जयपुर, 10 नवम्बर — फिक्की फ्लो जयपुर चैप्टर 2025–26 की अध्यक्षा डॉ. रिम्मी शेखावत के प्रेरक नेतृत्व में प्रतिष्ठित जयपुर क्लब में राजस्थान की पारंपरिक लोक-कलाओं को समर्पित ग्रैंड गाला घूमर संध्या का सुंदर एवं भव्य आयोजन किया गया। यह राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान और नई पीढ़ी से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण प्रयास रहा।
मुख्य अतिथि : सुश्री भुवनेश्वरी कुमारी शाहपुरा,
स्वर्गीय श्रीमती गोवर्दन कुमारी जी की सुपुत्री
संध्या के दौरान 100 से अधिक महिला कलाकारों ने प्रामाणिक घूमर नृत्य प्रस्तुत कर राजस्थानी नारी शक्ति, सौम्यता और गरिमा का अविस्मरणीय प्रतीक दर्शाया। रंग-बिरंगी पारंपरिक पोशाक और तालबद्ध घूमर की चाल ने पूरे वातावरण को सांस्कृतिक उत्सव में बदल दिया।
परिधान के पारम्परिक स्वरूप को बनाए रखने हेतु ज्योति डी तोमर जी के निर्देशानुसार अंतिम मंचन में लूम और बाजूबंद न पहनने का विशेष ध्यान रखा गया — जिससे घूमर की मौलिकता और विरासत भव्य रूप से उभर सकी।
गणगौर घूमर डांस अकादमी की प्रमुख ज्योति डी तोमर, पद्मश्री स्वर्गीय एच.एच. राजमाता गोवर्दन कुमारी की वरिष्ठ शिष्या हैं तथा घूमर कला के संरक्षण हेतु राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित हैं। उनके निर्देशन में प्रस्तुति दर्शकों के हृदय में राजस्थानी परम्परा का गौरव सजीव कर गई।
डॉ. रिम्मी शेखावत ने कहा—
“घूमर हमारी विरासत ही नहीं, हमारी पहचान है। इसे संजोना, सराहना और आने वाली पीढ़ियों तक पहुँचाना हमारा सामूहिक दायित्व है।”
यह आयोजन इस बात का प्रतीक रहा कि जब समुदाय एकत्र होकर संस्कृति का उत्सव मनाता है, तब धरोहर नयी ऊर्जा के साथ जीवित रहती है। साथ ही यह कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण, सहयोग और सांस्कृतिक गौरव को भी सार्थक रूप में अग्रसर करता है।
पत्रिका जगत Positive Journalism