रेसिंग टीम इंडिया एशियन ले मैंस में डेब्यू के साथ 24 आवर्स ऑफ़ ले मैंस की शुरूआत के लिये तैयार

Editor-Manish Mathur

जयपुर 13 फरवरी 2021  – रेसिंग टीम इंडिया इस सप्ताहांत दुबई में एशियन ली मैंस सीरीज के सीजनओपनिंग राउंड में अपना डेब्यू करते हुए 24 आवर्स ऑफ़ली मैंस की ओर अपना पहला कदम बढ़ाएगी।

स्टार ड्राइवर्स नारायण कार्तिकेयन, अर्जुन मैनी और नवीन राव के नेतृत्व में पूरा भारतीय दल दुबई ऑटोड्रोम में चार-चार घंटे की दो रेसों से एलएमपी2 कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करेगा। इस प्रयास में जेके टायर भागीदार हैजो तीन दशक से ज्यादा समय से भारत में मोटरस्पोर्ट का सबसे बड़ा सहयोगी है।

दुबई के घंटों की दो दौड़ क्रमशः 13 और 14 फरवरी को होगी।

उसके बाद यह श्रृंखला चार-चार घंटे की दो रेसों की एक और राउंड के लिए लिये 19 और 20 फरवरी को अबु धाबी के यास मरीना सर्किट पहुँचेगी। अबू धाबी के यस मरीना सर्किट में आ जायेगी।

दुबई में रेसिंग टीम इंडिया अपनी डेब्यू के साथ इंटरनेशनल एंड्यूरेंस रेसिंग में प्रतिस्पर्धा करने वाला पहला दस्ता होगा जिसमें सभी ड्राईवर भारतीय होंगे

अगर इसे जून 2021 में होने वाले 24 हौर्स ऑफ़ ले मैन्स में प्रवेश का निमंत्रण मिल जाता है, तो यह फ्रांस में सर्किट द ला सार्थ (सार्थ सर्किट) में मशहूर चौबीस घंटे के दो एंडूरन्स क्लासिक में भारत का तिरंगा  लहराते हुए भाग लेने वाला पहला दस्ता बन जाएगा। इस रेस को मोनैको जीपी और इंडियानापोलिस 500 के साथ-साथ मशहूर मोटर रेसों के ट्राइफेक्टाओं में से एक माना जाता है। यह विश्व की सबसे पुरानी स्पोर्ट्स कार रेस है, जो वर्ष 1923 से हर साल आयोजित हो रही है। इस एक रेस में तय की जाने वाली दूरी फार्मूला की 18 रेसों के बराबर है, इस प्रकार यह मोटरस्पोर्ट की दुनिया में मानव और मशीन का सबसे कठिन परीक्षण है।

मौजूदा एशियाई ले मैन्स सीरीज की चैंपियन टीम अल्गार्वे प्रो रेसिंग के तकनीकी सपोर्ट वाली टीम ले मैन्स विजेता ओरेका 07 के साथ प्रतिस्पर्धा करके भारतीय रेसिंग टीम पहले ही अपनी संभावना प्रदर्शित कर चुकी है। इस कार में 4 लीटर का वी-8 इंजन है, जो 600 बीएचपी उत्पन्न करती है और इसकी अधिकतम गति 320 कि.मी. प्रति घंटे से ज्यादा है।

 कार्तिकेयन टेस्टिंग के पहले दिन टाइमशीट्स में शीर्ष पर रहे, जो दुबई में हुई थी। इस प्रोजेक्ट की सफलता टीम के संयुक्त प्रयासों में निहित है, जिन्हें अब समक्रमिक किया जा रहा है

 पद्मश्री विजेता और भारत के प्रथम फार्मूला वन ड्राइवर नारायण कार्तिकेयन ने कहा कि, “हमारे देश की पहली आलइंडियन एंड्यूरेंस रेसिंग टीम का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिये अत्यंत गर्व का क्षण है। मैंने विभिन्न तरह के मोटरस्पोर्ट में हमारे देश का झंडा फहराया है, फार्मूला वन से लेकर नेस्कार और सुपरजीटी रेसिंग तक। इससे पहले मैं एक बार ले मैंस में 24 घंटे रेसिंग कर चुका हूँ और वह एक बेहतरीन अनुभव थाजिसे में हमेशा दोहराना चाहूंगा। हालांकिउसमें एक भारतीय टीम के लिये प्रतिस्पर्धा करने से बेहतर क्या होगायह मैं सोच भी नहीं सकता था। मैं एसीओ का बहुत आभारी हूँजिन्होंने हमें प्रतिस्पर्धा के लिये मंच दिया है। जब हम पहली बार उनसे मिलेतब से ही वे बहुत सपोर्टिव रहे हैं और उनके सहयोग से हमारी टीम ने उन्नति की और वह चल रही है।

