आइनॉक्स विंड के बोर्ड ने प्राइवेट प्लेसमेंट के आधार पर प्रवर्तकों को नॉन-कन्वर्टिबल प्रिफरेंस शेयर्स के निर्गमन के जरिए 800 करोड़ रु. तक का फंड जुटाने के लिए अनुमोदन दिया

नोएडा, 1 सितंबर 2022: भारत की अग्रणी पवन ऊर्जा समाधान प्रदाता कंपनी, आइनॉक्स विंड को बोर्ड ने आज अर्थात 30 अगस्त, 2022 को शेयरधारकों के अनुमोदन और वैधानिक एवं विनियामक स्वीकृतियों सहित उपयुक्त स्वीकृतियों, अनुमतियों एवं अनुमोदनों के अधीन और लागू नियमों के अनुसार नकद रूप में सममूल्य के पूर्ण भुगतान के लिए कंपनी के 10 रु. अंकित मूल्य के 0.01% नॉन-कन्वर्टिबल नॉन-कम्यूलेटिव पार्टिसिपेटिंग रिडीमेबल प्रिफरेंस शेयर्स (‘एनसीपीआरपीएस’) के निर्गमन के जरिए 800 करोड़ रु. तक का फंड जुटाने के लिए अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है।

एनसीपीआरपीएस के निर्गमन के जरिए जुटाए गए फंड्स का उपयोग अन्य चीज़ों के साथ-साथ ऋण चुकाने के लिए किया जाएगा।

इस अवसर पर आइनॉक्स जीएफएल समूह के कार्यकारी निदेशक, श्री देवांश जैन ने कहा, “हम भारत की अक्षय ऊर्जा खोज का हिस्सा बनने को लेकर बहुत उत्साहित हैं। आगे, अक्षय ऊर्जा सतत आर्थिक विकास की आधारशिला होगी और आइनॉक्स जीएफएल में हम सबसे आगे रहना चाहते हैं। सरकार द्वारा उद्योग को दमदार प्रोत्साहन दिए जाने, 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन आधारित ऊर्जा संसाधनों से लगभग 50% संचयी विद्युत ऊर्जा स्थापित क्षमता हासिल करने के लक्ष्य निर्धारण, और लक्षित उपयोगकर्ता खंडों में बढ़ती मांग के साथ, प्रवर्तक पवन ऊर्जा खंड में अपनी स्थिति को मजबूत करना चाहते हैं और इसलिए कंपनी में पूंजी डालने का फैसला किया है। यह निकट भविष्य में अपनी सभी परिचालनरत कंपनियों के लिए शुद्ध ऋण शून्य स्थिति प्राप्त करने के प्रवर्तक के उद्देश्य के अनुरूप भी है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि भारत के विकास में अक्षय ऊर्जा की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।”

“आइनॉक्स विंड महत्वपूर्ण बदलाव के कगार पर है जो सरकार द्वारा प्रदत्त विशेष प्रोत्साहन, देश भर के विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ती मांग और कार्बन न्युट्रैलिटी प्राप्त करने के लिए बढ़ती वैश्विक जागरूकता से प्रेरित है। आइनॉक्स का उद्देश्य बदलते ऊर्जा बाजार में अपनी स्थिति का लाभ उठाना है और इसने उद्योग में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कंपनी ने हाल ही में एनटीपीसी से 350 मेगावॉट के ऑर्डर प्राप्त करके विकास के पथ पर अपना कदम बढ़ाया है, जो हाल के दिनों में किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम से प्राप्त सबसे बड़ा ऑर्डर है। प्रवर्तकों द्वारा फंड लगाने से कंपनी को काफी गति मिलेगी और विकास के लिए अत्यावश्यक प्रोत्साहन प्राप्त होगा। फंड डाले जाने और परिचालन से नकदी प्रवाह के साथ, आइनॉक्स विंड का लक्ष्य निकट भविष्य में शुद्ध ऋण शून्य कंपनी बनना है।” – आइनॉक्स विंड लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री कैलाश ताराचंदानी ने उक्त बातें कही।

About Manish Mathur