रिटेल ग्राहकों के लिए पेपरलेस प्रक्रिया के उद्देश्य से बैंक ऑफ बड़ौदा ने लॉन्च किया डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म

Editor-Ravi Mudgal

जयपुर 28 दिसंबर 2020 – देश में सार्वजनिक क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। इस प्लेटफाॅर्म के माध्यम से रिटेल लोन लेने वाले संभावित ग्राहकों को उनके स्थान पर और उनके पसंद के समय पर पेपरलेस प्रक्रिया के माध्यम से डिजिटल रूप से ऋण प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की जाएगी।

मौजूदा चयनित ग्राहकों को पूर्व-स्वीकृत माइक्रो पर्सनल लोन का आॅफर दिया गया है, ताकि वे ऑफलाइन/ऑनलाइन पार्टनर चैनलों के माध्यम से कुछ भी खरीदारी कर सकें और बाद में आसान ईएमआई में भुगतान कर सकें। ग्राहक अपने बचत बैंक खाते में इस राशि का लाभ उठा सकते हैं और बाद में बैंक की मोबाइल बैंकिंग ऐप m-Connect+ के माध्यम से इसे 60 सेकंड में 3 से 18 महीने तक की ईएमआई में बदल सकते हैं।

बैंक आॅफ बड़ौदा के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री विक्रमादित्य सिंह खिची ने कहा, ‘‘इस प्लेटफाॅर्म का मकसद ग्राहकों को बेहतर अनुभव प्रदान करना है और डिजिटलीकरण के माध्यम से ऋण देने के बैंक के व्यवसाय को बढ़ाना है। बैंक ने हाई परफाॅर्मेंस वाले, अनूठे माहौल का निर्माण करके खुद को आंतरिक रूप से डिजिटल करने का प्रयास किया है, जिससे बैंक को अपने उत्पादों के लिए समय में कमी करने की सुविधा मिली है। रिटेल, एमएसएमई और कृषि क्षेत्रों में डिजिटल फस्र्ट लेंडिंग एप्रोच को अपनाते हुए बैंक अगले 5 वर्षों में 16 प्रतिशत की सीएजीआर से बैंकिंग उद्योग की वृद्धि को 1.50 गुना बढ़ाने की परिकल्पना करता है।‘‘

इसके अलावा, डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म किसी भी प्रकार के दखल के बिना 30 मिनट में होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन के लिए इन प्रिंसिपल अप्रूवल ’प्रदान करता है। डिजिटल ऋण प्रक्रिया को ऋण आवेदक की वित्तीय प्रोफाइल के विभिन्न स्रोतों से पूरा किया जाता है और आवेदक को 4 सरल चरणों में ‘इन प्रिंसिपल अप्रूवल‘ मिलेगा। संभावित आवेदक कई डिजिटल चैनलों – वेबसाइट, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग और सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।

बैंक डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से ‘आॅनलाइन लोन अंगेस्ट फिक्स्ड डिपॉजिट्स‘ की सुविधा भी प्रदान करेगा। इस सुविधा के माध्यम से बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट ग्राहक मोबाइल बैंकिंग और नेट बैंकिंग के माध्यम से अपनी ऑनलाइन एफडी के आधार पर तुरंत ऋण प्राप्त कर सकता है।

डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म के लॉन्च के साथ, बैंक का मानना है कि व्यक्तिगत ऋण वितरण को सबसे पहले डिजिटल किया जाए और इसके बाद एमएसएमई और एग्रीकल्चर डिस्बर्समेंट्स को पूरी तरह से डिजिटल कर दिया जाएगा। बैंक ने अनुमान लगाया है कि खुदरा ऋण संवितरण में डिजिटल हिस्सा 5 वर्षों में बढ़कर 74 प्रतिशत हो जाएगा।

बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ जनरल मैनेजर डॉ रामजस यादव ने कहा, ‘‘हम अपनी डिजिटल यात्रा में तेजी लाने और बैंक को पूरी तरह से डिजिटल संगठन में बदलने के लिए निवेश और इनोवेशन जारी रखना चाहते हैं। डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म 2025 तक नाॅन-कॉर्पोरेट बुक को दोगुना करने में बैंक की मदद करेगा।‘‘

बैंक आॅफ बड़ौदा के हैड- फिनटेक, मोबिलिटी एंड डिजिटल लेंडिंग डिपार्टमेंट श्री अखिल हांडा ने कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य मौजूदा ऑपरेटिंग मॉडल को ‘डिजिटल फस्र्ट’ मॉडल के साथ रिप्लेस करना है और इसे हासिल करने के लिए, हम तेजी से नए उत्पादों को लॉन्च करेंगे। इस तरह हम अपने तेजी से बढ़ते डिजिटल ग्राहकों को और बेहतर सेवाएं दे पाएंगे।‘‘

बैंक ऑफ बड़ौदा के बारे में

20 जुलाई, 1908 को स्थापित बैंक ऑफ बड़ौदा (‘‘बैंक‘‘) सरकारी स्वामित्व वाला बैंकिंग और वित्तीय सेवा संगठन है, जिसका मुख्यालय वड़ोदरा (जिसे पहले बड़ौदा के नाम से जाना जाता था), भारत में है।

बैंक ऑफ बड़ौदा भारत का तीसरा सबसे बड़ा बैंक है, जिसकी देशभर में एक मजबूत घरेलू उपस्थिति है। बैंक के वितरण नेटवर्क में 8,200 से अधिक शाखाएं, 10,000 से अधिक एटीएम और 1,200 से अधिक सेल्फ-सर्विस ई-लॉबी शामिल हैं। 21 देशों में फैले 100 शाखाओं/सहायक कार्यालयों के नेटवर्क के साथ बैंक की एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय उपस्थिति है। बैंक के पास पूरी तरह से स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां हैं, जिनमें बाॅब फाइनेंशियल सॉल्यूशंस लिमिटेड (पूर्ववर्ती बाॅब कार्ड्स लिमिटेड), बाॅब कैपिटल मार्केट्स और बाॅब एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड शामिल हैं। बीमा क्षेत्र में भी बैंक ऑफ बड़ौदा का संयुक्त उद्यम- इंडिया फस्र्ट लाइफ इंश्योरेंस कंपनी है। नैनीताल बैंक में बैंक आॅफ बड़ौदा का 98.57 प्रतिशत हिस्सा है। बैंक ने तीन क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों अर्थात बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक, बड़ौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक और बड़ौदा गुजरात ग्रामीण बैंक को भी प्रायोजित किया है।

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