Editor-Manish Mathur
जयपुर 15 फरवरी 2021 : इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉर्पोरेशन (”आईआरएफसी” या ”कंपनी”), जो भारतीय रेल (इंडियन रेलवेज) के वित्तपोषण हेतु पूंजी बाजार से फंड जुटाने वाला इसका समर्पित उद्यम है, ने 31 दिसंबर, 2020 को समाप्त नौ महीने की अवधि में मुनाफे में 15.65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कराई, और यह पिछले वर्ष के नौ महीने की समान अवधि के 2,537 करोड़ रु. से बढ़कर 2934 करोड़ रु. हो गया। समान अवधि में परिचालन से प्राप्त होने वाला कुल राजस्व वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 10.76 प्रतिशत बढ़कर 11,315.51 करोड़ रु. हो गया। आईआरएफसी के बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स (निदेशक मंडल) ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 1,380 करोड़ रु. के अंतरिम लाभांश की घोषणा की है, जिसका प्रति शेयर लाभांश 1.05 रु. है और फेस वैल्यू 10 रु. प्रति इक्विटी शेयर है।
भारतीय रेल के लिए आईआरएफसी का वार्षिक वितरण, वित्त वर्ष 2014-15 के 11,000 करोड़ रु. से दस गुना से अधिक बढ़कर वित्त वर्ष 2020-21 में 1.13 लाख करोड़ हो गया। चालू वित्त वर्ष के अंत तक प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम), पिछले पांच वर्षों में लगभग 30 प्रतिशत का कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) की दर से 3.75 ट्रिलियन रु. पार कर जायेगी।
वित्तीय परिणामों के बारे में बताते हुए, आईआरएफसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक, श्री अमिताभ बनर्जी ने कहा, ”भारतीय रेल ने वर्तमान दशक में इंडियन रेल सिस्टम के विस्तार, आधुनिकीकरण एवं वृद्धि हेतु भारी निवेश की योजना बनायी है और यह तथ्य कि इस आवश्यक फंड का एक बड़ा हिस्सा आईआरएफसी के जरिए पूरा किया जाना है, भविष्य में राजस्व एवं लाभदेयता में टिकाऊ रूप से वृद्धि होगी। वित्त वर्ष 2021 के 9 महीने के परिणामों से इसकी पुष्टि की जा सकती है। हमें हमारे शेयरधारकों के लिए 1.05 रु. प्रति शेयर के लाभांश की घोषणा करने की भी खुशी है।”
कंपनी, सबसे प्रतिस्पर्द्धी दरों व शर्तों पर घरेलू और विदेशी दोनों ही वित्त बाजारों से फंड जुटाने में सक्षम रही है, जिससे इसकी ऋण लागत को कम रखने में मदद मिली है। कंपनी के पेपर्स का इसके प्रतिस्पर्द्धियों की तुलना में घरेलू वित्त बाजार में कम-से-कम 20 से 30 आधार अंकों और विदेशी वित्त बाजारों में 50 से 60 आधार अंकों का प्रीमियम कमांड है।
इसका श्रेय सरकार से मजबूत संबंध, घरेलू क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों से सर्वोच्च संभव क्रेडिट रेटिंग और प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों से शानदार रेटिंग, शून्य एनपीए के साथ मजबूत फाइनेंशियल्स और 400 प्रतिशत से अधिक का दमदार पूंजी पर्याप्तता अनुपात, जो कि एक फाइनेंस कंपनी के लिए विशिष्ट है, और बाजार, इंस्ट्रुमेंट्स एवं निवेशकों की दृष्टि से ऋण पोर्टफोलिया के सर्वोत्तम विविधीकरण के इसके लगातार प्रयास को जाता है।
श्री अमिताभ बनर्जी ने आगे बताया, ”कंपनी, भारत सरकार के सहयोग से उन क्षेत्रों में चुनिंदा प्रवेश की रणनीतियां तैयार करने की प्रक्रिया में है, जिनका रेलवे के साथ फॉरवार्ड एवं बैकवार्ड लिंकेज है। इससे कंपनी के राजस्व एवं लाभदेयता को बढ़ाने में अधिक बल मिलेगा और इसे अपने उन लाखों शेयरधारकों की अपेक्षाओं को पूरा करने में मदद मिलेगी जिन्होंने आईआरएफसी में अपना विश्वास एवं भरोसा जताया है।”
पत्रिका जगत Positive Journalism