आईवैल्यू इन्फोसॉल्यूशंस लिमिटेड: आईपीओ गुरुवार, 18 सितंबर, 2025 को खुलेगा

राष्ट्रीय, 18 सितंबर, 2025: आईवैल्यू इन्फोसॉल्यूशंस लिमिटेड (“कंपनी”) गुरुवार, 18 सितंबर, 2025 को 2 रुपये अंकित मूल्य वाले अपने इक्विटी शेयरों (“इक्विटी शेयर”) का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (“प्रस्ताव”) खोलने का प्रस्ताव रखी है। एंकर निवेशक के लिए बोली लगाने की तिथि बोली/प्रस्ताव खुलने की तिथि से एक कार्यदिवस पहले, बुधवार, 17 सितंबर, 2025 है। बोली/प्रस्ताव बंद होने की तिथि सोमवार, 22 सितंबर, 2025 है।

इस ऑफरिगं का मूल्य बैंड 2 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर के लिए 284 रुपये से 2 रुपये अंकित मूल्य वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर के लिए 299 रुपये निर्धारित किया गया है। न्यूनतम 2 रुपये अंकित मूल्य वाले 50 इक्विटी शेयरों और उसके बाद 2 रुपये अंकित मूल्य वाले 50 इक्विटी शेयरों के गुणकों के लिए बोलियाँ लगाई जा सकती हैं।

आरंभिक सार्वजनिक पेशकश में विक्रय शेयरधारकों द्वारा 18,738,958 इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश शामिल है। इसमें सुनील कुमार पिल्लई द्वारा 762,115 इक्विटी शेयर, कृष्ण राज शर्मा द्वारा 1,164,645 इक्विटी शेयर और श्रीनिवासन श्रीराम (सामूहिक रूप से “प्रवर्तक विक्रय शेयरधारक”) द्वारा 921,048 इक्विटी शेयर शामिल हैं। हिल्डा सुनील पिल्लई (“प्रमोटर ग्रुप सेलिंग शेयरहोल्डर”) द्वारा 1,000,246 इक्विटी शेयर, सुंदरा (मॉरीशस) लिमिटेड (“निवेशक सेलिंग शेयरहोल्डर”) द्वारा 11,012,539 इक्विटी शेयर और वेंकटेश आर द्वारा 632,196 इक्विटी शेयर, सुबोध अंचन द्वारा 592,726 इक्विटी शेयर, रॉय अब्राहम योहानन द्वारा 477,949 इक्विटी शेयर, बृजेश श्रीवास्तव द्वारा 457,149 इक्विटी शेयर, एल नागभूषण रेड्डी द्वारा 449,915 इक्विटी शेयर, रण विजय प्रताप सिंह द्वारा 449,916 इक्विटी शेयर, रवींद्र कुमार सांखला द्वारा 377,099 इक्विटी शेयर और वेंकट नागा स्वरूप मुववाला द्वारा इक्विटी शेयर (सामूहिक रूप से “व्यक्तिगत विक्रय शेयरधारक”) शामिल हैं।

यह ऑफर बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के माध्यम से सेबी आईसीडीआर विनियमों के विनियमन 31 के साथ पठित एससीआरआर के नियम 19(2)(बी) के अनुसार और सेबी आईसीडीआर विनियमों के विनियमन 6(1) के अनुपालन में किया जा रहा है, जिसमें ऑफर का 50% से अनधिक हिस्सा आनुपातिक आधार पर योग्य संस्थागत खरीदारों (“क्यूआईबी” और ऐसा हिस्सा, “क्यूआईबी हिस्सा”) को आवंटित किया जाएगा, बशर्ते कि हमारी कंपनी, बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के परामर्श से सेबी आईसीडीआर विनियमों (“एंकर निवेशक हिस्सा”) के अनुसार विवेकाधीन आधार पर एंकर निवेशकों को क्यूआईबी हिस्से का 60% तक आवंटित कर सकती है, जिसमें से एक तिहाई घरेलू म्यूचुअल फंड के लिए आरक्षित होगा, जो घरेलू म्यूचुअल फंड से एंकर निवेशकों को आवंटित मूल्य (“एंकर निवेशक आवंटन मूल्य”) पर या उससे अधिक पर वैध बोलियों के अधीन होगा। एंकर निवेशक हिस्से में कम अभिदान या गैर-आबंटन की स्थिति में, शेष इक्विटी शेयरों को नेट क्यूआईबी हिस्से में जोड़ दिया जाएगा।

इसके अलावा, नेट क्यूआईबी हिस्से का 5% आनुपातिक आधार पर केवल म्यूचुअल फंड को आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों, और नेट क्यूआईबी हिस्से का शेष हिस्सा म्यूचुअल फंड सहित सभी क्यूआईबी को आनुपातिक आधार पर आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा।

इसके अलावा, सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार, ऑफर का कम से कम 15% गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा और ऑफर का कम से कम 35% खुदरा व्यक्तिगत बोलीदाताओं को आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा, बशर्ते ऑफर मूल्य पर या इससे ऊपर वैध बोलियां प्राप्त हों।

गैर-संस्थागत हिस्से का एक-तिहाई हिस्सा गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा, जिनकी बोली का आकार 0.20 मिलियन रुपये से अधिक और 1.00 मिलियन रुपये तक होगा और गैर-संस्थागत हिस्से का दो-तिहाई हिस्सा गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को आवंटित करने के लिए उपलब्ध होगा, जिनकी बोली का आकार 1.00 मिलियन रुपये से अधिक होगा, बशर्ते कि गैर-संस्थागत हिस्से की इन दो उप-श्रेणियों में से किसी एक में कम-सदस्यता को गैर-संस्थागत हिस्से की अन्य उप-श्रेणी में गैर-संस्थागत बोलीदाताओं को सेबी आईसीडीआर विनियमों के अनुसार आवंटित किया जा सकता है, बशर्ते कि वैध बोलियां प्रस्ताव मूल्य पर या उससे अधिक पर प्राप्त हों।

सभी संभावित बोलीदाताओं (एंकर निवेशकों को छोड़कर) को अनिवार्य रूप से एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अमाउंट (“एएसबीए”) प्रक्रिया के माध्यम से ऑफर में भाग लेना होगा। इसके लिए उन्हें अपने संबंधित एएसबीए खातों और यूपीआई बोलीदाताओं के मामले में यूपीआई आईडी (जैसा भी लागू हो) का विवरण देना होगा। इसके बाद, उनकी संबंधित बोली राशि को स्व-प्रमाणित सिंडिकेट बैंकों (“एससीएसबी”) या प्रायोजक बैंकों द्वारा यूपीआई तंत्र के तहत, जैसा भी मामला हो, संबंधित बोली राशि की सीमा तक ब्लॉक कर दिया जाएगा। एंकर निवेशकों को एएसबीए प्रक्रिया के माध्यम से ऑफर में भाग लेने की अनुमति नहीं है।

कंपनी के इक्विटी शेयरों को बीएसई लिमिटेड (“बीएसई”) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (“एनएसई”) (बीएसई और एनएसई संयुक्त रूप से, “स्टॉक एक्सचेंज”) पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।

आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज लिमिटेड और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड इस ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर (“बीआरएलएम”) हैं।

About Manish Mathur