एनईबी थाना पुलिस ने 24 घंटे से बंधक हरियाणा के फिरोजपुर झिरका निवासी व्यापारी को1घंटे में ही अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराया

Edit-Swadesh Kapil
अलवर 1 सितम्बर 2020- अलवर जिले के एनईबी थाना पुलिस ने 24 घंटे से बंधक हरियाणा के फिरोजपुर झिरका निवासी व्यापारी को1घंटे में ही अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा कर हनी ट्रैप की घटना का पर्दाफाश करते हुए एक महिला सहित दो जनों को गिरफ्तार किया है। अपराधियों  ने परिजनों से रिहाई के लिए ₹300000 की फिरौती मांगी गई थी और फिरौती नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी।
 एनईबी थाना पुलिस ने बताया कि 30 अगस्त को फिरोजपुर झिरका निवासी हारुन पुत्र कालू खान ने रिपोर्ट दी कि मेरा लड़का तालीम की फिरोजपुर झिरका में दुकान है। 29 अगस्त को अपनी दुकान पर गया था लेकिन वह घर वापस नहीं आया । उसके मोबाइल नंबर से हमें किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया कि तुम्हारा लड़का तालीम हमारे कब्जे में है । अगर इसकी सलामती चाहते हो तो सुबह 8 बजे तक अयान हॉस्पिटल अलवर के पास आ जाना और ₹300000  ले आना और तुम्हारा लड़का  ले जाना।  हम सुबह  अयान हॉस्पिटल पहुंचे तो हमारा लड़का और मुलजिम नहीं मिले बार-बार फोन आते रहे । इसके बाद रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। मुलजिम अपनी पहचान छुपाने के उद्देश्य से अपराध के मोबाइल से उसके परिजनों से बात करा रहे थे और फिरौती की मांग करते रहे इस दौरान उन्होंने अपराध व्यक्ति की भी परिजनों से बात कराई जिससे उन्हें विश्वास हो गया क्या प्रति व्यक्ति वास्तव में उनके कब्जे में हैं ओर कमरे में बंद है । अपहरण कर्ताओं ने फिरौती की रकम न देने पर युवक के परिजनों को अंजाम देने की भुगतने की धमकी भी दी। पुलिस ने टीम गठित कर मुलजिम के परिजनों को रुपये लेकर बुलाए स्थान पर भेजा और आसपास सक्रिय बदमाशों पर निगरानी रखी गई। उसके बाद पुलिस ने तकनीकी साधनों का उपयोग कर अपहरण कर्ताओं के ठिकाने पर दबिश देकर युवक को सकुशल बचा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस मामले में 60 फुट रोड ठाकुर वाला कुआं रामनगर अलवर निवासी सुरेंद्र कौर और सितो  पत्नी गुरमीत सिंह एवं इसके पति गुरमीत सिंह पुत्र बाबू सिंह को गिरफ्तार किया है। दोनों पति-पत्नी के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं ।पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र कौर उर्फ सितो गिरोह का मास्टर माइंड है जो अलग-अलग स्थानों पर जाकर दुकानदारों व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर काम करने वालों से किसी बहाने से संपर्क कर मोबाइल नंबर का आदान प्रदान करती है। उसके पश्चात टारगेट व्यक्ति से बात कर संपर्क बढ़ाती है और विश्वास में लेती है और बहला-फुसलाकर अपने ठिकाने पर बुलाती है । उसे बंधक बनाकर उसके परिजनों से फिरौती मांगती है ।फिरौती नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी देती है । अपह्रत व्यक्ति से उसका सामान मोबाइल रुपए लूट लेते हैं और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देता है। जिससे घबराकर स्वयं ही परिजनों को रुपए लाने के लिए कह देते हैं।

About Manish Mathur