बंधन बैंक भारतीय सेना को बैंकिंग सेवाएं प्रदान करेगी

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 05 जनवरी 2021 : बंधन बैंक, जो भारत के सबसे युवा बैंकों में से एक है, ने बंधन बैंक शौर्य सैलरी अकाउंट के लिए आज भारतीय सेना के साथ एक समझौता-पत्र पर हस्ताक्षर किया। यह सैलरी अकाउंट, भारतीय सेना के वीर जवानों को विशेष बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करेगी।

लेफ्टिनेंट जनरल हर्ष गुप्ता (अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल) की उपस्थिति में, भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल, रवीन खोसला (अति विशिष्ट सेवा मेडल, सेवा मेडल, विशिष्ट सेवा मेडल), महानिदेशक (एमपी एंड पीएस) और बंधन बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, चंद्रशेखर घोष ने नई दिल्ली में इस समझौता-पत्र पर हस्ताक्षर किया।

बंधन बैंक शौर्य सैलरी अकाउंट की सेवाएं, बैंक के नेटवर्क में शामिल बैंकिंग आउटलेट्स के जरिए भारतीय सेना के सेवारत कार्मिकों को उपलब्ध करायी जायेगी। इस खाता के धारकों के लिए कई सुविधाएंउपलब्ध होंगी, जैसे कि शून्य बैलैंस की सुविधा के साथ 1 लाख रु. से अधिक के बैलेंस पर 6% ब्याज, विभिन्न एटीएम में असीमित नि:शुल्क ट्रांजेक्शंस, शौर्य वीजा प्लेटिनम डेबिट कार्ड के निर्गमन एवं वार्षिक शुल्क पर छूटऔर असीमित नि:शुल्क एनईएफटी/आरटीजीएस/आईएमपीएस/डीडी ट्रांजेक्शंस।

बंधन बैंक शौर्य सैलरी अकाउंट, स्वयं व परिसंपत्तियों संपत्तिकी सुरक्षा भी प्रदान करता है। इसमें 30 लाख रु. का नि:शुल्क व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा, 1 करोड़ रु. का वायु दुर्घटना कवर और खाताधारक की दुर्घटनाजनक मृत्यु की स्थिति में आश्रित बच्चे को 4 वर्षों तक प्रति वर्ष 1 लाख रु. तक का नि:शुल्क शैक्षणिक लाभ शामिल है।

इस मौके पर, लेफ्टिनेंट जनरल, रवीन खोसला ने कहा, ”हमें बंधन बैंक का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। पूरे भारत में उनकी मौजूदगी और व्यापक तरह के बैंकिंग उत्‍पाद एवं सेवाओं के जरिएहमारे कार्मिकों के लिए बैंकिंग आसान हो जायेगा। हमें बंधन बैंक के साथ दीर्घकालिक एवं लाभप्रद सहयोग की उम्मीद है।”

चंद्रशेखर घोष ने कहा, ”भारतीय सेना के बहादुर जवानों की सेवा करने का अवसर मिलना बंधन बैंक के लिए सौभाग्य की बात है। एक युवा बैंक होने के नाते, यह हमारे लिए बेहद सम्मान की बात है कि भारतीय सेना ने उनकी बैंकिंग आवश्यकताओं के लिए हमें चुना। बैंक के सभी सदस्य कर्मचारियों को उन पराक्रमियों की सेवा करने की प्रतीक्षा है जिनके लिए राष्ट्र ही सर्वोपरि है।”

बंधन बैंक के विषय में:

बंधन बैंक, अलाभकारी उद्यम के रूप में वर्ष 2001 में शुरू किया गया। इस अलाभकारी उद्यम का उद्देश्य टिकाऊ आजीविका सृजन के जरिए वित्तीय समावेशन व महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना था। यह कुछ वर्षों बाद ही एनबीएफसी के रूप में बदल गया, लेकिन इसका मूल उद्देश्य वित्तीय समावेशन बना रहा। जब बंधन बैंक ने 23 अगस्त, 2015 को परिचालन शुरू किया, उस समय यह भारत में माइक्रोफाइनेंस कंपनी का एक यूनिवर्सल बैंक के रूपांतरण का पहला उदाहरण था। इसके लाॅन्च के दिन ही, बंधन बैंक 2,523 बैंकिंग आउटलेट्स के साथ शुरू हुआ।

बंधन बैंक, बेहतर सेवा उपलब्ध कराने की निरंतर इच्छा से प्रेरित है। यह शहरी, अर्द्धशहरी एवं ग्रामीण ग्राहकों को एकसमान रूप से विश्वस्तरीय बैंकिंग उत्पाद एवं सेवाएं उपलब्ध कराता है। परिचालन के बाद पिछले कुछ वर्षों में, बंधन बैंक ने भारत के 37 राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों में से 34 में अपना विस्तार कर लिया है और इसके बैंकिंग आउटलेट्स की संख्या 4,559 हो गयी है, जो 2.08 करोड़ ग्राहकों को सेवाएं प्रदान करती हैं (30 सितंबर, 2020 के आंकड़े के अनुसार)।

अपने अनुभवी प्रबंधन, विविधतापूर्ण टीम और सुसंवर्द्धित वितरण के साथ, बंधन बैंक अपने ग्राहकों व शेयरधारकों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।

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