राष्ट्रीय, 9 जुलाई 2025: स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेस लिमिटेड (“स्मार्टवर्क्स” या “कंपनी”) अपने इक्विटी शेयरों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (“ऑफर”) के लिए बोली / प्रस्ताव अवधि 10 जुलाई 2025, गुरुवार से खोलने का प्रस्ताव रखती है।
कुल ऑफर साइज में कंपनी द्वारा ₹4,450 मिलियन तक के नए इक्विटी शेयरों का नया निर्गम (“फ्रेश इश्यू”) और कुछ मौजूदा शेयरधारकों (“विक्रेता शेयरधारकों”) द्वारा 33,79,740 इक्विटी शेयरों तक का बिक्री के लिए प्रस्ताव (“ऑफ़र फ़ॉर सेल”) शामिल है।
पात्र कर्मचारियों के लिए आरक्षित हिस्से में प्रति इक्विटी शेयर ₹37 की छूट दी जा रही है।
इस निर्गम से प्राप्त शुद्ध आय (“नेट प्रोसिड्स”) का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा (“ऑफ़र के उद्देश्य”) —
- कंपनी द्वारा लिए गए कुछ बकाया ऋणों के पूर्ण या आंशिक पुनर्भुगतान/प्रीपेमेंट/रिडेम्पशन के लिए ₹1,140 मिलियन तक,
- नए सेंटर्स में फिट-आउट्स के लिए पूंजीगत व्यय और उन सेंटर्स के लिए सुरक्षा जमा के लिए ₹2,258.40 मिलियन तक,
- और शेष राशि को सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाएगा।
ऑफर फॉर सेल में एनएस निकेतन एलएलपी द्वारा 490,000 इक्विटी शेयर, एसएनएस इंफ्रा रियल्टी एलएलपी (“प्रमोटर सेलिंग शेयरहोल्डर्स”) द्वारा 310,000 इक्विटी शेयर और स्पेस सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व में लिस्ब्राइन पीटीई लिमिटेड) (“निवेशक सेलिंग शेयरहोल्डर्स”) (सामूहिक रूप से, “निवेशक सेलिंग शेयरहोल्डर्स”) द्वारा 2,579,740 इक्विटी शेयर शामिल हैं।
एंकर निवेशक बोली/प्रस्ताव अवधि बुधवार, 9 जुलाई, 2025 को खुलेगी और बंद होगी। बोली/प्रस्ताव अवधि गुरुवार, 10 जुलाई, 2025 को सदस्यता के लिए खुलेगी और सोमवार, 14 जुलाई, 2025 को बंद होगी।
इस ऑफर के लिए प्राइस बैंड ₹387 से ₹407 प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है। बोली कम से कम 36 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 36 के गुणकों में की जा सकती है।
यह इक्विटी शेयर कंपनी द्वारा दिनांक 4 जुलाई, 2025 को जारी रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (RHP) के माध्यम से पेश किए जा रहे हैं, जिसे कंपनी ने दिल्ली और हरियाणा के रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़ (RoC), नई दिल्ली में दाखिल किया है।
4 जुलाई, 2025 के रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस के माध्यम से पेश किए गए इक्विटी शेयरों को बीएसई लिमिटेड (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) पर सूचीबद्ध किए जाने का प्रस्ताव है। ऑफर के प्रयोजनों के लिए, एनएसई नामित स्टॉक एक्सचेंज है।
जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, बीओबी कैपिटल मार्केट्स लिमिटेड, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड (जिसे पहले आईआईएफएल सिक्योरिटीज लिमिटेड के नाम से जाना जाता था) और कोटक महिंद्रा कैपिटल कंपनी लिमिटेड ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।
इसमें इस्तेमाल किए गए लेकिन परिभाषित नहीं किए गए सभी बड़े अक्षरों वाले शब्दों का वही अर्थ होगा जो आरएचपी में उन्हें दिया गया है।
