श्री सीमेंट लिमिटेड, देश की अग्रणी सीमेंट कंपनियों में से एक को सामुदायिक शिक्षा में उत्कृष्ट योगदान के लिए राजस्थान सरकार ने ‘राज्य स्तरीय भामाशाह पुरस्कार 2025’ से सम्मानित किया है। कंपनी की रास, ब्यावर और नवलगढ़ इकाइयों को उनके अनुकरणीय प्रयासों के लिए चुना गया। रास यूनिट ने यह सम्मान लगातार दसवीं बार प्राप्त कर उद्योग जगत में एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है।
यह पुरस्कार ‘शिक्षा भूषण सम्मान’ श्रेणी के अंतर्गत मुख्यमंत्री, श्री भजनलाल शर्मा ने जयपुर में आयोजित समारोह में प्रदान किया। समारोह में उपमुख्यमंत्री, श्री प्रेमचंद बैरोया, स्कूल शिक्षा, संस्कृत व पंचायती राज मंत्री, श्री मदन दिलावर, प्रारंभिक शिक्षा व पंचायती राज विभाग के निदेशक, श्री सीताराम जाट सहित शिक्षा जगत के अनेक गणमान्य अतिथि और अन्य भामाशाह अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री, श्री शर्मा ने सभी भामाशाहों का आभार जताते हुए कहा कि प्रदेश के सरकारी विद्यालयों की गुणवत्ता सुधारने में पब्लिक‑प्राइवेट पार्टनरशिप अहम भूमिका निभा रहा है।
इस अवसर पर श्री सीमेंट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, श्री नीरज आखौरी ने कहा,“श्री सीमेंट में हमारा मानना है कि सतत समुदाय‑निर्माण जिम्मेदार व्यवसाय की बुनियाद है। शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, कौशल विकास आदि विविध क्षेत्रों में दीर्घकालिक संरचित पहलों के माध्यम से हम अपने संयंत्रों के आसपास समग्र विकास को आगे बढ़ा रहे हैं। हमारा सहयोग स्थानीय स्कूलों में बेहतर शिक्षण वातावरण की नींव रख रहा है और बच्चों की ज़िंदगियों में सकारात्मक बदलाव ला रहा है।”
कंपनी की ओर से यह पुरस्कार श्री विशाल भारद्वाज (ज्वाइंट वाइस प्रेसिडेंट ‑ CSR), श्री जे. के. पुरोहित (एचआर हेड – रास), श्री विशाल जैसवाल (CSR हेड – रास), श्री निशांत गौर (नवलगढ़), तथा CSR टीम के श्री अमित टक व श्री मनोज बियानी (ब्यावर) ने प्राप्त किया।
यह सम्मान सरकारी स्कूलों को सशक्त बनाने की दिशा में श्री सीमेंट के निरंतर और प्रभावशाली प्रयासों की सराहना का प्रतीक है। कंपनी ने कक्षाएँ, पानी टैंक, शौचालय, बाउंड्री वॉल बनवाने के साथ‑साथ ज़रूरी मरम्मत कराई है। इसके अलावा पेड़ लगाओ अभियानों और स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम चलाए, हज़ारों बच्चों को स्टेशनरी‑फर्नीचर बाँटा और पढ़ाई से जुड़ी गतिविधियों के लिए आर्थिक मदद भी दी।
इन पहलों से श्री सीमेंट की यह मान्यता फिर से साबित होती है कि शिक्षा ही सामाजिक प्रगति और विकास की नींव है।