एनपीसीआई ने मनाई डिजिटल इंडिया दिवस की 5 वीं वर्षगांठ

Edit-Rashmi Sharma

जयपुर 02 जुलाई 2020 – एनपीसीआई डिजिटल इंडिया दिवस की 5 वीं वर्षगांठ मना रहा है। डिजिटल इंडिया अभियान की शुरुआत भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के दृष्टिकोण के साथ की गई थी और आज टैक्नोलाॅजी का लाभ उठाकर लोगों के लिए इसे और अधिक सुलभ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस ईको सिस्टम में अपने भागीदारों के साथ एनपीसीआई वित्तीय समावेशन की दिशा में लगातार काम कर रहा है और भारतीय उपभोक्ताओं की मानसिकता में एक परिवर्तनशील बदलाव लाने के लिए भुगतान से संबंधित प्रक्रिया में क्रांति ला रहा है।

एनपीसीआई के चीफ डिजिटल आॅफिसर आरिफ खान ने इस अवसर पर कहा, ‘‘डिजिटल इंडिया दिवस की 5 वीं वर्षगांठ को रेखांकित करना अपने आप में एक शानदार एहसास है। डिजिटल साक्षरता में सुधार लाने और भारतीय आबादी के बीच डिजिटल भुगतान के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सरकार, आरबीआई और पूरे डिजिटल भुगतान क्षेत्र की संयुक्त पहल कुछ उत्कृष्ट परिणाम दिखा रही है – इसी का नतीजा है कि आज लोग डिजिटल लेनदेन को तेजी से अपना रहे हैं। एनपीसीआई में हम यह देखकर खुशी का अनुभव करते हैं कि हमारे अभिनव प्रस्तावों और साझेदारियों ने डिजिटल परिदृश्य के विकास को एक नई रफ्तार दी है।‘‘

देश में डिजिटल वित्तीय समावेशन को बेहतर बनाने की पहल के तहत एनपीसीआई ने एआई आधारित चैटबोट, पीएआई को लॉन्च किया है, ताकि फास्टैग, रूपे, यूपीआई, एईपीएस और इसी प्रकार के अपने अन्य अपने उत्पादों के बारे में वास्तविक समय के आधार पर जागरूकता पैदा की जा सके। उपयोगकर्ताओं को एनपीसीआई उत्पादों की सटीक जानकारी तक पहुंच प्रदान करने के लिए पीएआई चैबीसों घंटे उपलब्ध है।

एनपीसीआई की दृष्टि हमेशा वित्तीय और भुगतान प्रणाली की अखंडता, दक्षता, समावेशिता और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए रही है। स्वदेशी स्तर पर तैयार रूपे आज एक विश्वसनीय घरेलू नाम बन गया है, जो समाज के सभी वर्गों की जरूरतों को पूरा करता है। रूपे को इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के उपयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ वित्तीय समावेशन के विचार का विस्तार करने के लिए तैयार किया गया था। 1100 से अधिक बैंकों द्वारा जारी रूपे कार्ड की वर्तमान में भारत में कार्ड लेनदेन में 33 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी है। पिछले साल, रूपे ने भूटान और सिंगापुर के बाद यूएई में अपना तीसरा अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया।

एनपीसीआई का एक अन्य प्रमुख उत्पाद एईपीएस देश में वित्तीय समावेशन को गति देने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। इसका उद्देश्य सुरक्षित और निरापद तरीके से बैंकों में अंतर-संचालन को सुविधाजनक बनाना है। हाल के दौर में एईपीएस पर लेन-देन ऐतिहासिक ऊँचाइयों तक पहुँचता रहा क्योंकि सरकार अपने कोविड -19 राहत पैकेज के तहत नकद राशि को हस्तांतरित करने के लिए इसी प्लेटफाॅर्म का उपयोग कर रही है।

