एनटीपीसी सिंगरौली की सबसे पुरानी यूनिट#1 ने वर्तमान वित्त वर्ष में अब तक उच्चतम प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ)हासिल किया

Editor-Ravi Mudgal

जयपुर 08 जनवरी 2021: उत्तर प्रदेश के सिंगरौली में 38 साल पहले शुरू की गई एनटीपीसी की सबसे पहली यूनिट ने अप्रैल से दिसंबर-20 तक देश में सबसे अधिक 100.24 प्रतिशत प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) हासिल किया। एनटीपीसी सिंगरौली की 200 मेगावाट यूनिट को 1982 में शुरू किया गया था। यूनिट में पीएलएफ का यह स्तर देश की सभी थर्मल यूनिट्स के बीच उच्चतम है। सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथाॅरिटी (सीईए) द्वारा जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। यह उपलब्धि विद्युत संयंत्रों के संचालन और रखरखाव में देश की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादक कंपनी एनटीपीसी की विशेषज्ञता को साबित करती है।

सिंगरौली यूनिट 1 को मिली इस असाधारण उपलब्धि के अलावा एनटीपीसी की 3 और यूनिट्स को टाॅप 5 परफाॅर्मिंग यूनिट्स में शामिल किया गया है। ये हैं- सिंगरौली यूनिट 4 और छत्तीसगढ़ में कोरबा यूनिट 1 और 2।

इसके अलावा, एनटीपीसी समूह ने अप्रैल से दिसंबर-2020 तक 222.4 बिलियन यूनिट (बीयू) की उच्चतम सकल पीढ़ी उत्पादन हासिल किया है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 3.8 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार, एनटीपीसी कोयला विद्युत स्टेशनों ने अप्रैल 2020 से दिसंबर 2020 तक 92.21 प्रतिशत की उच्च उपलब्धता कायम रखी है, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 87.64 प्रतिशत थी।

एनटीपीसी के 6 प्रमुख विद्युत संयंत्र यानी छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी कोरबा (2600 मेगावाट) और एनटीपीसी सीपत (2980 मेगावाट), उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी रिहंद (3000 मेगावाट), मध्य प्रदेश में एनटीपीसी विंध्याचल (4760 मेगावाट), एनटीपीसी तालछेर थर्मल (460 मेगावाट) और ओडिशा में एनटीपीसी तालछेरकनिहा (3000 मेगावाट) को भी देश के टाॅप 10 परफाॅर्मिंग थर्मल प्लांट्स में शामिल किया गया है।

62.9 गीगावॉट की कुल स्थापित क्षमता के साथ, एनटीपीसी समूह के 71 विद्युत स्टेशन हैं, जिनमें 24 कोयला, 7 संयुक्त साइकल गैस/तरल ईंधन, 1 हाइड्रो, 14 नवीकरण और 25 सहायक और जेवी पावर स्टेशन शामिल हैं। समूह में 20 गीगावॉट से अधिक निर्माणाधीन क्षमता है, जिसमें से 5 गीगावाॅट नवीकरणीय ऊर्जा शामिल है.

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