स्पाइसहैल्थ ने सीएसआइआर-सीसीएमबी के साथ मिलाया हाथ, एमओयू पर किए हस्ताक्षर

Editor-Manish Mathur

जयपुर 14 दिसंबर 2020 -स्पाइसहेल्थ ने भारत की वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद की एक घटक, सीएसआईआर-सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया है। आधुनिक जीव विज्ञान में अग्रणी शोधकर्ता सीसीएमबी के साथ यह एमओयू मोबाइल परीक्षण प्रयोगशालाओं में ड्राई स्वैब डायरेक्ट रियल-टाइम पॉलिमरेज चेन रिएक्शन (आरटी-पीसीआर) टेस्ट करने के लिए है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने हाल में सीएसआईआर को व्यावसायिक तौर पर ड्राई स्वाब आरएनए-एक्सट्रेशन फ्री कोविड टेस्ट विधि की गेम चेंजिंग तकनीक का उपयोग करने की मंजूरी दी है, जिसमें बिना किसी अतिरिक्त संसाधनों के 2 से 3 गुना तक परीक्षण करने की क्षमता है। इस तरह के परीक्षण समय और लागत को काफी कम कर देते हैं।

स्पाइसहेल्थ एक स्वास्थ्य देखभाल कंपनी है जिसकी स्थापना स्पाइसजेट के प्रमोटरों ने की और इसका नेतृत्व अवनि सिंह ने किया। स्पाइसहेल्थ की पहली मोबाइल परीक्षण प्रयोगशाला का उद्घाटन माननीय केंद्रीय गृह मंत्री, श्री अमित शाह और माननीय केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने 23 नवंबर को आईसीएमआर, एम्स में किया था।

कंपनी की अग्रणी और अपने आप में इस तरह की नई मोबाइल परीक्षण सुविधा के सफल लॉन्च के बाद केवल 499/- रुपए में सबसे किफायती आरटी-पीसीआर टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध है। स्पाइसहेल्थ के पास वर्तमान में दिल्ली एनसीआर के आसपास सरकारी अनुरोधित स्थानों पर 5 कार्यशील प्रयोगशालाएं हैं, प्रति दिन 10,000-15,000 परीक्षण किए जाते हैं।

स्पाइसहेल्थ की सीईओ अवनि सिंह ने कहा, ‘मुझे स्पाइसहेल्थ लैब्स में अपनी तरह की पहली ड्राई स्वाब आरएनए-एक्सट्रेशन टेस्ट सुविधा शुरू करने की घोषणा करते हुए गर्व है। स्पाइसहेल्थ में, हमारा मिशन बड़े पैमाने पर उच्च-गुणवत्ता और कम लागत वाली स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है। इनोवेशन के जरिए इस लक्ष्य को पाना ही सबसे अच्छा तरीका है। सीएसआईआर-सीसीएमबी द्वारा विकसित ड्राई स्वैब विधि, परीक्षण समय को 1.5 घंटे कम कर देगी, लागत भी काफी घटेगी और आरटी-पीसीआर टेस्टिंग में भविष्य की क्रांति लाएगी। इस विधि को अपनी प्रयोगशाला में शामिल करने वाली पहली भारतीय लैब होने पर स्पाइसहेल्थ को गर्व है।’

पिछले कुछ हफ्तों में, स्पाइसहेल्थ ने दिल्ली एनसीआर में 5 मोबाइल परीक्षण प्रयोगशालाएं शुरू की हैं, अगले सप्ताह 10 और प्रयोगशालाएं आने को हैं। एक दिन में 10,000-15,000 परीक्षण करते हुए स्पाइसहेल्थ को कोविड परीक्षण में बड़ा योगदान देने की उम्मीद है। सीएसआईआर-सीसीएमबी के साथ यह एमओयू लैबस संचालन को शीघ्रता से लागू करने और अधिक से अधिक भारतीयों के लिए किफायती कोविड-19 टेस्ट सुनिश्चित करने में मदद करेगा। मुझे विश्वास है कि हमारे संयुक्त प्रयास भारत में मामलों की संख्या पर अंकुश लगाने और महामारी के स्तर को घटाने में मदद करेंगे। देश में कोविड-19 वैक्सीनेशन में मदद के लिए स्पाइसहेल्थ भी तैयार हैं।’

