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संपत्ति सृजन और कर बचत के दोहरे फायदे

Edit-Rashmi Sharma

जयपुर 12 जून 2020 – ज्यादातर लोगों को पता ही होगा कि वर्तमान कोविड- 19 महामारी के कारण वित्त मंत्रालय ने एक राहत उपाय के रूप में वित्त वर्ष 2019-20 के लिए इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम्स (ईएलएसएस) में कर बचत निवेश की समय सीमा को 31 मार्च 2020 से 30 जून 2020 तक बढ़ा दिया है। इसलिए, यदि आप ईएलएसएस में निवेश करने से चूक गए हैं, तो यहां आपके लिए वित्त वर्ष 2019-20 के लिए कर बचाने का एक और मौका है।

ईएलएसएस फंड दरअसल म्यूचुअल फंड के तहत एक ऐसी श्रेणी है जो निवेशकों को निवेश के कई लाभों को हासिल करने की अनुमति देता है। ईएलएसएस म्युचुअल फंड उनके द्वारा प्रदान किए जाने वाले कर लाभों के लिए ही जाने जाते हैं। इसके अलावा, इक्विटी प्रतिभूतियों में निवेश के फायदे भी इसमें जोड़े जाते हैं। मुख्य रूप से इसी तरह के कर लाभ प्रदान करने के कारण ज्यादातर लोग पीपीएफ, एनएससी, एफडी आदि जैसे अन्य कर बचत साधनों के साथ उनकी तुलना करते हैं, लेकिन यदि आप अन्य कर साधनों के साथ इसके कई लाभों की तुलना करते हैं, तो ईएलएसएस सूची में सबसे ऊपर है। एक तरफ ईएलएसएस प्रत्येक वित्तीय वर्ष में कुल कर योग्य आय पर 1.50 लाख रुपये तक की कटौती करने में सक्षम बनाता है, वहीं दूसरी तरफ यह भविष्य की आवश्यकताओं और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए संपत्ति के सृजन का असाधारण फायदा भी प्रदान करता है। इसके अलावा, ईएलएसएस केवल पारंपरिक कर बचत मार्ग की तुलना में सबसे कम लॉक-इन अवधि के साथ आता है। इसका लाॅक-इन पीरियड सिर्फ 3 साल का होता है। यह लॉक-इन अवधि अल्पावधि में बाजार की अस्थिरता के जोखिम को कम करती है।

यूटीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड (टैक्स सेविंग्स) ऐसा ही एक आॅफर है, जो दिसंबर-1999 से खुला है और जो अपने निवेशकों के लिए संपत्ति सृजन में जुटा है। यह फंड एक इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) है जो इक्विटी प्रतिभूतियों में निवेश करके और करों पर बचत करके मजबूत रिटर्न का दोहरा लाभ प्रदान करता है। 31 मई-2020 तक 1.70 लाख यूनिट धारकों के साथ इस फंड का एयूएम 1,100 करोड़ रुपए से अधिक है। फंड ने बेहतर रिटर्न समायोजित रिटर्न प्रदान करने के उद्देश्य से स्वस्थ रिटर्न अनुपात, नकदी प्रवाह और बेहतर प्रबंधन द्वारा चलने वाले व्यवसायों में निवेश करने का प्रयास किया है।

फंड को मार्केट कैपिटलाइजेशन स्पेक्ट्रम में निवेश करने वाले मल्टी कैप फंड के रूप में पहचाना जाता है। 31 मई-2020 तक फंड ने 65 प्रतिशत तक लार्ज कैप स्टॉक्स और शेष मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश किया है। इस स्कीम के टाॅप होल्डिंग्स में एचडीएफसी बैंक लिमिटेड, आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड, इंफोसिस लिमिटेड, एचडीएफसी लिमिटेड, एक्सिस बैंक लिमिटेड, आईटीसी लिमिटेड, भारती एयरटेल लिमिटेड, गुजरात गैस लिमिटेड, क्राॅम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिक्स लिमिटेड और पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड शामिल हैं, जो पोर्टफोलियो के कॉर्पस में 42 फीसदी का हिस्सा रखते हैं।

यूटीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड (टैक्स सेविंग) उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हो सकता है, जो ऐसे फंडों की तलाश कर रहे हैं जो 3 साल के लॉक-इन पीरियड के रूप में लार्ज कैप बायस्ड नहीं हैं। फंड पोर्टफोलियो के लिए लंबी अवधि के लिए निवेश की अनुमति देता है, इस प्रकार से उच्च जोखिम-समायोजित रिटर्न की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, योजना में 1.50 लाख रुपए तक के निवेश पर आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80 सी के तहत कर लाभ हासिल किया जा सकता है।

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