Edit-Rashmi Sharma
जयपुर 6 सितंबर 2020 – एक व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का महत्व सबसे ऊपर होता है। राजस्थान फाउंडेशन ने शिक्षक दिवस पर प्रवासी राजस्थानी शिक्षाविदों को सन्मानित करने के लिए एक खास वेबिनार का आयोजन किया। एनआरआर शिक्षाविदों जैसे श्री दिनेश कोठारी, एमडी, दिल्ली प्राइवेट स्कूल ग्रुप, यूएई, डॉ। मयंक वत्स, एसोसिएट प्रोफेसर, दुबई मेडिकल कॉलेज, यूएई, जयवीर सिंह राठौर, निदेशक मिर्गी प्रभाग, व्हासन क्लिनिकल फाउंडेशन, साउथ फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, डॉ। रणवीर सिंह राठौर, एसोसिएट प्रोफेसर, डॉ। पंकज चांडक, विशेषज्ञ रजिस्ट्रार और रिसर्च फेलो, किंग्स कॉलेज और इंग्लैंड के रॉयल कॉलेज ऑफ सर्जन्स के साथ-साथ यूएसए, यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, केन्या और युगांडा के अन्य गणमान्य व्यक्तियों को इस अवसर पर सम्मानित किया गया। । यह कार्यक्रम फेसबुक और यूट्यूब पर आयोजित किया गया, जहाँ मुख्य वक्ता पं. विजयशंकर मेहता – जीवन प्रबंधन गुरु ने “शिक्षा – संस्कार त्रिकोण” विषय पर संगोष्ठी की ।
राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त श्री धीरज श्रीवास्तव ने कहा, शिक्षक वे हैं जो हमें अपने लिए सोचने में मदद करते हैं। जब हम अपनी सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं की विरासत को आगे बढ़ाते हैं, शिक्षक सबसे महत्वपूर्ण गुरु होते हैं जो समाज के भविष्य को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैं अपने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं, एक सफल नेता होने के साथ-साथ उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, और वे एक महान शिक्षक थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार के लिए 27 बार नामांकित किया गया था। मुझे यह जानकर खुशी हुई कि हमारी मिट्टी के कई प्रवासी राजस्थानी लोगों ने देश-विदेशों में शिक्षा क्षेत्र में योगदान दिया है, और उन्होंने विश्व भर में एक प्रसिद्ध शिक्षाविद् के रूप में अपनी पहचान बनाई है।”
इस आयोजन के एसोसिएटेड पार्टनर थे राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (राणा), डॉक्टर्स ऑफ राजस्थान इंटरनेशनल (DORI), राजस्थान एसोसिएशन यूके, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (कनाडा), एसोसिएशन ऑफ ऑस्ट्रेलियन राजस्थानी, माहेश्वरी महासभा यूके, राजपूत एसोसिएशन ऑस्ट्रेलिया, राजस्थान एसोसिएशन ऑफ केन्या, राजस्थान एसोसिएशन यूरोप राजस्थान एसोसिएशन जर्मनी (आरएजी), राजस्थानी एसोसिएशन कंपाला, युगांडा, राजस्थान बिजनेस एंड प्रोफेशनल ग्रुप (आरबीपीजी), जैन विश्व भारती, लंदन सोशल ग्रुप और सिंपली जयपुर।
इस कार्यक्रम में निजी और सरकारी सहित वैश्विक रूप से 100+ शैक्षणिक संस्थानों की उपस्थिति देखी गई। स्कूल, कॉलेज, प्री-प्राइमरी स्कूल और कोचिंग सेंटर व् देश विदेश के संस्थानो ने हिस्सा लिया।
पत्रिका जगत Positive Journalism