सीएसआईआर-सीसीएमबी के निदेशक डॉ. राकेश मिश्रा ने कहा, ‘कोविड-19 महामारी के दौरान परीक्षण में ड्राई स्वैब परीक्षण पद्धति एक गेम-चेंजर होगी। परीक्षण के परिणामों की गुणवत्ता के समझौता किए बिना वर्तमान परीक्षण विधि की तुलना में यह विधि अधिक सुरक्षित, तेज और सस्ती है। हमें बहुत खुशी है कि स्पाइसहेल्थ अपनी मोबाइल परीक्षण प्रयोगशालाओं में इस तकनीक का उपयोग करते हुए बड़ी संख्या में लोगों को लाभान्वित करेगी।’

डीएसआईआर के सचिव और सीएसआईआर के डीजी डॉ. शेखर सी मांडे ने कहा, ‘सीएसआईआर-सीसीएमबी के वैज्ञानिकों और छात्रों की मैं सराहना करता हूं, जिन्होंने इस सरल लेकिन सुरुचिपूर्ण समाधान को विकसित किया जो समय, लागत, प्रयास में कटौती करता है और कोविड-19 आरटी-पीसीआर डायग्नोस्टिक्स की सुरक्षा व आउटपुट में सुधार करता है। स्पाइसहेल्थ के साथ साझेदारी से सीएसआईआर, इस महामारी के दौरान देश में कोविड-19 परीक्षण बढ़ाने में योगदान देते हुए हम प्रसन्न हैं।’

आईसीएमआर ने हाल में सीएसआईआर-सीसीएमबी को सफल टेस्टिंग-रन के बाद ड्राई-स्वाब परीक्षण विधि आयोजित करने की अनुमति दी थी और पहली बार यह परीक्षण विधि मोबाइल लैब का हिस्सा बनेंगी; स्पाइसहेल्थ इसमें सबसे आगे रही हैं। सीएसआईआर-सीसीएमबी सेंटर आधुनिक जीव विज्ञान के प्रमुख क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले बुनियादी अनुसंधान और प्रशिक्षण आयोजित करता है और जीव विज्ञान के अंतर-अनुशासनात्मक क्षेत्रों में नई और आधुनिक तकनीकों के लिए केंद्रीकृत राष्ट्रीय सुविधाओं को बढ़ावा देता है।

ड्राई-स्वैब डायरेक्ट आरटी-पीसीआर विधि को लागू करना आसान है क्योंकि इसमें नई किट की आवश्यकता नहीं रहती। टेस्टिंग करने वाले व्यक्तियों को किसी तरह के अतिरिक्त प्रशिक्षण प्रदान करने की आवश्यकता नहीं होती है। आमतौर पर, स्वाब नमूनों को वायरल ट्रांसपोर्ट मीडियम (वीटीएम) नामक तरल में रखा जाता है। नमूने संग्रह से भारी मात्रा में पैक किए जाते हैं, जो नमूना संग्रह और परीक्षण केंद्र दोनों में नमूना प्रसंस्करण समय को बढ़ाते हैं। हालांकि, ड्राई-स्वैब परीक्षण इस प्रक्रिया को समाप्त कर देता है और इसके लिए आरएनए-एक्सट्रेशन की आवश्यकता नहीं होती है।

कोविड-19 वायरस से लड़ने के लिए, स्पाइसहेल्थ ने स्पाइसऑक्सी -एक कॉम्पैक्ट, पोर्टेबल, नाॅन-इनवेसिव वेंटिलेशन डिवाइस लॉन्च किया था, जो हल्के से मध्यम श्वास परेशानियांे वाले रोगियों के लिए एक प्रभावी समाधान है। इसके अतिरिक्त, स्पाइसहेल्थ ने उंगलियों पर लगाए जाने वाले पल्स ऑक्सीमीटर को भी पेश किया था, जो एक आसान उपकरण है जिससे लोगों के लिए रक्त के ऑक्सीजन स्तर को मापना आसान हो जाता है।

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