50 प्रतिशत से अधिक युवाओं को एक गंभीर रिश्ते में सेक्स के बारे में बात करने में होती है झिझक, सताता है ‘लोग क्या कहेंगे’ का खौफ – ट्रूली मैडली सर्वे का निष्कर्ष

दिल्ली, 07 जुलाई, 2021- युवा वयस्कों के बीच शारीरिक और यौन स्वास्थ्य की समझ का आकलन करने के लिए डेटिंग प्लेटफॉर्म ट्रूली मैडली द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण में सामने आया है कि जेनरेशन जेड और मिलेनियल्स आज भी इस विषय को सामाजिक कलंक से जोड़कर देखते हैं और इस बारे में उनमें जागरूकता की भी कमी है। यह सर्वेक्षण महानगरों और गैर-मेट्रो शहरों में 18 से 35 वर्ष के आयु वर्ग के 2,500 वयस्कों के बीच किया गया था।

निष्कर्षों से यह भी संकेत मिलता है कि जेन जेड और मिलेनियल्स स्पष्ट रूप से ‘सहमति’ को यौन गतिविधि की पहली शर्त मानते हैं और दोनों पीढ़ियां जब एक गंभीर रिश्ते में सेक्स के बारे में बात करना चाहती हैं, तो उन्हें यही डर सताता है कि ‘लोग क्या कहेंगे!’ दिलचस्प बात यह है कि 18 से 24 वर्ष के आयु वर्ग के प्रगतिशील समझे जाने वाले नौजवानों में के बीच भी यह डर अधिक प्रचलित पाया गया है – उनमें से 59 प्रतिशत ने संकेत दिया है कि वे एक अंतरंग रिश्ते के दौरान भी इस विषय के आसपास बातचीत शुरू करने में शर्म महसूस करते हैं। लोगों के बीच अपनी छवि खराब होने का डर भी मिलेनियल पीढ़ी के बीच एक सामान्य कारक के रूप में उभरा, जिसमें 53 प्रतिशत लोगों ने संकेत दिया कि वे एक गंभीर रिश्ते में सेक्स के बारे में बात करने में शर्म या अजीब महसूस करते हैं।

सर्वेक्षण में शामिल लगभग 50 प्रतिशत युवा उत्तरदाताओं को यौन संचारित रोगों के बारे में या तो बहुत कम जानकारी थी या उन्हें इस बारे में कुछ भी पता नहीं था। भोपाल, इंदौर, जयपुर और लखनऊ जैसे गैर-मेट्रो शहरों में यह समस्या अधिक है, जिसमें 47 फीसदी उत्तरदाताओं ने संकेत दिया है कि वे यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई), यौन संचारित रोग (एसटीडी) और रिप्रोडक्टिव ट्रेक्ट इन्फैक्शंस (आरटीआई) के दुष्प्रभावों के बारे में नहीं जानते हैं।

गैर-महानगरों के लगभग 55 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने यह भी संकेत दिया कि वे किसी यौन या प्रजनन संबंधी बीमारी या संक्रमण के संबंध में अपने दोस्तों की मदद लेंगे, घरेलू उपचार के लिए इंटरनेट का उपयोग करेंगे या अपने स्तर पर चिकित्सा संबंधी राय लेंगे। यह प्रवृत्ति दर्शाती है कि ये लोग किसी भी स्वास्थ्य जोखिम के मामले में परिवार की मदद लेने को लेकर आशंकित रहते हैं।

यौन शिक्षा और गर्भ निरोधकों के बारे में ज्ञान की कमी अस्वास्थ्यकर यौन प्रथाओं और प्रजनन संबंधी खराब स्वास्थ्य में नजर आती है। इस तरह यह समस्या देश में युवा वयस्कों को परेशान करने वाले बड़े मुद्दों के रूप में उभर रही है।

इस तरह के विषयों पर बातचीत करना महिलाओं के बीच वर्जित माना जाता है और 63 प्रतिशत महिलाएं कहती हैं कि वे ऐसे विषयों पर बातचीत करने में शर्म महसूस करती हैं। दिलचस्प बात यह है कि वर्जनाओं का सामना करने के बावजूद, 76 प्रतिशत महिलाएं अपने पार्टनर की ओर से कंडोम खरीदने में अधिक आत्मविश्वासी दिखाई दीं।

