रोलेक्सई रिंग्सक लिमिटेड का आईपीओ 28 जुलाई, 2021 को खुलेगा

मुंबई, 27 जुलाई, 2021: रोलेक्‍स रिंग्‍स लिमिटेड (”कंपनी”), जो स्‍थापित क्षमता की दृष्टि से भारत की शीर्ष पांच फॉर्जिंग कंपनियों में से एक है (स्रोत: इक्रा रिपोर्ट) ने 28 जुलाई, 2021 को अपने इक्विटी शेयर्स का आईपीओ खोलने का प्रस्‍ताव दिया है।

ऑफर का प्राइस बैंड `880 से `900 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है। न्‍यूनतम 16 इक्विटी शेयर्स और उसके बाद 16 इक्विटी शेयर्स के गुणकों में बोलियां लगायी जा सकती हैं।

ऑफर में कुल `560 मिलियन तक का फ्रेश इश्‍यू (”फ्रेश इश्‍यू”) और रिवेनडेल पीईएलएलसी (”विक्रेता शेयरधारक”) के 7,500,000 इक्विटी शेयर्स का ऑफर फॉर सेल शामिल है।

यह ऑफर सिक्‍योरिटीज कंट्रैक्‍ट्स (रेग्‍यूलेशन) रूल्‍स, 1957 यथासंशोधित (”एससीआरआर”) के नियम 19(2)(बी) के साथ सिक्‍योरटीज एंड एक्‍सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (इश्‍यू ऑफ कैपिटल एंड डिस्‍क्‍लोजर रिक्‍वायरमेंट्स) रेग्‍यूलेशंस 2018, यथासंशोधित के नियम 31 साथ पढ़ें, (”सेबी आईसीडीआर रेग्‍यूलेशंस”) की शर्तों के अनुसार उपलब्‍ध कराया जा रहा है। यह ऑफर सेबी आईसीडीआर विनियमनों के विनियमन 6(1) के अनुसार बुक बिल्डिंग प्रोसेस के जरिए उपलब्‍ध कराया जा रहा है, जिसमें ऑफर का 50 प्रतिशत से अनधिक हिस्‍सा पात्र संस्‍थागत खरीदारों (क्‍यूआईबी पोर्शन”) को आनुपातिक आधार आवंटित किये जाने के लिए उपलब्‍ध होगा, हालांकि कंपनी और विक्रेता शेयरधारक, बीआरएलएम के परामर्श से क्‍यूआईबी हिस्‍से का 60 प्रतिशत तक अपने विवेकानुसार एंकर निवेशकों को आवंटित कर सकते हैं (”एंकर निवेशक हिस्‍सा”) । एंकर निवेशक हिस्‍से का एक-तिहाई हिस्‍सा केवल घरेलू म्‍यूचुअल फंड्स के लिए आरक्षित होगा, बशर्ते घरेलू म्‍यूचुअल फंड्स से वैध बोलियां एंकर निवेशक आवंटन मूल्‍य पर या इससे अधिक मूल्‍य पर प्राप्‍त हों। सब्‍सक्रिप्‍शन कम होने या एंकर निवेशक हिस्‍से में अनावंटन की स्थिति में, बाकी इक्विटी शेयर्स, नेट क्‍यूआईबी पोर्शन में जुड़ जायेंगे। आगे नेट क्‍यूआईबी का 5 प्रतिशत केवल म्‍यूचुअल फंड्स को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्‍ध होगा और नेट क्‍यूआईबी पोर्शन का शेष हिस्‍सा म्‍यूचुअल फंड्स सहित सभी क्‍यूआईबी बोलीदाताओं को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्‍ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्‍य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्‍त हों। हालांकि, म्‍यूचुअल फंड्स की ओर से कुल मांग क्‍यूआईबी पोर्शन के 5 प्रतिशत से कम रहती है, तो म्‍यूचुअल फंड पोर्शन में आवंटन के लिए उपलब्‍ध शेष इक्विटी शेयर्स बाकी क्‍यूआईबी हिस्‍से में जुड़ जायेंगे जो क्‍यूआईबी को आनुपातिक आधार पर आवंटित किये जाने के लिए उपलब्‍ध होंगे।

आगे, ऑफर का कम-से-कम 15 प्रतिशत हिस्‍सा आनुपातिक आधार पर गैर-संस्‍थागत बोलीदाताओं को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्‍ध होगा और ऑफर का न्‍यूनतम 35 प्रतिशत हिस्‍सा सेबी आईसीडीआर विनियमनों के अनुसार खुदरा व्‍यक्तिगत बोलीदाताओं को आवंटित किये जाने के लिए उपलब्‍ध होगा, बशर्ते उनसे ऑफर मूल्‍य पर या इससे अधिक पर वैध बोलियां प्राप्‍त हों। सभी संभावित बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को अनिवार्य रूप से एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्‍लॉक्‍ड एमाउंट (”एएसबीए”) का उपयोग करना होगा और उन्‍हें उनके एएसबीए खातों एवं यूपीआई आईडी (आरआईबी के मामले में) की जानकारी प्रदान करनी होगी, जिसमें एससीएसबी द्वारा या यूपीआई विधि – जैसा लागू हो – के तहत संबंधित बोली राशि अवरुद्ध कर दी जायेगी। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के जरिए ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।

कंपनी ने फ्रेश इश्‍यू से होने वाली शुद्ध का उपयोग 1) दीर्घकालिक कार्यशील पूंजी आवश्‍यकताएं पूरी करने; और 2) सामान्‍य कॉर्पोरेट उद्देश्‍यों के लिए करने का प्रस्‍ताव दिया है।

इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्‍योरिटीज लिमिटेड और जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं।

रेड हेरिंग प्रॉस्‍पेक्‍टस के जरिए उपलब्‍ध कराये जाने वाले इक्विटी शेयर्स, बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध किये जाने के लिए प्रस्‍तावित हैं।

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