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आईसीआईसीआई बैंक ने लॉन्च किया ‘इन्फनिट इंडिया

Editor-Manish Mathur

जयपुर 22 दिसंबर 2020-  आईसीआईसीआई बैंक ने देश में अपना कारोबार स्थापित करने या उसका विस्तार करने की इच्छुक विदेशी कंपनियों के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफाॅर्म शुरू करने की घोषणा की है। ‘इन्फनिट इंडिया‘ नामक यह प्लेटफाॅर्म उन्हें बैंकिंग समाधान के साथ-साथ व्यवसाय स्थापित करने, कॉर्पोरेट फाइलिंग, लाइसेंस और पंजीकरण, एचआर सेवाओं, नीतियों और कर नियमों का अनुपालन करने सहित कई तरह की वैल्यू एडेड सेवाएं प्रदान करेगा। उद्योग में अपनी तरह की अनूठी पहल, ‘इन्फनिट इंडिया‘ प्लेटफाॅर्म विदेशी कंपनियों को महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान करेगा। साथ ही, यह प्लेटफाॅर्म भारत में एक आसान व्यापार अनुभव प्रदान करने के लिए विभिन्न टचप्वाइंट के साथ को-आॅर्डिनेट करने की आवश्यकता को समाप्त कर देगा और देश में कारोबार शुरू करने की आसान और बाधारहित प्रक्रिया का अनुभव प्रदान करेगा।

‘इन्फनिट इंडिया‘ पहल टैक्नोलाॅजी पर आधारित अनेक ऐसी सेवाओं का हिस्सा है, जिन्हें बैंक विदेशी कंपनियों/बहुराष्ट्रीय कंपनियों को व्यापार के लिए भारत आने के संबंध में प्रस्तुत करता है। टैक्नोलाॅजी पर आधारित इन सेवाओं का उद्देश्य बहुराष्ट्रीय कंपनियों के सेगमेंट को मजबूत करना है, जो एक महत्वपूर्ण कार्य है। रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स की एक प्रतिबद्ध टीम का उपयोग करके और टैक्नोलाॅजी से संचालित होने वाली व्यापक सुविधाओं की पेशकश करते हुए भारत से संबंधित अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए आईसीआईसीआई बैंक अपने अंतरराष्ट्रीय संचालन का उपयोग करते हुए देश में बहुराष्ट्रीय कंपनियों के साथ मजबूत संबंध बनाना जारी रखेगा।

इस संबंध में आईसीआईसीआई बैंक की कार्यकारी निदेशक सुश्री विशाखा मूले ने कहा, ‘‘पिछले कुछ वर्षों में, भारत विदेशी निवेश के लिए एक पसंदीदा जगह के रूप में विकसित हुआ है। हमारा मानना  है कि युवा आबादी, मजबूत उपभोक्ता मांग और सरकार द्वारा सहायक पहल ने भारत की आर्थिक क्षमता को काफी बढ़ाया है। इसके अलावा, विश्व बैंक के ‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस‘ सर्वेक्षण में भारत की स्थिति में पिछले कुछ वर्षों में काफी सुधार हुआ है, जिससे विदेशी कंपनियां यहां काम कर रही हैं।‘‘

‘‘इस तरह के एक बेहतर परिदृश्य में, हमने ‘इन्फनिट इंडिया‘ प्लेटफॉर्म पेश किया है, जो संयुक्त रूप से एक मंच पर विदेशी कंपनियों के लिए विभिन्न बैंकिंग सेवाएं प्रदान करेगा। यह उन्हें समय लेने वाली प्रक्रियाओं से राहत देगा, इस प्रकार समग्र उत्पादकता और दक्षता में सुधार करके अपने व्यवसाय के विकास में तेजी लाएगा। हम मानते हैं कि ‘इन्फनिट इंडिया‘ प्लेटफॉर्म भारत में अपने व्यवसाय को शुरू करने या विस्तार करने के इच्छुक विदेशी कंपनियों के लिए यह प्रक्रिया आसान बनाएगा।‘‘

भारत में सबसे व्यापक कार्यक्रम ‘इन्फनिट इंडिया‘ प्लेटफॉर्म विदेशी कंपनियों के सभी व्यापार चक्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए विभिन्न बैंकिंग और अतिरिक्त समाधान प्रदान करेगा। आमतौर पर विदेशी कंपनियों को व्यक्तिगत सेवा प्रदाताओं तक उन मामलों को पूरा करने के लिए एक लंबा समय और प्रयास करना पड़ता है जो उनके व्यवसाय के मूल में नहीं हैं। ‘इन्फनिट इंडिया‘ प्लेटफॉर्म के साथ वे एकल-बिंदु सुविधा पर आकर्षक मूल्य पर कई सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे। बैंकिंग के अलावा, सेवाएं अब एक प्रमुख क्लाउड-आधारित व्यवसाय लेखांकन और कॉर्पोरेट सेवा कंपनी के साथ संयोजन में उपलब्ध हैं। मंच पर अपनी विभिन्न सेवाओं का विस्तार करने के लिए बैंक बोर्ड में और अधिक भागीदारों को शामिल करेगा।

