जयपुर ने आज खेल और सामाजिक सेवा का अद्भुत संगम देखा जब द गिविंग गोल चैरिटी फुटबॉल टूर्नामेंट उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ। इस पहल की शुरुआत जयश्री पेरिवाल इंटरनेशनल स्कूल के तीन छात्रों अव्यायन धोका, भरत राणा और रुद्रांश पलावत ने की। इसका उद्देश्य वंचित फुटबॉल खिलाड़ियों को आवश्यक साधन और अवसर प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाना है। राजस्थान राज्य खेल परिषद के मार्गदर्शन में, जेपीआईएस के संरक्षण में, राजस्थान फुटबॉल संघ के सहयोग से, सारोवर पोर्टिको द्वारा प्रस्तुत, तथा आईएनए सोलर, स्पेक्टा और लेहर फुटवियर द्वारा समर्थि इस कार्यक्रम से जुटाए गए धन से 500 खिलाड़ियों को प्रोफेशनल फुटबॉल स्टड्स (क्लीट्स) उपलब्ध कराए जाएंगे।
समापन समारोह में अनेक गणमान्य अतिथियों ने शिरकत की, जिनमें मुख्य अतिथि के तौर पर जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ सहित गेस्ट ऑफ़ ऑनर राजेंद्र सिंह सिसोदिया (सचिव, राजस्थान राज्य खेल परिषद), ब्रिगेडियर जितेंद्र, राजस्थान फुटबॉल फेडरेशन के सचिव दिलीप सिंह, शेबी फिलिप्स, शकील अहमद और सहित अन्य गणमान्य शामिल थे।
ये मैच हुए आयोजित –
कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पूरे राजस्थान से लगभग 400 से ज़्यादा बच्चों ने हिस्सा लिया, और मैच को उत्साहवर्धक बनाया। टूर्नामेंट में चार अंडर-14 टीमें जेपीआईएस, एसएमएस, आइडियल स्पोर्ट्स क्लब और राजस्थान फुटबॉल फेडरेशन ने खिताब के लिए मुकाबला किया। रोमांचक फाइनल में जेपीआईएस स्टार्स विजेता बने और ट्रॉफी के साथ ₹25,000 नगद पुरस्कार जीता, जबकि आरएफए उपविजेता रहा। अतीवीर धोका (जेपीआईएस) को मैन ऑफ द टूर्नामेंट और बेस्ट स्कोरर घोषित किया गया। वहीं मैन ऑफ द मैच का खिताब रियाज़ सरदार (जेपीआईएस) और कनूराम गागरा (आरएफए) को मिला। अन्य पुरस्कारों में प्रवीण (आरएफए) बेस्ट ड्रिब्लर और अर्श देवान (जेपीआईएस) बेस्ट गोलकीपर चुने गए। प्रतिभागियों को टैबलेट और हेडफ़ोन जैसे आकर्षक गिफ्ट्स भी लकी ड्रॉ के माध्यम से प्रदान किए गए।
भविष्य की दिशा में, द गिविंग गोल का लक्ष्य राजस्थान भर में “शू लाइब्रेरीज़” स्थापित करना और एक एआई-सक्षम ट्रेनिंग ऐप लॉन्च करना है, ताकि इसे खेलो राजस्थान यूथ गेम्स का अभिन्न हिस्सा बनाया जा सके।