“स्टॉप द एंडलेस एक्‍सीडेंट” टाटा मोटर्स द्वारा सड़क हादसों में घायल होने वालों की थेरेपी पर जागरूकता फैलाने की एक पहल

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 10 अक्टूबर 2020 -विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस (वर्ल्‍ड मेंटल हेल्‍थ डे) के अवसर पर भारत के प्रमुख ऑटो ब्रैंड टाटा मोटर्स ने माइंड पियर्स (मानसिक स्वास्थ्य संबंधी हेल्थ टेक सर्विस प्लेटफॉर्म) के साथ साझेदारी में आज एक स्पेशल कैंपेन, स्टॉप द एंडलेस एक्‍सीडेंट (कभी न खत्म होने वाले हादसों को रोको) लॉन्च की। यह जागरूकता अभियान सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने और वाहनों से हुए हादसे में घायल होने के बाद डर और सदमे से उबारने में मदद देने के लिए चलाया जा रहा है। हादसों में जीवित बचने वाले लोगों की पारंपरिक थेरेपी और काउंसलिंग पर ध्यान न दिए जाने की बात को ध्यान में रखते हुए टाटा मोटर्स ने माइंड पियर्स के साथ मिलकर यह पहल की है। इसका उद्देश्य हादसे के बाद घायल हुए लोगों को डर, बेचैनी सदमे और तनाव से उबरने (पोस्ट ट्रॉमिक स्‍ट्रेस डिसऑर्डर या पीटीएसडी) के लिए काउंसलिंग की जरूरत के संबंध में उनमें जागरूकता फैलाना है। टाटा मोटर्स माइंड पियर्स के साथ मिलकर हादसे में घायल हुए लोगों को अपनी कहानियां सुनाने और दूसरे लोगों को काउंसिलिंग के लिए  प्रोत्साहित करने के लिए प्लेटफॉर्म भी प्रदान करता है।

मानसिक स्वास्थ्य पर कंपनी के रुख पर खासा जोर देते हुए इस कैंपेन में एक वीडियो दिखाया जाएगा, जिसमें सड़क हादसे में घायल हुआ एक व्यक्ति अपनी कहानी सुनाता है। इसके साथ ही वह यह भी बताता है कि दुर्घटना के बाद किस तरह वह हादसे के उस मंजर को भूल नहीं पाया है और यह हादसा बार-बार उनके जेहन में आकर उसे परेशान करता रहता है। इसी तरह वीडियो में दूसरे लोगों ने अपने साथ हुई इसी तरह की घटनाओं और हादसों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि किस तरह वह हादसे के बरसों बाद भी पीटीएसडी (डर, सदमा, बेचैनी और बुरे सपने) के लक्षणों से जूझ रहे हैं।  दिल को छू लेने वाली इन कहानियों के माध्यम से इस कैंपेन के तहत दूसरे लोगों को सूचित किया गया और इस बात की पहचान की गई कि अगर इलाज न कराया जाए तो कार हादसे के बाद लंबे समय तक किसी व्यक्ति में पीटीएसडी के लक्षण दिख सकते हैं। इस कैंपेन के एक हिस्से के तहत टाटा मोटर्स ने सामाजिक योगदान के लिए एक कदम आगे बढ़कर इस सर्विस के तहत इनरोलमेंट कराने वाले हादसे में घायल हुए प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक मुफ्त थेरेपी सेशन की सुविधा प्रदान की है।

टाटा मोटर्स में पैसेंजर्स व्हीकल बिजनेस यूनिट में मार्केटिंग विभाग के हेड श्री विवेक श्रीवास्तव ने इस कैंपेन के शुभारंभ पर टिप्पणी करते हुए कहा,  “टाटा मोटर्स में हम उपभोक्ताओं की सुरक्षा को काफी प्राथमिकता देते हैं। आज के समय पर सड़कों पर दौड़ रही हमारी सुरक्षित रेंज की कारों और एसयूवी से यह तथ्य और भी स्पष्ट रूप से उभरकर सामने आता है। माइंड पियर्स के साथ साझेदारी में चलाए गए कैंपेन को हादसे में जीवित बचे हुए लोगों और पीटीएसडी के लक्षणों से जूझ रहे लोगों की मानसिक स्थिति दुरुस्त करने के लिए बेहतरीन पहल या सम्‍मान के रूप में पेश  किया गया है। कैंपेन में इस बात पर खासा जोर दिया गया कि एक्‍सीडेंट में घायल हुए लोगों को उनकी बेचैनी, सदमे, डर और बुरी यादों को भुलाने के लिए जरूरी काउंसिलिंग और थेरेपी दी जानी चाहिए, जिससे वह इस झटके से उबर सकें। इससे वह फिर से अपनी व्यक्तिगत और प्रोफेशनल लाइफ आसानी

से बिना किसी डर के जीना शुरू कर सकेंगे। हमें उम्मीद है कि यह कैंपेन लोगों को गाड़ी सावधानी से चलाने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ उनमें मानसिक स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूकता जगाएगी।“

 MindPeers.co की संस्थापक सुश्री कनिका अग्रवाल ने बताया, हमने कई कॉरपोरेट्स और कई संस्थाओं को अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करते और उसकी हालत को दुरुस्त करने का प्रयास करने की बातें करते देखा है, पर आपने कितनी बार इस स्टेटस के ब्रैंड को कर्मचारियों की मानसिक उलझन को स्वीकार कर इसे ठीक करने के लिए कदम उठाते देखा है। जब टाटा मोटर्स ने हमें हादसे के बाद जीवित बचे लोगों के दुख, दर्द, बेचैनी, सदमे, डर और उलझन को पहचानाने और  इस स्थिति को दूर करने की इस कैंपेन से हमें परिचित कराया तो मेरा टाटा के कंपनी के प्रति सम्मान और कृतज्ञता का भाव और ज्यादा बढ़ गया। मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने वाली प्रमुख संस्था होने के नाते हम हादसे के बाद तनाव की स्थिति (पीटीएसडी) से जूझ रहे 100 उपभोक्ताओं के साथ लगातार काम कर रहे हैं। हादसे में जीवित बचे लोगों की मानसिक स्थिति को हमारे समाज में अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है, जिससे जिंदगी के सभी पहलुओं में हादसे में जीवित बचे हुए लोगों के आत्मविश्वास पर विपरीत असर पड़ता है। हम टाटा मोटर्स के साथ मिलकर इन लोगों की जिंदगी सुधारने की ओर देख रहे हैं।”

अक्टूबर के पूरे महीने में टाटा मोटर्स एक्‍सीडेंट में जीवित बचे लोगों को एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा, जिससे वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो के माध्यम से अपनी कहानी सुना सकेंगे। हादसे में घायल बचे हुए लोग टाटा मोटर्स की वेबसाइट cars.tatamotors.com/stoptheendlessaccident  पर जा सकते हैं। इस साइट पर जाकर वह काउंसलिंग सेशन के लिए बुकिंग करा सकते है, जिससे वह मानसिक रूप से पूरी तरह ठीक होने का अपना सफर शुरू कर सकें। इसके अलावा यह कैंपेन टाटा मोटर्स की #Safetyfirst पहल को भी बढ़ावा देगी, जिसमें सभी लोगों के लिए सड़क पर सुरक्षा की अहमियत को उभारा गया है।

हमारे प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज के बारे में विस्‍तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट cars.tatamotors.com.पर जाएं।

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