प्रमुख ‘वैल्यू एडेड‘ सेवाएं इस प्रकार हैंः

ऽ कारोबार की शुरुआत से संबंधित सेवाएंः विशेष रूप से स्थापना चरण के लिए डिजाइन किया गया, मंच भारत में एक संयुक्त उद्यम, पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, लाइसेंस कार्यालय, शाखा कार्यालय, परियोजना कार्यालय या सीमित देयता भागीदारी (एलएलपी) के रूप में व्यापार स्थापित करने के लिए कानूनों और विनियमों पर सलाह प्रदान करेगा।

ऽ लाइसेंस और पंजीकरणः विदेशी कंपनियां आयात/निर्यात आचार संहिता, एफएसएसआई लाइसेंस, ट्रेड लाइसेंस, कॉपीराइट समाधान और पेटेंट पंजीकरण पर समय पर लाइसेंस और पंजीकरण प्राप्त कर सकती हैं।

ऽ टैक्स और अनुपालनः विदेशी कंपनियों के लिए विभिन्न कर और नियामक प्रक्रियाएं हैं जैसे कि वार्षिक कंपनी रिटर्न दाखिल करना, जीएसटी पंजीकरण, आयकर रिटर्न और साथ ही पंजीकृत कार्यालय के लिए कॉर्पोरेट मंत्रालय (एमसीए) के साथ कॉर्पोरेट दाखिल करना और एसोसिएशन के मेमोरेंडम (एमओए) में संशोधन करना।

ऽ एचआर सेवाएंः पे-रोल प्रोसेसिंग, भविष्य निधि पंजीकरण और रिटर्न फाइलिंग सहित एचआर संबंधित सेवाओं के कार्यान्वयन में सहायता।

मुख्य बैंकिंग सेवाएं इस प्रकार हैंः

ऽ कार्यालय स्थापित करने की स्वीकृतिः ‘अधिकृत डीलर श्रेणी 1’ के रूप में, बैंक फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) के ढांचे के भीतर भारत में एक लाइसेंस कार्यालय (एलओ), शाखा कार्यालय (बीओ) और साथ ही परियोजना कार्यालय (पीओ) की स्थापना की अनुमति दे सकता है।

ऽ अत्याधुनिक डिजिटल चैनलः चालू खाता धारकों के पास अपने कॉर्पोरेट इंटरनेट बैंकिंग प्लेटफार्मों पर 300 से अधिक सेवाओं और मोबाइल बैंकिंग अनुप्रयोगों तक पहुंच होगी। यह व्यवसायों को उनकी लगभग सभी बैंकिंग जरूरतों, जैसे भुगतान, प्राप्य, विदेशी मुद्रा, कर भुगतान, आदि को डिजिटल रूप से पूरा करने में सक्षम बनाएगा। उन्हें आईसीआईसीआई बैंक के कनेक्टेड बैंकिंग और स्वचालित बैंक के साथ कनेक्शन की सुविधा भी मिलेगी, जो लोकप्रिय अकाउंटिंग/ईआरपी प्लेटफॉर्म से लैस है। इसके अलावा वे आईसीआईसीआई बैंक के एपीआई पोर्टल पर उपलब्ध एपीआई का उपयोग करके आसानी से बैंक के साथ समन्वय स्थापित कर पाएंगे।

ऽ विस्तृत अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के साथ व्यापार सेवाएंः यह प्लेटफाॅर्म अनेक प्रकार के वित्त समाधान प्रदान करेगा, जिसमें बैंक गारंटी (बीजी), लेटर ऑफ क्रेडिट (एलसी), प्रेषण, आदि शामिल हैं। इसके अलावा व्यापार को ट्रेड ऑनलाइन नामक एक विस्तारित डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पेश किया जाएगा। साथ ही यह व्यापार के लिए लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय आवश्यकताओं को पूरा करते हुए 67 देशों में और 26 मुद्राओं मंे विदेशी मुद्रा नोस्त्रो खातों में 400 विदेशी बैंकों के नेटवर्क के लिए कनेक्शन प्रदान करेगा।

ऽ ट्रेजरी सर्विसेजः प्लेटफॉर्म निरंतर सेवाओं के साथ भारत में अग्रणी ट्रेजरी संचालन तक पहुंच प्रदान करेगा। यह विदेशी मुद्रा व्यापार के साथ-साथ वेब-आधारित ट्रेजरी समाधानों की ऑनलाइन बुकिंग भी प्रदान करेगा।

आईटी, आईटीईएस सेवाओं, विनिर्माण, फार्मास्यूटिकल्स, ऑटोमोटिव, टेक्सटाइल सहित किसी भी उद्योग से कोई भी बहुराष्ट्रीय कंपनी ‘इन्फनिट इंडिया‘ पोर्टल को विजिट कर सकती है और आवश्यक सेवा के लिए आवेदन कर सकती है & http://www.icicibank.com/infiniteIndia

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आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड के बारे मेंः ‘आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड (एनवायएसईः आईबीएन) समेकित परिसंपत्तियों के आधार पर निजी क्षेत्र का भारत का सबसे बड़ा बैंक है। 30 सितंबर, 2020 को बैंक की समेकित कुल संपत्ति 14,76,014 करोड रुपए थी। आईसीआईसीआई बैंक की सहायक कंपनियों में भारत की अग्रणी निजी क्षेत्र बीमा, परिसंपत्ति प्रबंधन और प्रतिभूति ब्रोकरेज कंपनियां और देश की सबसे बड़ी निजी इक्विटी फर्में शामिल हैं। यह भारत सहित 15 देशों में मौजूद है।

 

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