मुथूट फाइनेंस लिमिटेड, सिक्‍योर्ड रिडीमेबल एनसीडी के पब्लिक इश्यू के जरिए 2,000 करोड़ रु. जुटायेगा

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 27 अक्टूबर 2020-: मुथूट फाइनेंस लिमिटेड ने सिक्‍योर्ड रिडीमेबल नॉन-कन्‍वर्टिबल डिबेंचर्स के पब्लिक इश्‍यू की अपनी 23वीं सीरीज की घोषणा की है, जिसमें प्रत्‍येक का अंकित मूल्‍य 1,000 रु. होगा (”सिक्‍योर्ड एनसीडी”)। इस इश्‍यू का बेस इश्‍यू आकार ₹ 100 करोड़ है जिसके साथ ₹ 1900 करोड़ तक के ओवरसब्‍सक्रिप्‍शन बनाये रखने का विकल्‍प है, जिसकी कुल ट्रैंचे सीमा ₹2000 करोड़ तक है (”इश्‍यू”)। यह इश्‍यू 27 अक्टूबर, 2020 को खुल रहा है और 20 नवंबर, 2020 को बंद होगा, हालांकि बोर्ड ऑफ डाइरेक्‍टर्स या एनसीडी कमिटी द्वारा इसे निर्धारित समय से पहले या समय सीमा बढ़ाकर उसके बाद बंद किये जाने का निर्णय लिया जा सकता है।

इस इश्‍यू के तहत जारी किये जाने हेतु प्रस्‍तावित सिक्‍योर्ड एनसीडी को क्रिसिल द्वारा क्रिसिल एए/पॉजिटिव और इक्रा द्वारा [इक्रा] एए (स्‍टेबल) की रेटिंग दी गयी है। क्रिसिल और इक्रा द्वारा सिक्‍योर्ड एनसीडी को प्रदत्त रेटिंग, ”वित्‍तीय दायित्‍वों का समय से निर्वहन के संबंध अत्‍यंत सुरक्षितहोने का संकेत देती है।

ये एनसीडी, बीएसई पर सूचीबद्ध किये जाने के लिए प्रस्‍तावित हैं। इसका आवंटन पहले आयें, पहले पायेंके आधार पर किया जायेगा।

सिक्‍योर्ड एनसीडी में निवेश के लिए 6 विकल्‍प हैं – मासिकया वार्षिकब्‍याज दर बारंबारता या परिपक्‍वता रिडेम्‍पशनपर भुगतान जिसके कूपन 7.15 प्रतिशत सालाना से 8.00 प्रतिशत सालाना के साथ उपलब्‍ध हैं।

मुथूट फाइनेंस लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, श्री जॉर्ज एलेक्‍जेंडर मुथूट ने कहा, ”निम्‍न ब्‍याज दर और ब्‍याज दर में और अधिक गिरावट के मौजूदा परिदृश्‍य में, हमारा इश्‍यू निवेशकों को उच्‍च स्‍थायी रिटर्न्‍स के साथ सुरक्षित दीर्घकालिक निवेश विकल्‍प उपलब्‍ध कराता है। इस इश्‍यू से कंपनी की दीर्घकालिक फंडिंग आवश्‍यकता पूरी हो सकेगी और हमारे देश की अपेक्षा के अनुरूप स्थिर वृद्धि में सहयोग दिया जा सकेगा।

हमें उम्‍मीद है कि हमारे पिछले एनसीडी इश्‍यू की तरह ही वर्तमान इश्‍यू को बाजार में अच्‍छी तरह से स्‍वीकार किया जायेगा, क्‍योंकि ऐसे सीमित तुलनीय निवेश अवसर उपलब्‍ध हैं।

इस इश्‍यू के जरिए जुटाये गये फंड्स का उपयोग प्राथमिक रूप से कंपनी की ऋण गतिविधियों के लिए किया जायेगा।

इश्‍यू के लीड मैनेजर्स, एडेलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड, जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड और ए. के. कैपिटल सर्विसेज लि‍मिटेड हैं। आईडीबीआई ट्रस्‍टीशिप सर्विसेज लिमिटेड, इस इश्‍यू का डिबेंचर ट्रस्‍टी है। लिंक इनटाइम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, इस इश्‍यू का रजिस्‍ट्रार है।

मुथूट फाइनेंस लिमिटेड के विषय में:

मुथूट फाइनेंस लिमिटेड, ‘‘सिस्टमेटिकली इंपोर्टेंट नॉन-डिपॉजिट टेकिंग एनबीएफसी’’ ” (NBFC-ND-SI), लोन पोर्टफोलियो की दृष्टि से भारत की सबसे बड़ी गोल्ड फाइनेंसिंग कंपनी है। इसका मुख्यालय केरल में है। मुथूट फाइनेंस का परिचालन इतिहास 81 वर्ष से अधिक समय पुराना है। एम जॉर्ज मुथूट (हमारे प्रवर्तकों के जनक) ने अपने पिता, निनान मथाई मुथूट द्वारा 1887 में स्थापित एक व्यापारिक कारोबार की विरासत को आगे बढ़ाते हुए 1939 में गोल्ड लोन बिजनेस की स्थापना की। कंपनी के इक्विटी शेयर्स वर्ष 2011 से नेशनल स्‍टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया और बीएसई लिमिटेड पर सूचीबद्ध हैं। भारत के 23 राज्यों, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और पांच केंद्रशासित प्रदेशों में इसकी 4500 से अधिक शाखाएं हैं। यह गोल्ड लोन्स और अन्य उत्पादों के लिए हर रोज लगभग 2,00,000 से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। इसके नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स के रिटेल निवेशकों की संख्या 2,00,000 से अधिक है। इसके परिचालन में 25,000 कर्मचारी शामिल हैं। 31 मार्च, 2020 को, इसकी ऋण परिसंपत्तियां 41,611 करोड़ रु. की रहीं और वित्त वर्ष’20 में इसने 3,018 करोड़ रु. का कर-पश्चात मुनाफा कमाया। 30 जून, 2019 को, इसका नेटवर्थ 12,316 करोड़ रु. रहा और इसका पूंजी पर्याप्तता अनुपात 26.30 प्रतिशत रहा। 30 सितंबर, 2020 को समाप्त पहली तिमाही में कर-पश्चात मुनाफा 841 करोड़ रु. रहा।

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