ये निष्कर्ष जताते हैं कि युवा पीढ़ी को सेक्स संबंधी और प्रजनन से जुड़े मुद्दों पर सटीक जानकारी देने के लिए आज भी एक उपयुक्त और सम्मानजनक प्लेटफाॅर्म की जरूरत है। इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए और इस विषय को लेकर प्रचलित सामाजिक कलंक को दूर करते हुए, ट्रूली मैडली पिछले साल से एक ‘सेफ लव’ कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। इसके तहत यह डेटिंग ऐप अपने उपयोगकर्ताओं को आवश्यक जानकारी प्रदान करता है और जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करता है।

ट्रूली मैडली के को-फाउंडर और सीईओ स्नेहिल खानोर ने कहा, ‘‘ज्यादातर सामाजिक मुद्दों पर प्रगतिशील होने के बावजूद युवा पीढ़ी को रिश्तों में सेक्स के बारे में बात करना किसी कलंक के समान लगता है। हम इन बाधाओं को तोड़ रहे हैं और कोशिश कर रहे हैं कि लोग बेहद सहज और आसान तरीके से अपने यौन स्वास्थ्य और कल्याण के बारे में खुलकर बात कर सकें। हमारी ‘सेफ लव’ पहल के तहत, हम सामाजिक रूप से समझदार पीढ़ी को प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में एक मजेदार और दिलचस्प अंदाज में और गैर-निर्णयात्मक दृष्टिकोण के साथ सटीक और पूरी जानकारी प्रदान करने के लिए टैक्नोलाॅजी का उपयोग करते हैं। हमें उम्मीद है कि इस इनोवेशन से आगे चलकर गुणवत्तापूर्ण प्रजनन और यौन स्वास्थ्य सेवाओं की मांग में ठोस वृद्धि होगी और युवा पीढ़ी को सामाजिक ओवरहैंग से मुक्त किया जाएगा जो सार्थक संबंध बनाने के रास्ते में आ सकते हैं।’’

ट्रूली मैडली, जो कैजुअल डेटिंग ऐप्स और मैट्रिमोनी वेबसाइटों के बीच के अंतराल को भर रहा है, युवा पीढ़ी को अपने लिए और अपने प्रेम जीवन की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रोत्साहित करने के लिहाज से अनेक पहल कर रहा है।

ट्रूली मैडली के बारे में

ट्रूली मैडली भारत में 8.5 मिलियन उपयोगकर्ताओं के लिए कम्पैटिबिलिटी और वेरिफिकेशन के आधार पर सुरक्षित मैचमेकिंग सेवाएं प्रदान करता है। भारत के सबसे पसंदीदा डेटिंग ऐप के रूप में, जो ‘फाइंड योर फॉरएवर’ में मदद करता है, ट्रूलीमैडली मिलेनियल पीढ़ी के लिए एक संगत जीवन साथी खोजने के लिए प्रभावी प्लेटफाॅर्म है। ट्रूली मैडली का कम्पैटिबिलिटी असेसमेंट टूल भारत के कुछ बेहतरीन मनोवैज्ञानिकों, साइकोमेट्रिक्स और फैमिली थेरेपिस्ट के सहयोग से विकसित किया गया है और इन 6 आयामों पर कम्पैटिबिलिटी का आकलन करता है- पारिवारिक मूल्य, इरादा, विश्वास, अंतरंगता, व्यक्तिगत पहचान और पसंद। ऐप सार्थक संबंधों की तलाश में एकल लोगों के समुदाय को क्यूरेट करता है और उन्हें एक-दूसरे को खोजने और कनेक्ट करने के लिए टूल प्रदान करता है। 2018 में Crescere Technologies Private Limited  के रूप में पंजीकृत ट्रूली मैडली का मुख्यालय नई दिल्ली में है और को-फाउंडर और सीटीओ अमित गुप्ता के साथ को-फाउंडर और सीईओ स्नेहिल खानोर के नेतृत्व में कंपनी आगे बढ़ रही है।

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