श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस ने राजस्थान में 17 शाखाओं में लॉन्च किया गोल्ड लोन

राजस्थान, 20 अप्रैल, 2022- श्रीराम समूह की एक इकाई श्रीराम सिटी यूनियन फाइनेंस लिमिटेड (श्रीराम सिटी) ने राजस्थान के 17 शहरों में 17 शाखाओं में अपने गोल्ड लोन को लॉन्च करने की घोषणा की। इनमें अजमेर, अलवर, उदयपुर, जयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा, जैसलमेर, कोटा, बीकानेर आदि शामिल हैं। कंपनी ने हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, नई दिल्ली, पंजाब और उत्तरांचल सहित छह राज्यों में 53 शाखाओं में यह प्रोडक्ट लॉन्च किया है। गोल्ड लोन की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी ने यह कदम उठाया है। कंपनी के पास दक्षिण भारत में एक मजबूत गोल्ड लोन फ्रैंचाइज़ी है और इसका उद्देश्य उत्तरी क्षेत्र में भी इसी सफलता को दोहराना है।

पिछले दो वर्षों से विशेष रूप से गोल्ड लोन की मांग बढ़ी है, जहां श्रीराम सिटी के पोर्टफोलियो ने पिछले वर्ष के 10 प्रतिशत के मुकाबले दिसंबर 2021 तक एयूएम का 13 प्रतिशत योगदान दिया है। कुल मिलाकर, वित्त वर्ष 22 के नौ महीनों में गोल्ड लोन के वितरण में 4,610 करोड़ रुपए की बेहतर बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जबकि साल-दर-साल वृद्धि 4,140 करोड़ रुपए रही है। इसका अर्थ यह हुआ कि गोल्ड लोन के मामले में वित्त वर्ष 23 में बेहतर रुझान के संकेत मिल रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि गोल्ड लोन लेने के प्रति धारणा धीरे-धीरे बदल रही है और गोल्ड लोन भी ऑल वेदर लोन के रूप में उभर रहा है। आज एक एसेट क्लास के रूप में गोल्ड लोन व्यक्तियों/व्यवसायों की तत्काल वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आसान ऋण प्राप्त करने के लिहाज से सबसे सुविधाजनक तरीकों में से एक है।

इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए कंपनी 75 प्रतिशत लिमिटेड लोन टू वैल्यू (एलटीवी) के साथ 50,000 रुपए की सीमा में औसत गोल्ड लोन टिकट आकार को लक्षित कर रही है। सोने की कीमत में प्रतिकूल उतार-चढ़ाव के समय में अतिरिक्त मार्जिन के लिए सीमांत आवश्यकता के दायरे को छोड़कर यह लक्ष्य तय किया गया है। कंपनी ने अपने ऋण की अवधि 5-6 महीने की सीमा में ही देखी है, जबकि आम तौर पर सामान्य अवधि 12 महीनों की मानी जाती है, जो उधारकर्ता की चुकाने की प्रवृत्ति को भी दर्शाता है। श्रीराम सिटी द्वारा दिए जाने वाले अधिकांश गोल्ड लोन में बुलेट रीपेमेंट शामिल है, और ब्याज दरें बहुत ही उचित हैं।

गोल्ड लोन की लॉन्चिंग पर टिप्पणी करते हुए श्रीराम सिटी के एमडी और सीईओ श्री वाई. एस. चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘भारत में फिजिकल ऐसेट्स के प्रति लोगों के मन में अपार आत्मीयता नजर आती है, और इनमें से सोना सबसे अलग ही चमकता है। हमने श्रीराम के क्रेडिट-टेस्टेड ग्राहकों को उधार देने के अपने दृष्टिकोण की शुरुआत की, और मजबूत मांग, अच्छी क्रेडिट गुणवत्ता और पुनर्भुगतान पर कोई दबाव नहीं देखा है। दिसंबर-21 तक हमारी गोल्ड लोन बुक 4,110 करोड़ रुपए की है। हम पांच साल में गोल्ड बुक को बढ़ाकर 15,000-20,000 करोड़ रुपए तक करने का लक्ष्य रखेंगे। दक्षिण भारत में हमारे पास स्वर्ण ऋण के लिए एक मजबूत फ्रेंचाइज है, और हमारा अधिकांश व्यवसाय इसी क्षेत्र से आता है। अब हम उत्तर में भी उन सभी प्रथाओं को दोहराएंगे, जिनकी सहायता से हमने इस दिशा में शानदार कामयाबी हासिल की है और इस तरह हम देशभर में लाभदायक विकास अर्जित करेंगे।’’

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