यह ऑफर SCRR के नियम 19(2)(b) और SEBI ICDR विनियमों के रेगुलेशन 31 के अंतर्गत किया जा रहा है। यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से SEBI ICDR विनियमों के रेगुलेशन 6(1) के अनुसार लाया जा रहा है, जिसके अंतर्गत नेट ऑफर का अधिकतम 50% हिस्सा पात्र संस्थागत खरीदारों (QIBs) को अनुपातिक आधार पर आवंटित किया जाएगा (“QIB हिस्सा”)। कंपनी, बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के साथ परामर्श करके, QIB हिस्से के 60% तक हिस्से को Anchor Investors को विवेकाधीन आधार पर आवंटित कर सकती है (“एंकर निवेशक हिस्सा”)।
इस एंकर निवेशक हिस्से का एक-तिहाई भाग घरेलू म्यूचुअल फंड्स के लिए आरक्षित रहेगा, बशर्ते घरेलू म्यूचुअल फंड्स से प्राप्त बोलियां एंकर निवेशक आवंटन मूल्य या उससे अधिक पर प्राप्त हों, जैसा कि SEBI ICDR विनियमों में प्रावधान है।
एंकर निवेशक हिस्से में कम सदस्यता या गैर-आवंटन की स्थिति में, शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी हिस्से (एंकर निवेशक हिस्से के अलावा) (“नेट क्यूआईबी हिस्सा”) में जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, नेट क्यूआईबी हिस्से का 5% केवल म्यूचुअल फंड को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, और नेट क्यूआईबी हिस्से का शेष हिस्सा म्यूचुअल फंड सहित सभी क्यूआईबी को आनुपातिक आधार पर आवंटन के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते कि ऑफर मूल्य पर या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों। हालांकि, अगर म्यूचुअल फंड की कुल मांग नेट क्यूआईबी हिस्से के 5% से कम है, तो म्यूचुअल फंड हिस्से में आवंटन के लिए उपलब्ध शेष इक्विटी शेयरों को क्यूआईबी को आनुपातिक आवंटन के लिए शेष नेट क्यूआईबी हिस्से में जोड़ा जाएगा।
इसके अतिरिक्त: (a) नेट ऑफर का कम से कम 15% हिस्सा गैर-संस्थागत बोलीदाताओं (Non-Institutional Bidders) को आवंटन के लिए उपलब्ध होगा (“गैर-संस्थागत हिस्सा”), जिसमें से एक-तिहाई हिस्सा उन बोलीदाताओं के लिए आरक्षित होगा जिनकी बोलियां ₹2 लाख से अधिक और ₹10 लाख तक हों, और दो-तिहाई हिस्सा उन बोलीदाताओं के लिए आरक्षित होगा जिनकी बोलियां ₹10 लाख से अधिक हों।
यदि इन उप-श्रेणियों में से किसी एक हिस्से में कम सदस्यता या गैर-आवंटन की स्थिति में, शेष हिस्से को दूसरी उप-श्रेणी के पात्र आवेदकों को आवंटित किया जा सकता है, बशर्ते वैध बोलियां ऑफर मूल्य के बराबर या उससे अधिक पर प्राप्त हुई हों। (b) नेट ऑफर का कम से कम 35% हिस्सा खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (Retail Individual Bidders – RIBs) को SEBI ICDR विनियमों के अनुसार आवंटन के लिए उपलब्ध रहेगा, बशर्ते उनसे वैध बोलियां ऑफर मूल्य के बराबर या उससे अधिक पर प्राप्त हुई हों।
सभी संभावित बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) के लिए यह अनिवार्य है कि वे अस्बा-ASBA (Application Supported by Blocked Amount) प्रक्रिया के माध्यम से ही ऑफर में भाग लें।
इसके लिए उन्हें अपने अस्बा खाते का विवरण और यदि वे UPI बोलीदाता हैं, तो UPI ID प्रदान करना होगा, जिसके माध्यम से SCSBs (Self Certified Syndicate Banks) या प्रायोजक बैंक उनकी बोली की राशि को ब्लॉक करेंगे।
एंकर निवेशकों को अस्बा प्रक्रिया के माध्यम से एंकर निवेशक पोर्शन में भाग लेने की अनुमति नहीं है।
इसके अतिरिक्त, पात्र कर्मचारियों को कर्मचारी आरक्षण खंड के अंतर्गत वैध बोलियां प्राप्त होने पर (कर्मचारी छूट के बाद, यदि कोई हो) अनुपातिक आधार पर इक्विटी शेयर आवंटित किए जाएंगे।
अधिक जानकारी के लिए, कृपया RHP के पृष्ठ 488 पर “ऑफर प्रक्रिया” देखें।