वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में आईडीबीआई बैंक के नेट प्रॉफ़िट में 125 प्रतिशत की वृद्धि, 324 करोड़ रुपए पर

Editor-Manish Mathur

जयपुर 26 अक्टूबर 2020-     वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही (30 सितंबर, 2020 को समाप्त तिमाही) के वित्तीय परिणाम

प्रमुख हाइलाइट्स

         वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में बैंक का नेट प्राॅफिट रहा 324 करोड़ रुपए, जबकि वित्तीय वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 3,459 करोड़ रुपए का नेट लाॅस था।

         वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में बैंक का प्राॅफिट बिफोर टैक्स (पीबीटी) 665 करोड़ रुपए रहा, वित्तीय वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में लाॅस बिफोर टैक्स ािा 4,632 करोड़ रुपए।

         क्यू2 एफवाय 2021 के लिए परिचालन लाभ 1,246 करोड़ रुपए, 23 फीसदी की सालाना वृद्धि

         क्यू2 एफवाय 2021 के लिए एनआईआई 1,695 करोड़ रुपए, 4 प्रतिशत की सालाना वृद्धि

         क्यू2 एफवाय 2021 के लिए एनआईएम 2.70 प्रतिशत, सालाना 37 बीपीएस की बढ़ोतरी

         सीएएसए रेशियो 48.33 प्रतिशत पर, सालाना 346 बीपीएस की वृद्धि

         नेट एनपीए 2.67 प्रतिशत पर, सीआरएआर 13.67 प्रतिशत पर

         पीसीआर 95.96 प्रतिशत पर

परिचालन निष्पादन

ऽ          वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के लिए शुद्ध लाभ 324 करोड़ रुपए, क्यू2 एफवाय 2020 में 3,459 करोड़ रुपए के नुकसान की तुलना में। क्यू2-2021 के लिए शुद्ध लाभ में 125 प्रतिशत का सुधार, क्यू1-2020 में यह राशि थी 144 करोड़ रुपए।

ऽ          क्यू2-2021 के लिए पीबीटी में सुधार, 665 करोड़ रुपए पर, क्यू2-2020 में 4,632 करोड़ रुपए के घाटे की तुलना में। क्यू2-2021 के लिए पीबीटी में 52 प्रतिशत का सुधार, क्यू1-2021 में यह 438 करोड़ रुपए था।

ऽ          वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के लिए परिचालन लाभ, 23 फीसदी सुधर कर 1,246 करोड़ रुपए हो गया, जो कि वित्तीय वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही में 1,009 करोड़ रुपए था।

ऽ          शुद्ध ब्याज आय वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के लिए 4 फीसदी सुधर कर 1,695 करोड़ रुपए हो गई जबकि वित्तीय वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही के लिए यह 1,631 करोड़ रुपए थी।

ऽ          शुद्ध ब्याज मार्जिन वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के लिए 37 बीपीएस सुधर कर 2.70 फीसदी हो गया, वित्तीय वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही के 2.33 फीसदी की तुलना में।

ऽ          काॅस्ट आॅफ डिपाॅजिट, वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के लिए 76 बीपीएस सुधर कर 4.41 फीसदी हो गया, वित्तीय वर्ष 2020 की दूसरी तिमाही के लिए यह 5.17 फीसदी था।

ऽ          काॅस्ट आॅफ फंड्स वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के लिए 80 बीपीएस सुधर कर 4.73 प्रतिशत पर, क्यू2-2020 में यह 5.53 प्रतिशत थी।

ऽ          कुल आय में गैर-ब्याज आय के हिस्से में 18.61 प्रतिशत सुधार, क्यू2-2020 में यह 16.57 प्रतिशत थी।

ऽ          वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के लिए काॅस्ट टू नेट इनकम रेशियो में 54.96 प्रतिशत सुधार, क्यू2-2020 में यह 62.11 प्रतिशत थी।

कारोबार में वृद्धि

ऽ          30 सितंबर 2020 के अनुसार सीएएसए में 1,08,217 करोड़ रुपए की वृद्धि, 30 सितंबर 2019 को यह 1,04,027 करोड़ रुपए था।

