होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया ने जयपुर, राजस्थान में आयोजित किया सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान

जयपुर, 29 सितम्बर, 2023ः भारत में सुरक्षित राइडिंग की आदतों के बढ़ावा देने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हुए होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) ने जयपुर शहर में अपने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान को विस्तारित किया।
सड़क सुरक्षा होण्डा के लिए विश्वस्तरीय प्राथमिकता है। जयपुर टैफिक टेनिंग पार्क में आयोजित इस तीन दिवसीय कैम्प के माध्यम से एचएमएसआई 7 स्कूलों के 2000 से अधिक स्कूली छात्रों एवं स्टाफ के सदस्यों तक पहुंची और उन्हें सुरक्षित राइडिंग के बारे में जागरुक बनाया। कंपनी के रोड सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स ने प्रतिभागियों की उम्र को ध्यान में रखते हुए उचित सड़क सुरक्षा लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से सुनिश्चित किया कि सभी प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा के बारे में प्रभावी रूप से जागरुक बनाया जाए।
अपनी शुरूआत के बाद से राजस्थान राज्य में एचएमएसआई, सड़क सुरक्षा की आदतों एवं सड़क के ज़िम्मेदाराना इस्तेमाल को बढ़ावा देते हुए 5.5 लाख से अधिक व्यस्कों और बच्चों को सड़क के ज़िम्मेदाराना इस्तेमाल तथा सुरक्षित राइडिंग की आदतों पर शिक्षित कर चुकी है।
दुर्घटनामुक्त भारत के निर्माण के लिए एचएमएसआई की प्रतिबद्धता के बारे में बात करते हुए श्री विनय ढींगरा- सीनियर डायरेक्टर, एचआर, एडमिन, आईटी एण्ड काॅर्पोरेट अफे़यर्स, होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया ने कहा, ‘‘एचएमएसआई में बच्चों को सड़क सुरक्षा का ज़रूरी ज्ञान देकर उन्हें सड़क के ज़िम्मेदारी भावी उपयोगकर्ता बनाना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य युवाओं में सकारात्मक दृष्टिकोण उत्पन्न करने का है, ताकि वे इस बात को समझें कि सड़क सुरक्षा न सिर्फ अनिवार्य है बल्कि अनुशासित जीवन का मार्ग भी है।  हम एक ऐसे समाज का निर्माण करना चाहते हैं, जहां सड़क सुरक्षा को सबसे पहली प्राथमिकता दी जाए और सड़क पर सभी लोग ज़िम्मेदारी से व्यवहार करें, हम राइडरों की अगली पीढ़ी को सड़क के सुरक्षित इस्तेमाल पर सशक्त एवं शिक्षित बनाने के लिए तत्पर हैं। इसी मिशन को बढ़ावा देने के लिए एचएमएसआई ने राष्ट्रयापी सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान के लाॅन्च की पहल की है।’’
सड़क सुरक्षा के लिए होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इंडिया की सीएसआर प्रतिबद्धता

होण्डा के लिए दुनिया भर में सड़क सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता है। अप्रैल 2021 में की गई घोषणा के मुताबिक ‘‘होण्डा 2050 तक दुनिया भर में होण्डा की मोटरसाइकिलों एवं आॅटोमोबाइल्स की जानलेवा दुर्घटनाओं को शून्य तक लाने के लिए प्रयास करेगी।’’
इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हम 2030 तक अपने बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति सकारात्मक मानसिकता विकसित करना चाहते हैं और उन्हें इसके बाद भी जागरुक बनाना जारी रखेंगे। हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बच्चे न सिर्फ अपने जीवन बल्कि दूसरों के जीवन का महत्व भी समझें। हम उन्हें समझना चाहते हैं कि सुरक्षित राइडिंग की आदतें अपनाना बेहद महत्वपूर्ण है और उन्हें किसी भी कीमत पर इनकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए। इसी उद्देश्य को हासिल करने के लिए हम सड़क सुरक्षा की पहलों को पहचान कर इन्हें देश भर के स्कूलों और काॅलेजों में अंजाम देते हैं।

ये इंटरैक्टिव एवं रोचक सत्र बच्चों से लेकर युवाओं तक हर उम्र के लोगों के लिए, स्कूलों, काॅलेेजों, सरकारी एवं गैर-सरकारी संगठनों में आयोजित किए जाते हैं। इंटरैक्टिव गेम्स, रोल प्ले, वर्चुअल अनुभवों आदि के माध्यम से हम सड़क का उपयोग करने वाले सभी उपयोगकर्ताओं को सड़क पर ज़िम्मेदाराना व्यवहार करने और जागरुक बनाने के लिए प्रयास करते हैं। हमारे ये जागरुकता अभियान पहले से 5.7 मिलियन से अधिक भारतीयों तक पहुंच चुके हैं। इसके कुशल सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स की टीम देश भर में अपने 10 अडाॅप्टेड टैफिक टेनिंग पार्कों (टीटीपी) और 6 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों (एसडीईसी) में रोज़ाना प्रोग्रामों का संचालन करती है। होण्डा के राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम ने निम्नलिखित गतिविधियों के माध्यम से लर्निंग को रोचक बनायाः
1.   साइन्टिफिक रूप से तैयार किया गया लर्निंग माॅड्यूलः होण्डा के कुशल इंस्ट्रक्टर्स ने विशेष थ्योरी सत्रों के माध्यम से सड़क संकेतों एवं चिन्हों, सड़क पर ड्राइवर के कर्तव्य, राइडिंग गियर एवं पोस्चर तथा सुरक्षित राइडिंग के लिए सड़क पर शिष्टाचार की जानकारी दी।
2.  प्रैक्टिकल लर्निंगः होण्डा के वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर पर विशेष प्रशिक्षण गतिविधि को अंजाम दिया गया, जिसमें प्रतिभागियों को सड़क पर राइडिंग शुरू करने से पहले 100 संभावी खतरों के बारे में बताया गया।
3. इंटरैक्टिव सेशनः प्रतिभागियों को खतरों का पूर्वानुमान लगाने के लिए प्रशिक्षण- किकेन योसोकु टेनिंग (केवायटी) दी गई, ताकि राइडर वाहन चलाते समय खतरे का अनुमान लगा सकें और सड़क पर सुरक्षित रह सकें।
4. मौजूदा ड्राइवरों के राइडिंग कौशल में सुधारः छात्र और स्टाफ के सदस्य जो पहले से वाहन चलाते हैं, संकरे रास्तों पर राइडिंग एवं स्लो राइडिंग गतिविधियों के माध्यम से उनके राइडिंग कौशल की जांच की गई और इसमें सुधार लाया गया।
5. लर्निंग बनी रोचकः युवा छात्र सड़क सुरक्षा के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा सीख सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए एचएमएसआई ने रोज़ाना कई रोचक शैक्षणिक गतिविधियों जैसे सड़क सुरक्षा पर आधारित गेम्स और क्विज़ आदि का आयोजन किया।

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