Editor-Rashmi Sharma
जयपुर 12 फरवरी 2021 – महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशालय, उदयपुर द्वारा आयोजित ’’समन्वित कृषि प्रणाली’’ विषय पर 5 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन आज हुआ जो आत्मा, जयपुर द्वारा प्रायोजित थी। समापन समारोह में निदेशक, प्रसार शिक्षा डाॅ. एस.एल. मून्दड़ा ने अपने उद्बोधन में कहा कि किसानों को अपनी आय में वृद्धि करने हेतु लागत कम करनी होगी इस हेतु आदान उपयोग दक्षता को बढ़ाना होगा, साथ ही उत्पादन प्रौद्योगिकी को अपनाकर फसलों एवं सम्बन्धित उद्यमों से ज्यादा उत्पादकता लेनी होगी। उक्त प्रशिक्षण के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न वैज्ञानिकों द्वारा पशुपालन, कीट एवं रोग प्रबन्धन, फल एवं सब्जी उत्पादन, ड्रीप एवं फंव्वारा सिंचाई, नवीनीकरण ऊर्जा, जैविक खेती, उन्नत फसल प्रौद्योगिकी, मछली पालन, सोलर एनर्जी एवं सीमान्त किसानों हेतु प्रोद्योगिकी इत्यादि पहलुओं पर विस्तृत जानकारीयां दी गई।
प्रशिक्षण समन्वयक डाॅ. लतिका व्यास ने बताया कि राज्य स्तरीय आत्मा प्रायोजित इस प्रशिक्षण में जयपुर जिले के कुल 30 कृषकों ने भाग लिया। जिसमें उक्त कृषकों को उन्नत फसल प्रौद्योगिकी से सम्बन्धित क्षेत्र भ्रमण भी कराया गया ताकि प्रायोगिक ज्ञान की भी पूरी जानकारी किसानों मिल सकें।
पत्रिका जगत Positive Journalism