अल्फ़ाबेट्ज़ इंटरनेशनल स्कूल ने सोमवार, 29 सितंबर 2025 को अपने विद्यार्थियों के लिए एक सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें ‘एक कोई थे राजा राम’ कहानी पर आधारित एक प्रभावशाली नाट्य प्रस्तुति और डांडिया नृत्य का समावेश था। स्कूल के इस प्रयास को छात्रों – छात्राओं की सांस्कृतिक समझ और शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
अभिनय से सजी ‘एक थे राजा राम’ की कहानी
कार्यक्रम की शुरुआत में छात्रों – छात्राओं ने प्रसिद्ध कहानी ‘एक कोई थे राजा राम’ पर आधारित एक मनमोहक नाटक प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति में छात्रों – छात्राओं ने अपने शानदार अभिनय कौशल का प्रदर्शन किया और कहानी के विभिन्न चरित्रों को जीवंत कर दिया। जिसमें कनिष्क, परिधि, मोहित, केशव, एकांश, भूमि एवं धैर्य ने अपने अभिनय कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
नवदुर्गा के रूपों में कामाक्षी स्वामी, अमीषी, गौरवी, आध्या एवं मिष्टी ने देवी के विविध स्वरूपों की सुंदर एवं भक्ति-भावनाओं से परिपूर्ण प्रस्तुतियाँ दीं।
यह आयोजन बच्चों के अंदर भारतीय संस्कृति, धर्म और परंपराओं के प्रति प्रेम एवं सम्मान को जागृत करने का एक सुंदर प्रयास रहा।
स्कूल के प्रयास: स्कूल प्रबंधन का उद्देश्य इन गतिविधियों के माध्यम से छात्रों में आत्मविश्वास, सामूहिक कार्य (टीम वर्क) और अभिनय कला को विकसित करना है। निदेशक श्रीमती अंकिता जैन ने कहा, “हमारा मानना है कि शिक्षा केवल कक्षाओं तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि छात्रों- छात्राओं को अपनी रचनात्मकता और सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का अवसर भी मिलना चाहिए। इस तरह के कार्यक्रम छात्रों- छात्राओं के सर्वांगीण विकास में सहायक होते हैं।”
नाट्य प्रस्तुति के बाद, स्कूल परिसर में डांडिया उत्सव की धूम रही। रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में सजे नन्हे मुन्हे और शिक्षकों ने एक साथ गरबा और डांडिया की ताल पर खूब नृत्य किया। शिक्षकों ने भी उत्साहपूर्वक छात्रों- छात्राओं के साथ डांडिया खेला, जिससे स्कूल के वातावरण में एक खुशनुमा ऊर्जा का संचार हुआ। यह पल छात्रों- छात्राओं और शिक्षकों के बीच के बंधन को और मजबूत करने वाला साबित हुआ।