ऽ          30 सितंबर 2020 के अनुसार कुल डिपाॅजिट्स में सीएएसए का शेयर सुधरकर 48.33 फीसदी हुआ, जबकि 30 सितंबर 2019 को यह 44.87 फीसदी था।

ऽ          एडवांस पोर्टफोलियो कॉर्पोरेट बनाम रिटेल की संरचना 30 सितंबर 2020 को 42ः58 के अनुसार की गई, जबकि 30 सितंबर 2019 तक यह 47ः53 थी।

एसेट क्वालिटी

ऽ          30 सितंबर 2020 को सकल एनपीए का अनुपात 25.08 फीसदी था, जबकि 30 सितंबर 2019 को 29.43 फीसदी और 30 जून 2020 को 26.81 फीसदी था।

ऽ          नेट एनपीए अनुपात 30 सितंबर, 2020 को सुधर कर 2.67 फीसदी हो गया, जबकि 30 सितंबर 2019 को यह 5.97 फीसदी था और 30 जून 2020 को यह 3.55 फीसदी था।

ऽ          प्रावधान कवरेज अनुपात (तकनीकी राइट-ऑफ सहित) 30 सितंबर, 2020 को सुधर कर 95.96 फीसदी हो गया, 30 सितंबर 2019 को यह 91.25 फीसदी था और 30 जून, 2020 को यह 94.71 फीसदी था।

पूंजी

ऽ          टियर 1 पूंजी 30 सितंबर, 2020 को सुधरकर 11.06 फीसदी थी, जबकि 30 सितंबर, 2019 को यह 9.52 फीसदी थी।

ऽ          30 सितंबर, 2020 को सीआरएआर सुधरकर 13.67 प्रतिशत, जबकि 30 सितंबर, 2019 को यह 11.98 फीसदी थी।

ऽ          30 सितंबर, 2020 को रिस्क वेटेड एसेट्स (आरडब्ल्यूए) 6.27 फीसदी घटकर 1,57,323 करोड़ की हो गई, जबकि 30 सितंबर, 2019 को यह 1,67,842 करोड़ की थी। क्रेडिट रिस्क वेटेड एसेट्स 6 प्रतिशत घटकर 1,28,087 करोड़ रुपए पर, जबकि 30 सितंबर 2019 को यह 1,36,789 करोड़ रुपए थी।

कोविड- 19 का प्रभाव

ऽ          आरबीआई के कोविड- 19 से संबंधित दिशा-निर्देशों के अनुसार, बैंक ने 1 मार्च, 2020 और 31 अगस्त, 2020 (स्थगन अवधि) के बीच की किस्तों और ब्याज के भुगतान को स्थगित कर दिया था। यह स्थगन 29 फरवरी, 2020 तक पात्र उधारकर्ताओं को मानक के रूप में वर्गीकृत करते हुए पुनर्गठन के बिना उन पर विचार करने के साथ ही लागू किया गया था। बैंक ने मार्च 2020 तिमाही में कोविड- 19 से संबंधित 247 करोड़ रुपए और जून 2020 तिमाही में 189 करोड़ रुपए का प्रावधान किया। 30 सितंबर, 2020 तक कोविड- 19 से संबंधित कुल प्रावधान 436 करोड़ रुपए का रहा। बैंक ने आरबीआई के दिशानिर्देशों मंे उल्लिखित न्यूनतम आवश्यक प्रावधानों से भी अधिक प्रावधान किए।

ऽ          आरबीआई ने कोविड- 19 से संबंधित मामलों के लिए 6 अगस्त, 2020 के परिपत्र के माध्यम से रिजॉल्यूशन फ्रेमवर्क प्रदान किया है। बैंक ने एक विवेकपूर्ण उपाय के रूप में 270 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जो कि रिजॉल्यूशन फ्रेमवर्क के तहत मामलों के पुनर्गठन के लिए अपेक्षित प्रावधान के अनुरूप है।

