मणिपाल विवि जयपुर का सातवां दीक्षांत समारोह सम्पन्न

Edit-Dinesh Bhardwaj

जयपुर 02 दिसंबर 2020 -मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर के ऑन लाइन दीक्षांत समारोह में शनिवार को 38 शोध छात्रों, 139 परास्नातक और 1979 स्नातक विद्यार्थियों ने डिग्री प्राप्त की। इसके साथ ही इन 2156 विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा के जरिये समाज का ऋण उतारने का संकल्प लिया। पांच व्यक्गित स्वर्णपदकों के साथ विभिन्न पाठ्यक्रमों में 41 विद्यार्थियों को गोल्ड मैडल प्रदान किये गये।

समारोह के आरंभ में कुलाधिपति प्रो. के. रामनारायण ने विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह के उद्घाटन की घोषणा की। मुख्य अतिथि बीईएमएल बेंगलुरु के प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्ष डॉ. दीपक कुमार होता ने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि मौजूदा महामारी ने देश में कार्य करने की पद्धति बदल दी है। युवाओं के सामने रोजगार का संकट है। पर इससे लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि शेर भी हर बार अपने शिकार में कामयाब नहीं होता है, इसी प्रकार ड्रैगन फ्लाई समय के अनुसार अपनी रणनीति ढाल कर अधिकांश बार सफल होती है। नयी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए अपने आपको निरंतर परखना और बेहतर बनाना जरूरी हैै। व्यावहारिक जीवन में भी सफलता के लिए चरित्र निर्माण जरूरी है। समय प्रबंधन, डिजिटल अवेयरनेस के साथ युवाओं को गीता का कर्मयोग समझना चाहिये, जो विपरीत परिस्थितियों के बीच व्यक्ति को विजय दिलाती है।

कुलपति एवं एमयूजे प्रेसिडेंट प्रो. जी. के. प्रभु ने विश्वविद्यालय की हाल की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि राजस्थान की पहली नैक ए प्लस यूनिवर्सिटी होने का गौरव एमयूजे को इसी वर्ष प्राप्त हुआ। अनेक उपलब्धियों को अर्जित करने साथ विश्वविद्यालय ने लगातार अपने सामाजिक दायित्वों को निभाया है। पैनडैमिक के दौरान पुलिसकर्मियों को फेसशील्ड उपलब्ध कराने के साथ कोविड विशेषज्ञों के ज्ञान को आमजनता तक पहुंचाया गया। उन्होंने केसरी, दबंग सहित जानी मानी फिल्मों के प्रोडक्शन में योगदान देने वाले मीडिया विद्यार्थियों सहित विविध क्षेत्रों में मिसाल बन रहे विश्वविद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों को बधाई दी।

प्रो. प्रेसिडेंट प्रोफेसर एन. एन. शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करने के साथ सर्वोत्कृष्ट विद्यार्थियों को स्वर्णपदक से सम्मानित किया। सभी क्षेत्रों में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर एंड डिजाइन के विद्यार्थी गौरव रथीश को चेयरपर्सन्स गोल्ड मेडल और  शोध के क्षेत्र में सबसे बेहतर कार्य करने के लिए मैकेनिकल डिपार्टमेंट के राकेश कुमार को प्रेसिडेंट गोल्ड मेेडल ने सम्मानित किया गया। उद्यमिता विकास और नेतृत्व क्षमता के लिए डॉ क़े कस्तूरी रंगन गोल्ड मेडल अवार्ड सीसीई के सार्थक अग्रवाल, पाठ्यक्रम से इतर क्षेत्रों में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रेसिडेंट मेंडल क्षितिज गुप्ता और डिजाइन एजुकेशन एवं रिसर्च के लिए श्रीमती चंद्रावती गोल्ड मेडल प्रेरणा तोतलानी को प्राप्त हुआ।

एमयूजे के कुलाधिपति प्रो. के. रामनारायण ने विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की। कुलसचिव प्रो. एच रविशंकर कामथ ने अतिथियों के प्रति आभार ज्ञापित किया। प्रोवोस्ट प्रोफेसर राजवीर सिंह शेखावत ने पीएचडी विद्यार्थियों को प्रस्तुत किया। स्कूल आफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो. जगन्नान कोरोडी, फैकल्टी ऑफ आर्ट्स एंड लॉ के डीन प्रो. एन एन शर्मा, फैकल्टी आफ साइंस के डीन प्रो. अनूप कुमार मुखोपाध्याय डीन, फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट एंड कामर्स के डीन प्रो. एन हनुमंथ राव और फैकल्टी आफ डिजाइन की डीन प्रो. अनुराधा चटर्जी ने अपने अपने संकाय के विद्यार्थियों को उपाधि के लिए प्रस्तुत किया।

परीक्षा नियंत्रक प्रो. सुमित श्रीवास्तव ने डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों को कर्त्वव्य निष्ठा और मानवीय मूल्यों के प्रति समर्पित रहने की शपथ दिलाई। डीन स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. जी. एल शर्मा ने अतिथियों का परिचय कराया। दीक्षांत दिवस समारोह का संचालन डा. नीतू भटनागर ने किया। इस अवसर पर बोर्ड आफ मैनेजमेंट, एकेडमिक काउंसिल, बोर्ड आफ स्टडीज के सदस्य, शिक्षण और शिक्षणेतर कर्मचारी, विद्यार्थियों और बड़ी संख्या में अभिभावकों ने इस गरिमामयी कार्यक्रम में भाग लिया।

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