स्ट्रेटा में लेन-देन का स्तर 1300 करोड़ रुपये के पार, नई परिसंपत्तियों के साथ पश्चिम भारत में और विस्तार पर नज़र

जयपुर, 29 दिसंबर, 2023: वाणिज्यिक रियल एस्टेट (सीआरई) में आंशिक निवेश से जुड़े भारत के अग्रणी टेक-एनेबल्ड प्लेटफॉर्म स्ट्रेटा ने वित्त वर्ष 2023-24 के अंत तक 2000 करोड़ रुपये के एयूएम का लेन-देन करने या इसे पार करने का लक्ष्य रखा है, जो आंशिक स्वामित्व क्षेत्र में आगामी नियामकीय बदलाव के अनुरूप है। इस क्षेत्र में अग्रणी के तौर पर, स्ट्रेटा इस उपलब्धि को हासिल के लिए तैयार है। कंपनी ने दिसंबर 2023 में 1300 करोड़ रुपये और 35 लाख वर्ग फुट की परिसंपत्ति का स्तर पार कर लिया।

प्लेटफॉर्म का लक्ष्य है, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात जैसे पश्चिमी राज्यों में अपनी उपस्थिति बढ़ाना। स्ट्रेटा ने पिछले आठ महीनों में, अपने लेन-देन और एयूएम में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की, जो पहले दर्ज 850 करोड़ रुपये से लगभग 50% बढ़ कर 2023 में 1300 करोड़ रुपये हो गया। इस अवधि के दौरान, कंपनी ने अपने निवेशकों की संख्या में 100% की प्रभावशाली वृद्धि दर्ज की और इनकी संख्या  3000 को पार कर गई और इसके प्लेटफॉर्म की ओर 80,000 से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ता आकर्षित हुए।

आने वाले दिनों में, स्ट्रेटा को विशेष रूप से सेबी द्वारा हाल ही में जारी किए गए छोटे और मध्यम आरईआईटी संशोधनों के मद्देनज़र निरंतर वृद्धि की उम्मीद है।

इस उपलब्धि पर अपनी टिप्पणी में, स्ट्रेटा के सह-संस्थापक और सीईओ, सुदर्शन लोढ़ा ने कहा, ‘हम छोटे और मध्यम आरईआईटी को विनियमित करने के लिए सेबी की प्रतिबद्धता का दृढ़ता से समर्थन करते हैं और स्थापित ढांचे के भीतर किसी भी आगामी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नए विनियामक माहौल में, हमारा लक्ष्य है, 2000 करोड़ रुपये के हस्तांतरण के स्तर को पार करने वाली देश की पहली प्रॉपटेक कंपनी बनना। उम्मीद है कि नए विनियामक ढांचे से आंशिक स्वामित्व क्षेत्र के भीतर विश्वास और सकारात्मक दृष्टिकोण पैदा होगा, जो न केवल खुदरा निवेशकों के अनुकूल होगा, बल्कि डेवलपर और संस्थागत निवेशकों की भी रुचि भी होगी।

इसके अतिरिक्त, हमारी मौजूदा उपलब्धि जोखिम कम करने, ग्राहक पर केंद्र में रखने और अच्छा रिटर्न देने के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह न केवल भारत के खुदरा निवेशकों के लिए आंशिक स्वामित्व पेश करने में हमारे नेतृत्व को रेखांकित करता है, बल्कि वाणिज्यिक रीयल एस्टेट निवेश के परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव का भी संकेत देता है। श्री लोढ़ा ने कहा, ”अपनी विकास यात्रा को तेज़ करने, समावेशी और पुरस्कृत उत्पादों की पेशकश करने और उद्योग में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति को मज़बूत करने के प्रति प्रतिबद्धता दृढ़ बनी हुई है।

टियर-2 बाज़ारों में विकास की संभावनाओं को देखते हुए, स्ट्रेटा ने पुणे के हिंजेवाड़ी जैसे उभरते वाणिज्यिक स्थानों में रणनीतिक रूप से विस्तार किया, जहां कंपनी ने 110 करोड़ रुपये का हस्तांतरण किया और साथ ही जयपुर और होसुर में भी विस्तार किया गया। दक्षिण में एक मज़बूत उपस्थिति स्थापित करने के बाद, स्ट्रेटा अब पुणे और जयपुर में आगामी परिसंपत्तियों के साथ पश्चिमी भारत तक अपनी पहुंच बढ़ा रही है। यह रणनीतिक कदम कुछ ऐसे बाज़ारों में अवसरों को अनलॉक करने के लिए स्ट्रेटा के सक्रिय दृष्टिकोण को रेखांकित करता है, जहां अब तक बहुत वाणिज्यिक सक्रियता दर्ज नहीं हुई है और इससे निवेशकों के लिए अच्छा रिटर्न मिलने की संभावना होती है।

स्ट्रेटा खुदरा निवेशकों को सशक्त बनाने के लिए नवोन्मेषी प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों का उपयोग करता है, जिससे वाणिज्यिक अचल संपत्ति व्यापक लक्षित वर्ग के लिए सुलभ होती है।

स्ट्रेटा का लक्ष्य है, निवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखन। यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को विभिन्न प्रकार की संपत्तियों और स्थानों का पता लगाने में मदद करता है, जो विभिन्न किस्म के विकल्प प्रदान करता है। यह दृष्टिकोण न केवल निवेश के अवसरों का दायरा बढ़ाता है, बल्कि निवेशकों के हाथों में फैसला करने की ताकत भी देता है। स्ट्रेटा के पारदर्शिता और विकल्प पर ध्यान देने की वजह से वाणिज्यिक रियल एस्टेट निवेश की गतिशीलता को नया आकार मिलता है, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि निवेशकों के पास समझ-बूझ कर फैसला करने के लिए आवश्यक जानकारी और विकल्प हों।

स्ट्रेटा अपने टेक-एनेबल्ड प्लेटफॉर्म के ज़रिये, दुनिया भर में 80,000 से अधिक उपयोगकर्ताओं को मदद करता है, जिनमें 3000 से अधिक निवेशक शामिल हैं। निवेशकों में एनआरआई, एचएनआई, फॅमिली ऑफिस, फॉर्च्यून 500 कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन, यूएचएनआई और संस्थागत निवेशक शामिल हैं, जो स्ट्रेटा की वैश्विक अपील और वाणिज्यिक रीयल एस्टेट निवेश परिदृश्य में सफलता में योगदान दे रहे हैं।

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