दसॉल्‍ट सिस्‍टम्‍स ने ”द वर्ल्‍ड आफ्टर – फ्रॉम थिंग्‍स टू लाइफ” वर्चुअल इवेंट के दौरान लाइफ साइंसेज इंडस्‍ट्री में नवाचार प्रदर्शित किया

Edit-Rashmi Sharma

जयपुर 24 जून 2020 —दसॉल्‍ट सिस्‍टम्‍स (Euronext Paris: #13065, DSY.PA) ने आज ‘द वर्ल्‍ड आफ्टर: फ्रॉम थिंग्‍स टू लाइफ 2020’ वर्चुअल इवेंट आयोजित किया। इस अनूठे वर्चुअल कॉन्‍फ्रेंस में भारत में लाइफ साइंसेज इंडस्‍ट्री की अपार संभावना के बारे में गहन विचार प्रकट किये गये। फार्मास्‍यूटिकल, बायोटेक एवं मेडिकल डिवाइस कंपनियों, और पेशेंट केयर सेक्‍टर के सामने खड़ी वर्तमान चुनौतियों की गहरी समझ के साथ, दसॉल्‍ट सिस्‍टम्‍स यह सम्‍मेलन आयोजित किया। नई औषधियों व दवाओं की खोज की गति बढ़ाने और संपूर्ण, बेहतरीन मरीज एवं चिकित्‍सकोन्‍मुखी अनुभव प्रदान करने में सहायता हेतु कंपनी की वचनबद्धता के अनुरूप इसे आयोजित किया गया।

”द वर्ल्ड आफ्टर – फ्रॉम थिंग्स टू लाइफ” भारत में लाइफ साइंसेज इंडस्‍ट्री में बदलाव लाने व इसे डिजिटल बनाने पर केंद्रित रहा, जिसकी व्यापार प्रक्रियाओं और विनिर्माण परिचालन में महत्‍वपूर्ण रूप से बदलाव हो रहे हैं, ताकि इसे अधिक कुशल व अनुकूलनीय बनाया जा सके। नियामक ढांचों का पालन करते हुए, मूल्‍य श्रृंखला में परिवर्तन के जरिए नयापन लाने की कोशिश जोरों पर है, ज्ञान को पूंजीकृत किया जा रहा है और महत्‍वपूर्ण योजनाएं बनायी जा रही हैं। साथ ही, अत्‍याधुनिक व उन्‍नत तकनीकी सामाधान तलाशे और उपयोग में लाये जा रहे हैं।

लाइफ साइंसेज इंडस्‍ट्री की व्यावसायिक चुनौतियों के हल के लिए, दसॉल्‍ट सिस्‍टम्‍स ने 3DEXPERIENCE प्लेटफॉर्म के आधार पर “लाइसेंस टू क्‍योर बायोफार्मा,” “वन लैब,” और “एक्‍सेलरेटेड डिवाइस” उद्योग समाधान अनुभवों को प्रदर्शित किया। वर्चुअल इवेंट के दौरान, लाइफ साइंसेज इंडस्‍ट्री से जुड़े कई वैश्विक और स्थानीय विशेषज्ञों और स्टार्टअप्स ने अपने अनुभव साझा किये।

इवेंट के फार्मा सेगमेंट में फार्मास्युटिकल उद्योग में डिजिटल निरंतरता, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से औषधि विकास प्रक्रिया में क्रांति लाने, SARS-CoV-2 मुख्य प्रोटीज इनहिबिटर के डिजाइन व विकास और जानकारी का उपयोग कर बाजार में इसे शीघ्र उपलब्‍ध कराने जैसे विषयों पर चर्चा हुई। फार्मा तथा बायो-फार्मा कंपनियां एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म की ओर बढ़ रही हैं जिससे औषधि शोध व अनुसंधान बढ़ाने वाले पारिस्थितिक तंत्र – शोध, विकास, निर्माण व गुणवत्‍ता और अनुपालन में मदद मिले। आईपीसीए लेबोरटरीज के सीआईओ, अशोक नायक ने कहा, ”गुणवत्‍ता नियंत्रण समाधान हेतु दसॉल्‍ट सिस्‍टम्‍स के समाधान से डेटा इनपुट ट्रांसक्रिप्‍शन में भारी कमी आई, और सत्‍यता प्रमाणन प्रयासों से लैब की संपूर्ण उत्‍पादकता में वृद्धि हुई।”