एनपीसीआई के लिए पिछले कुछ वर्ष भुगतान समाधानों का एक विकसित मजबूत नेटवर्क बनाने के लिहाज से अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं। एनपीसीआई के प्रमुख फोकस क्षेत्रों में से एक ‘यूपीआई चलेगा‘ अभियान था, जिसे पेमेंट ईकोसिस्टम के भागीदारों के साथ इस तरह तैयार किया गया था, ताकि लोगों के रोजमर्रा के जीवन में बदलाव को संभव बनाया जा सके और वे अधिक संख्या में यूपीआई का इस्तेमाल कर सकें। इस अभियान के तहत बनाई गई माइक्रोसाइट न्च्प्बींसमहंण्बवउ अभी भी ग्राहकों को यूपीआई भुगतान के बारे में विस्तार से जानने में मदद कर रही है।

भारत में भुगतान परिदृश्य को बदलने और शहरी गतिशीलता को बदलने के लिए एनसीएमसी (नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड) लॉन्च किया गया था। रूपे ने इन मोबिलिटी कार्ड को जारी करने के लिए विभिन्न बैंकों के साथ साझेदारी की है। आवागमन की बढ़ती जरूरतांे और देश में बड़े पैमाने पर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में देखी गई दक्षता में वृद्धि के कारण अधिक संख्या में लोगों ने डिजिटल भुगतान को अपनाया है। वर्तमान में अनेक स्थानों पर स्मार्ट सिटी परियोजनाओं का काम चल रहा है और इस क्षेत्र की अपेक्षित वृद्धि एनसीएमसी-रूपे संपर्क रहित कार्ड को बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी। पूरे देश में टोल फ्रेमवर्क के लिए एक एकीकृत प्रणाली बनाने के प्रयास में एनईटीसी (नेशनल इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन) फास्टैग ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई – खासकर जब इसे 15 दिसंबर, 2019 से सभी वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया था। कैश हैंडलिंग और लेनदेन में दक्षता के साथ-साथ टोल नाकों पर लगने वाली लंबी कतारों से लोगों को मुक्ति मिल रही है और इस तरह फास्टैग यात्रियों की परेशानियों को कम करने में मदद कर रहा है।

लाॅयल्टी रिवाॅर्ड्स सेगमेंट को एक नया आयाम प्रदान करने के उद्देश्य से एनपीसीआई अपने स्वयं के ओमनी-चैनल मल्टी-ब्रांडेड लॉयल्टी प्लेटफॉर्म की शुरुआत कर रहा है, जिसे ‘एनटीएच रिवार्ड्स‘ नाम दिया गया है। यह विशिष्ट लाॅयल्टी रिवाॅर्ड्स प्लेटफाॅर्म उपयोगकर्ताओं को विभिन्न बैंक लेनदेन के माध्यम से ’एनटीएच’ अंक अर्जित करने और विभिन्न दिलचस्प उत्पादों, ई-वाउचर, योगदान, होटल और फ्लाइट बुकिंग पर तेजी से रिडीम करने की अनुमति देता है। बैंक ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने और उन्हें बनाए रखने के उद्देश्य से ‘एनटीएच रिवार्ड्स’ अधिकतम खरीद विकल्पों पर रिवार्ड पॉइंट्स की आसान कमाई और इंस्टेंट रिडीम की सुविधा प्रदान करता है।

अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने में फिनटेक स्टार्ट-अप का योगदान महत्वपूर्ण है और इसलिए एनपीसीआई स्थापित वित्तीय संस्थाओं और स्टार्ट-अप के बीच की खाई को दूर करने के लिए एक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करना चाहता है। एनपीसीआई फिनटेक कंपनियों और राज्य सरकारों के साथ कई एक्सीलरेटर प्रोग्राम्स का हिस्सा रहा है, जिनके माध्यम से फाइनेंशियल इनक्लूजन, पब्लिक पेमेंट इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में तकनीकी प्रोटोटाइप का प्रदर्शन करने के लिए तकनीकी नवप्रवर्तकों को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया जाता है। हाल ही में एनसीपीआई ने टी-हब, हैदराबाद के परिसर में एक इनोवेशन लैब – टीएक्सएनएनएक्सटी हब स्थापित किया है। यह नई सुविधा स्टार्टअप को डिजिटल भुगतान में नवीनतम तकनीकी प्रगति का उपयोग करने में सक्षम करेगी।

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