कैशफ्री पेमेंट्स 50% से ज्यादा बाजार हिस्सेदारी के साथ भारत में थोक वितरण के मामले में सबसे आगे बना हुआ है

बेंगलुरू, 28 अप्रैल, 2022: अग्रणी भुगतान और एपीआई बैंकिंग समाधान कंपनी, कैशफ्री पेमेंट्स ने आज घोषणा करते हुए बताया कि वह 50% से अधिक बाजार हिस्सेदारी के साथ देश में भुगतान वितरण में सबसे आगे बनी हुई है। कंपनी का थोक वितरण उत्‍पाद, पेआउट्स वित्त वर्ष 2021 के मुकाबले वित्त वर्ष 2022 में 100% से अधिक बढ़ चुका है। ऑनबोर्डिंग (जुड़ने) में आसानी, सहज एकीकरण, त्वरित टर्नअराउंड (प्रक्रिया में लगने वाला) समय, बेहतर यूजर अनुभव और ग्राहक-केंद्रित समर्थन प्रणाली ने कंपनी को अपने ग्राहकों को वितरण का नेतृत्व करते हुए सेवा करने में मदद की है।

कैशफ्री पेमेंट्स व्यवसायों को कई तरीकों से तुरंत भुगतान करने में मदद करता है, जिसमें बैंक खाते, यूपीआई आईडी, आईएमपीएस, एनईएफटी, पेटीएम, अमेज़न पे, कार्ड और देशी वॉलेट शामिल हैं और यह सुविधा 24X7 औरबैंक की छुट्टियों पर भी उपलब्ध है। सिस्टम नए लाभार्थियों का सत्यापन करता है, उन्हें तुरंत जोड़ता और सक्रिय करता है, जिससे वे हर बार सटीक भुगतान करने में सक्षम होते हैं। यह धोखाधड़ी का पता लगाने और एपीआई स्तर की सुरक्षा जैसी जोखिम निवारण सुविधाओं के साथ अत्यधिक विश्वसनीय, व्यापक और लचीला है। कंपनी की भुगतान सुविधा को कैशग्राम और ग्लोबल पेआउट जैसे उत्पाद नवाचार के माध्यम से व्यवसायों की सभी जरूरतों और मुद्दों को संबोधित करने के लिए तैयार किया गया है।

भारतीय अर्थव्यवस्था जो सुधार और विकास देख रही है, उसके परिणामस्वरूप डिजिटल भुगतान को लेकर जिज्ञासा में काफी बढ़ोतरी हुई है और संपर्क रहित भुगतान अब न्यू नॉर्मल (नई सामान्य स्थिति) होता जा रहा है। वित्त वर्ष 22 में कैशफ्री पेमेंट्स ने ई-कॉमर्स और वित्तीय सेवा क्षेत्रों के व्यापारियों को वितरण में वृद्धि का नेतृत्व करते हुए देखा है।

वर्तमान में कैशफ्री पेमेंट्स प्रति सेकंड 1000 पेआउट की पीक प्रोसेसिंग कर रहा है। कैशफ्री भुगतान वितरण प्लेटफॉर्म हजारों व्यापारियों को लाभार्थियों को एक दिन में 2 मिलियन से अधिक वितरण करने में मदद कर रहा है। एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में यूपीआई हैंडल पर भुगतान 562% से अधिक हो गया है, जबकि आईएमपीएस वित्त वर्ष 2021 की तुलना में वित्‍त वर्ष 2022 में 91.3% की दर से लगातार बढ़ा है।

कैशफ्री पेमेंट्स के सीईओ और सहसंस्थापक आकाश सिन्हा ने कहा, “हम मानते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था ने विकास के एक नए चरण में छलांग लगा दी है, जहां डिजिटल भुगतान को ज्‍यादा से ज्‍यादा अपनाने की मांग की जा रही है। पेआउट्स के माध्यम से हम वेतन, भत्‍ते, रिवार्ड्स और रिफंड समेत अन्य व्यवसायों और उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए भुगतान के निर्बाध वितरण को सुनिश्चित कर रहे हैं। पेआउट्स सूइट उन व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण है जो विस्तार और विकास करना चाहते हैं क्योंकि यह ग्राहकों की बदलती जरूरतों के लिए व्यापक समाधान प्रदान करता है। हमारे उत्पादों में भुगतान को एकत्र एवं वितरित करने से लेकर वेरिफिकेशन सुइट, सॉफ्‍टपीओएस और बैकिंग एपीआइज तक शामिल हैं जोकि कंपनियों की भुगतान समाधान संबंधी सभी जरूरतों को पूरा करते हैं। कैशफ्री पेमेंट्स का उद्देश्य तकनीक और नवाचार का उपयोग करके महत्वपूर्ण व्यावसायिक समस्याओं को हल करना है। भविष्य के लिए तैयार मानसिकता के साथ, हम सभी हितधारकों के लिए अधिक से अधिक उपलब्धियों, विकास और मूल्य निर्माण के लिए तत्पर हैं।”

हाल ही में, भारत के सबसे बड़े ऋणदाता एसबीआई ने एक मजबूत भुगतान पारितंत्र के निर्माण में कंपनी की भूमिका पर जोर देते हुए कैशफ्री पेमेंट्स में निवेश किया है। कैशफ्री पेमेंट्स सभी प्रमुख बैंकों के साथ मिलकर काम करता है ताकि कंपनी के उत्पादों को शक्ति प्रदान करने वाले मुख्य भुगतान और बैंकिंग बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा सके और यह शॉपिफाई, विक्स, पेपल, अमेज़न पे, पेटीएम और गूगल पे जैसे प्रमुख प्लेटफार्मों के साथ भी एकीकृत किया जा सके। भारत के अलावा, कैशफ्री पेमेंट्स उत्पादों का उपयोग अमेरिका, कनाडा और संयुक्त अरब अमीरात सहित आठ अन्य देशों में किया जाता है।

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