कार्यक्रम में मौजूद पेशेंटकेयर सेगमेंट ने एआई का उपयोग कर मस्तिष्‍क एवं थिरेप्‍योटिक स्टिम्‍यूलेशंस की क्रियात्‍मक गतिकी को समझने हेतु चिकित्‍सा उपकरणों की प्रभावकारित व सुरक्षा, स्टिम्‍यूलेशन-ड्रिवेन न्‍यू प्रोडक्‍ट डेवलपमेंट (एनपीडी) को अनुकूल बनाने हेतु ”इन-सिलिको इन हेल्‍थकेयर” के बारे में चर्चा की। मरीजों हेतु बेहतर परिणाम और स्टिम्‍यूलकेशन तकनीकों द्वारा इंटरमिटेंट ट्रीटमेंट से लगातार इंगेजमेंट पर जोर देने के साथ, मरीजों के देखभाल के क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। सहजानंद मेडिकल टेक्नोलॉजीज के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी, डॉ. रामानन लक्ष्मीनारायण ने कहा, “मल्टीफ़िज़िक्स सिमुलेशन क्षमताओं ने न्यूनतम इनवेसिव कोरोनरी स्टेंट सिस्टम और उनके लाइफ व प्रदर्शन को बेहतर बनाने में स्वदेशी शोध एवं अनुसंधान से मदद मिली है।”  इवेंट में चिकित्सा उपकरण खंड ने नवीन चिकित्सा उपकरणों के बाजार में तेजी पर प्रकाश डाला, और निदान खंड में अपनाए गए प्रमुख प्रौद्योगिकी समाधान के बारे में चर्चा की। चिकित्सा उपकरण निर्माता मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल डिज़ाइन, सिमुलेशन, उत्पाद डेटा प्रबंधन (पीडीएम) और तकनीकी संचार, और एकीकृत उत्पाद विकास प्लेटफार्मों के लिए बिंदु समाधानों से दूर जा रहे हैं ताकि उत्पाद को बाजार में तेजी से पेश किया जा सके और समग्र प्रदर्शन और विश्वसनीयता में सुधार हो सके। स्‍कैनरे के प्रबंध निदेशक, विश्वप्रसाद अल्वा ने कहा, “मेडिकल डिवाइस निर्माताओं को विनिर्माण, उत्पाद वितरण, आपूर्ति श्रृंखला इत्यादि में आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिए डिजिटल तकनीक को अपनाना होगा, जिसका इस्तेमाल अतीत में एक विकल्प के रूप में किया जाता था; अब बाजार में टिकने और नयापन लाने की जरूरत है।”

“द वर्ल्ड आफ्टर – फ्रॉम थिंग्‍स टू लाइफ” में 3DEXPERIENCE प्‍लेग्राउंड भी दिखाया गया है, जिसमें उद्योग के अग्रणी ब्रांडों जैसे सॉलिडवर्क्‍स, बायोविया और सिमूलिया जैसे अग्रणी ब्रांड्स ने लाइफ सांइेसज इंडस्‍ट्री में लागू होने वाले इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और डेटा एनालिटिक्स के वर्चुअल अनुभव व तकनीकी प्रदर्शन किये।

भारत में दसॉल्ट सिस्टम्स के प्रबंध निदेशक, दीपक एनजी ने कहा, ”हम भारत में जीवन विज्ञान उद्योग में विकसित होने वाले सभी नए अवसरों के पीछे एक उत्प्रेरक और प्रौद्योगिकी के प्रति उत्साही होने का इरादा रखते हैं। हम इंजीनियरिंग में विज्ञान और विशेषज्ञता से पैदा हुए हैं। हम चिकित्सा उपकरणों के निर्माण के क्षेत्र में चिकित्सा विज्ञान और इंजीनियरिंग को पाटना चाहते हैं, दवा उपचार, खोज और विनिर्माण के लिए 3DEXPERIENCE प्लेटफ़ॉर्म पर वैज्ञानिक अनुप्रयोगों की पेशकश करते हुए, उपचारों का अनुकरण करते हैं। इस साल की शुरुआत में, दसॉल्ट सिस्टम्स ने चीजों से जीवन तक पर अधिक जोर देते हुए आने वाले वर्षों के लिए अपनी रणनीतिक दिशा की घोषणा की। हम लोगों के उपचार और उन्‍हें बेहतर जीवन जीने में मदद करना चाहते हैं।”

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