ऽ          गजेन्द्र शर्मा बनाम यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और एएनआर की पीआईएल के मामले में 3 सितंबर, 2020 को सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश के बाद, बैंक ने किसी भी ऐसे उधारकर्ता खाते को एनपीए के रूप में वर्गीकृत नहीं किया है, जिसे 31 अगस्त, 2020 तक एनपीए के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया था। हालांकि, बैंक ने मानक परिसंपत्तियों के प्रावधान के तहत इसके लिए प्रोविजन किया है। यदि बैंक ने 31 अगस्त, 2020 के बाद उधारकर्ता खातों को एनपीए के रूप में वर्गीकृत किया है, तो बैंक का प्रोफार्मा ग्रोस एनपीए रेशियो और प्रोफार्मा नेट एनपीए रेशियो क्रमशः 25.20 प्रतिशत और 2.81 प्रतिशत होगा।

क्यू2 एफवाय 2021 के दौरान महत्वपूर्ण विकास

ऽ          आईडीबीआई बैंक ने 15 अक्टूबर, 2020 को व्हाट्सएप पर 24/7 बैंकिंग सेवा शुरू की है।

ऽ          आईडीबीआई बैंक ने रीडर्स डाइजेस्ट ट्रस्टेड ब्रांड, 2020 नामक उपभोक्ता सर्वेक्षण में निजी श्रेणी के बैंकों में ट्रस्टेड ब्रांड अवार्ड हासिल किया।

ऽ          बैंक ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट “idbibankofficial” को लॉन्च करते हुए सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति को और बढ़ा दिया।

ऽ          आईडीबीआई बैंक ने बेंगलुरू, हैदराबाद और नई दिल्ली में अपनी मौजूदा शाखाओं की रीमॉडलिंग करके ‘आईडीबीआई स्वर्णकलश‘ के रूप में ब्रांडेड छह विशेष गोल्ड लोन शाखाएं शुरू करने की घोषणा की।

ऽ          आईडीबीआई बैंक ने अपने संयुक्त उद्यम बीमा शाखा, आईडीबीआई फेडरल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (आईएफएलआई) में 27 प्रतिशत हिस्सेदारी अन्य संयुक्त भागीदारों एज इंश्योरेंस इंटरनेशनल एनवी और द फेडरल बैंक लिमिटेड को बेचने के लिए एक समझौते को क्रियान्वित किया है।

ऽ          आईडीबीआई बैंक आईएफटीएएस (भारतीय रिजर्व बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी) के एसएफएमएस प्लेटफॉर्म पर आईडीबीआई इंटेक लिमिटेड द्वारा विकसित अपने मिडलवेयर एप्लिकेशन i@Connect-SFMS (CSFMS) पर लेटर ऑफ क्रेडिट (एलसी)/बैंक गारंटी (बीजी) संदेशों के साथ दस्तावेज एम्बेडिंग सुविधा की नई सुविधा को लागू करने वाला पहला बैंक बन गया।

ऽ          आईडीबीआई बैंक ने बड़े पैमाने पर कॉर्पोरेट ग्राहकों और विशेष रूप से बीएफएसआई सेगमेंट के तहत आने वाले ग्राहकों के लिए ई-एनएसीएच और बी-एनएसीएच नाम के दो नए वेरिएंट लॉन्च करने की घोषणा की। इसके साथ, बैंक अपने कॉर्पोरेट ग्राहकों को बार-बार किए जाने वाले उनके इंटरबैंक, उच्च मात्रा वाले, इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन की सुविधा के लिए एक वेब आधारित समाधान प्रदान करेगा। यह बैंक के डिजिटल आॅफर्स में अपने कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए एक और प्रोडक्ट जोड़ने की दिशा में एक और कदम है।

मुंबई, 23 अक्टूबर, 2020ः आईडीबीआई बैंक लिमिटेड (आईडीबीआई बैंक) के निदेशक मंडल ने आज मुंबई में बैठक की और 30 सितंबर, 2020 को समाप्त तिमाही के वित्तीय परिणामों को मंजूरी दे दी।

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