्तीय पैकेज का लाभ लोगों तक पहुंचाने में बैंक के प्रयासों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वर्तमान चुनौतीपूर्ण समय को देखते हुए वे बहुत मेहनत के साथ काम कर रहे हैं और इस बात के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं कि लाभार्थियों तक समय पर धनराशि पहुंचे। ‘कोरोना वारियर्स‘ के रूप में उनकी प्रतिबद्धता और सेवाओं को स्वीकार करते हुए बैंक ऑफ बड़ौदा ने उनके हितों की रक्षा और उनके कल्याण के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय किए हैं। हालांकि हम उनकी बेहतरी की कामना करते हैं, फिर भी बैंक ने उनकी वित्तीय सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं। कोविड -19 के कारण बीसी के जीवन को क्षति होने के मामले में नामित व्यक्ति को 10.00 लाख रुपए के एक्स-ग्रेशिया का भुगतान किया जाएगा। इसके अलावा, प्रत्येक सक्रिय बीसी को 60,000 रुपए के स्वास्थ्य बीमा की सुविधा और साथ ही स्वच्छता रखरखाव के लिए राशि और प्रति कार्य दिवस 100 रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।‘‘

बैंक ऑफ बड़ौदा के बारे में
20 जुलाई, 1908 को स्थापित बैंक ऑफ बड़ौदा (‘‘बैंक‘‘) सरकारी स्वामित्व वाला बैंकिंग और वित्तीय सेवा संगठन है, जिसका मुख्यालय वड़ोदरा (जिसे पहले बड़ौदा के नाम से जाना जाता था), भारत में है।
बैंक ऑफ बड़ौदा भारत का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है, जिसकी देशभर में एक मजबूत घरेलू उपस्थिति है। बैंक के वितरण नेटवर्क में 9,500 से अधिक शाखाएं, 13,400 से अधिक एटीएम और 1,200 से अधिक सेल्फ-सर्विस ई-लॉबी शामिल हैं। 21 देशों में फैले 100 शाखाओं/सहायक कार्यालयों के नेटवर्क के साथ बैंक की एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति है। बैंक के पास पूरी तरह से स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां हैं, जिनमें बाॅब फाइनेंशियल सॉल्यूशंस लिमिटेड (पूर्ववर्ती बाॅब कार्ड्स लिमिटेड), बाॅब कैपिटल मार्केट्स और बाॅब एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड शामिल हैं। बीमा क्षेत्र में भी बैंक ऑफ बड़ौदा का संयुक्त उद्यम- इंडिया फस्र्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी है। नैनीताल बैंक में बैंक आॅफ बड़ौदा का 98.57 प्रतिशत हिस्सा है। बैंक ने तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों अर्थात बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक, बड़ौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक और बड़ौदा गुजरात ग्रामीण बैंक को भी प्रायोजित किया है।

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