दिवाली राजस्थान वाली, हस्तशिल्प को बढ़ावा दे रहा है उद्योग विभाग

Editor-Manish Mathur

जयपुर 11 नवंबर 2020 – राजस्थान सरकार  के उद्योग विभाग ने सभी प्रमुख औद्योगिक और व्यावसायिक समूहों को पत्र लिख दिवाली पर हस्तशिल्प और हाथकरघा  के उत्पादों को उपहार के लिए प्राथमिकता देने का आग्रह किया है। इस साल दिवाली पर राजस्थान के हस्तशिल्प उत्पादों की खरीदारी के लिए आमजन को प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग विभाग द्वारा अभियान चलाया जा रहा है एंव अन्य व्यावसायिक समूहों से भी इसमें सहयोग के लिए  आमंत्रित किया है।

दीपावली देश का प्रमुख त्यौहार है और इस अवसर पर उपहारों का आदान प्रदान की परंपरा का अधिकांश व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी अनुसरण करते हैं, ऐसे में अगर ये समूह इस बार राजस्थानी हस्तशिल्प को उपहार के लिए प्रमुखता दें तो प्रदेश के हस्तशिल्प उद्योग  को भी सबल मिलेगा।  इसका लाभ सीधे प्रदेश में कार्यरत 4 लाख से अधिक छोटी हस्तशिल्प इकाइयों और उनसे सम्बंधित परिवारों को मिलेगा जो विभिन्न स्थानीय कलाओं और परम्परागत उद्योग को सहेजे हुए हैं।  कोविड-19 के कारण उत्पन्न हालत ने हस्तशिल्प क्षेत्र को आर्थिक रूप से काफी प्रभावित किया है और उद्योग विभाग इस अभियान के द्वारा हस्तशिल्प को और अधिक सबल प्रदान करने का प्रयास कर रहा है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा  हस्तशिल्पियों को सबल देने के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।  इसी क्रम में उद्योग आयुक्त श्रीमती अर्चना सिंह ने अब व्यावसायिक समूहों को पत्र लिख आग्रह किया है कि अपने अधीनस्थ और सहयोगी प्रतिष्ठानों  को उपहार के लिए हस्तशिल्प उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित करने के साथ साथ सोशल मीडिया के माध्यम से इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रयास करें।

गौरतलब है कि राजस्थान में हस्तशिल्प की गौरवशाली परम्परा  रही है और यहाँ  के उत्पाद देश विदेश में अपनी गुणवत्ता और कलात्मकता  के लिए विख्यात है।  करीब 6 दर्जन से अधिक कलाओं में मीनाकारी, ब्लू पोटरी सिल्वर आर्ट ज्वैलरी, पैंटिंग, हैण्ड ब्लॉक प्रिंटिंग, कशीदाकारी, कोटा डोरिया ,मिट्टी और लकड़ी के उत्पाद  प्रदेश के हस्तशिल्प सहेजे हुए हैं ये हज़ारों प्रकार के रोजमर्रा प्रयोग से लेकर सजावटी उत्पाद बनाते है जो उपहार देने के लिए उपयुक्त हैं।  साथ ही अगर कोई किसी को कुछ खास भेंट देना चाहता है तो वो राष्ट्रीय और राज्य स्तर  पर पुरुस्कृत हस्तशिल्पियों की कृतियां भी खरीद सकता है।  राजस्थान प्रदेश ऐसे सैकंडो विख्यात शिल्पियों से अलंकृत है।

 

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