महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ महिलाओं का मजबूत होना जरूरी है – संतोष अग्रवाल

Editor-Dinesh Bhardwaj

जयपुर 29 अक्टूबर 2020 -प्रदेश में बढ़ते अपराध  और  लाचार बनी सरकार के साथ ही  आम जनता को  पुलिस प्रशासन भी  राजनीतिक दबाव के चलते  राहत नहीं दे पा रहा है  जिससे  अपराधियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं  और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है  वार्ड नंबर 7  प्रत्याशी  ने  महिला समर्थकों के साथ  गली मोहल्ले में घूम घूम कर  महिलाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए और राज्य सरकार  के खिलाफ  अपनी आवाज बुलंद करने के लिए  सभी जगह भाजपा प्रत्याशियों को विजय बनाने का आग्रह किया। वार्ड नम्बर 7 से भाजपा प्रत्याशी संतोष शर्मा ने महिला मंडली के साथ घर-घर जाकर लोगों से जनसंपर्क किया  और  वार्ड को अपनी समस्या  मानकर  आचार संहिता हटने के बाद  हर समस्या का समाधान करने का विश्वास दिलाया ।  प्रत्याशी संतोष शर्मा  ने बताया कि  इस समय  प्रदेश में  महिलाओं पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है  इसलिए  महिलाओं की आवाज  राज्य सरकार के सामने बुलंद करने के लिए  जयपुर ग्रेटर  का नगर निगम का बोर्ड  भाजपा का बनना आवश्यक है  इसलिए  आप  सभी  अपनों को अपने रिश्तेदारों को  अपने मिलने वालों को  भाजपा के पक्ष में मतदान  करने का आग्रह करें भाजपा के अधिक से अधिक प्रत्याशियों को विजय दिलाने की कोशिश में लगे रहे। वार्ड नंबर 7 के शेखावाटी नगर और रोड नंबर 14 पर संगम कॉलोनी,जीवनदीप कॉलोनी, जय श्री नगर, पार्वती नगर, तिवारा की ढाणी में घर-घर जाकर कॉलोनी वासियों से आशीर्वाद लिया।  समस्त लोगों ने प्रत्याशी को आशीर्वाद स्वरुप साफा पहनाया और विजय का आशीर्वाद  दिया। प्रत्याशी अग्रवाल ने टीम को भी धन्यवाद दिया जो  हर समय हमारे साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।
दधिचि नगर के महादेव मंदिर में दधीचि नगर,शेखावाटी नगर और रोड नंबर 6 मार्केट आदि के सर्व समाज के बंधुओं ने वार्ड नंबर 7 भाजपा प्रत्याशी संतोष अग्रवाल और वार्ड नंबर 10 के भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र सिंह शेखावत के समक्ष अपनी समस्याओं को रखा जिसको अभिमन्यु सिंह जी राजवी ने पूर्ण आश्वासन दिया की जो भी समस्याएं हैं वह आचार संहिता के हटते ही सुलझा दी जाएंगी और अभिमन्यु सिंह राजवी ने दोनों प्रत्याशियों के लिए आशीर्वाद स्वरुप कॉलोनी वासियों का उनके अमूल्य मत मांगे जिसको समस्त कॉलोनी वासियों ने अपने दोनों हाथ उठाकर दोनो को आशीर्वाद दिया।

About Manish Mathur