हथकरघा, हस्तशिल्प व सस्टैन्बिलिटी पर महोत्सव 1 अक्टूबर से

जयपुर, “वी द चेंज” व वी लव हैंडलूम कोलेबोरेटिव की ओर से हथकरघा, हस्तशिल्प और सस्टैन्बिलिटी पर दो दिवसीय महोत्सव एक अक्टूबर से सुबह 10 बजे से रात 08 बजे तक अनंतया कानोता कोर्टयार्ड, नारायण निवास, जयपुर में आयोजित किया जाएगा। भारतीय शिल्प कौशल की समृद्धि और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के ध्येय के तहत आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के एक समेकित प्रयास में यह प्रस्तुत किया है। इसमें मुख्यत: कटला क्यूरेटेड पॉप अप जिसमें हस्तनिर्मित हथकरघा, हस्तशिल्प, डिज़ाइनर उत्पाद और शिल्पनिर्मित कलाकृतियों का प्रदर्शन किया जायेगा। इसके अलावा कतरण एक्सहिबिट में टेक्सटाइल वेस्ट को अपसाइकल कर 100 छात्रों द्वारा बनाया गया आर्टवर्क का शोकेस और समृद्ध हथकरघा पर बने उत्पादों को हैंडलूम वॉक के माध्यम से प्रस्तुत किया जायेगा। यह समारोह नवीनता, संरचना और संस्कृति का एक अनूठा उपक्रम है। इसमें सीसीडब्ल्यूए, आनंताया, एकेएफडी, खाटू डिजाइन, शिल्पी इंस्टिट्यूट, स्पंदनवीवर्स क्राफ्ट्स, एडीआई-जयपुर, रघुकुल ट्रस्ट इत्यादि संगठनों का सहयोग रहेगा। कार्यक्रम में प्योर फॉर श्योर टॉक शो और सैद्धांतिक चर्चा सत्र भी होंगे। इस दौरान राष्ट्रपति से सम्मानित हस्तशिल्पी डॉ. बृज वल्लभ, गीतांजलि कासलीवाल, मीनाक्षी सिंह, साधना गर्ग, वसुमित्र शंकर सहित अन्य मौजूद रहे। डॉ. वल्लभ का कहना है कि “प्रामाणिक उत्पादों के लिए एक सामूहिक समझ विकसित करना बहुत महत्वपूर्ण है, तैयार किए गए उत्पाद क्या वास्तविक हैं और क्या नहीं। क्योंकि इससे सही मायने मे हस्तशिल्प, कारीगरी व देश की कलाओ को भविष्य के लिए संजोया और बचाया जा सकेगा।

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