आने वाले सप्ताहांत के लिये मुझे इसका इंतजार है। अर्जुन नवीन और मुझे मिलाकर, हमारे पास रेसिंग का अच्छा अनुभव है। हमारा पैकेज टेस्टिंग के समय भी तेज रहा। दूसरे दिन यातायात और नये टायर बदलने में कठिनाई की समस्या आई थी। लेकिन कार की स्पीड बहुत अच्छी है और मुझे यकीन है कि हम अपने डेब्यू में अच्छा परिणाम दे सकते हैं।”

 एफऔर यूरोपीयन ली मैंस सीरीज के भूतपूर्व रेसर अर्जुन मैनी ने कहा कि“सबसे पहले तो रेसिंग में दोबारा आना मेरे लिये अच्छी बात है और एक आल-इंडियन टीम के लिये अपने झंडे को फहराना इस अनुभव को ज्यादा खास बनाता है। एंड्यूरेंस रेसिंग ऐसा फॉर्मेट हैजिसका मजा मुझे यूरोपीयन ले मैंस सीरीज में अपनी टाइम रेसिंग के दौरान आया। मुझे लगता है कि यह बतौर ड्राइवर मेरी ताकत को आजमाती है। यह सोचना विचित्र है कि हम तीनों के पास ही एंड्यूरेंस रेसिंग का सबसे ज्यादा अनुभव है। मैंने ले मैंस के 24 आवर्स में प्रतिस्पद्र्धा की थी और मैं कह सकता हूँ वह एक बेहतरीन अनुभव था। मैं उसमें वापस जाने का इंतजार कर रहा हूँ। मेरे पास एक मजबूत पैकेजएक सिद्ध ड्राइवर लाइन-अप है और अल्गार्वे प्रो रेसिंगजिन्हें मैं अच्छी अच्छी तरह जानता हूँके सहयोग से मुझे विश्वास है कि हम बहुत कुछ कर सकते हैं।”  

 2020 आईएमएसए प्रोटोटाइप चैलेंज के चैम्पियन नवीन राव ने कहा की, “मेरा पूरा कैरियर स्पोर्ट्स कारों के साथ रेसिंग में गुजरा है और ले मैंस मेरे लिये प्रतियोगिता का शिखर है। मैं लंबे समय से इस प्रसिद्ध आयोजन में ड्राइविंग करने का सपना देख रहा हूँ और जिस देश में मेरी जड़ें हैंउसका प्रतिनिधित्व करने वाली टीम के लिये ऐसा करने का अवसर पाकर मैं आभारी हूँ। कार के लिये मेरे मन में अच्छी भावना है, हम तीनों का रिश्ता मजबूत है और मुझे लगता है कि हमारे पास ऐसा पैकेज है, जो अच्छा मुकाबला करने में हमारी मदद कर सकता है।”

रेसिंग टीम इंडिया को अपने उद्घाटन भागीदारों में से एक के रूप में जेके टायर से जुड़कर भी बहुत गर्व हो रहा है। जेके टायर्स 50 साल से ज्यादा समय से भारतीय मोटरस्पोर्ट्स का सबसे बड़ा सहयोगी है। उन्होंने पिछले दो दशकों में नारायण और अर्जुन को बढ़ने के लिये महत्वपूर्ण सहयोग दिया है और रेसिंग टीम इंडिया प्रोग्राम के लिये उनकी प्रतिबद्धता इस खेल के भविष्य के लिये उनकी प्रतिबद्धता दर्शाती है।

 जेके टायर में मोटरस्पोर्ट के हेड, संजय शर्मा ने कहा कि, “जेके टायर में हम कई दशकों से भारतीय मोटरस्पोर्ट के पक्के सहयोगी रहे हैं। हमने न केवल घरेलू मोटरस्पोर्ट की एक मजबूत सीढ़ी तैयार की है,बल्कि हमारे सबसे टैलेंटेड युवाओं में से कुछ के इंटरनेशनल रेसिंग कैरियर को सहयोग देने, उनकी पहचान करने और उन्हें निखारने में हम हमेशा से अत्यंत पूर्वसक्रिय रहे हैं। रेसिंग टीम इंडिया के साथ अब हमारे पास भारतीय मोटरस्पोर्ट के लिये इतिहास रचने का एक अन्य मौका है। हमें यकीन है कि टीम के पास सफल होने के लिये सभी जरूरी चीजें हैं और ली मैंस की रेस वह मौका देगी, जिसकी भारतीय मोटरस्पोर्ट को जरूरत है।”

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