त्योहारों के इस सीज़न ई- कॉमर्स ऑर्डर वॉल्युम में 56 फीसदी की बढ़ोतरी हुईः यूनिकॉमर्स फेस्टिव ट्रैंड्स रिपोर्ट

Editor-Ravi Mudgal

जयपुर 05 दिसंबर 2020 – भारत का सबसे बड़ा ई- कॉमर्स फोकस्ड प्लेटफॉर्म यूनिकॉमर्स एक बार फिर से भारतीय ई- कॉमर्स ईकोसिस्टम के बदलते व्यवहार पर रोशनी डालने के लिए रोचक डेटा-उन्मुख फेस्टिव ट्रैंड्स रिपोर्ट लेकर आया है। यह रिपोर्ट 2019 और 2020 के त्योहारों के महीनों के लिए खरीददारी के रूझानों का विश्लेषण करती है। इसके तहत दीवाली से पहले 30 दिन की विश्लेषण अवधि में 44 मिलियन से अधिक ऑर्ड्स का विश्लेषण किया गया।

त्योहारों के इस सीज़न ई- कॉमर्स उद्योग ने पिछले साल की तुलना में ऑर्डर वॉल्युम में ~56 फीसदी की वृद्धि दर्ज की’। ऑर्डर वॉल्युम बढ़ने के कारण पिछले साल के त्योहारों के सीज़न की तुलना में जीएमवी में भी 50 फीसदी वृद्धि हुई है। ‘‘उपभोक्ता अब पहले की तुलना में मूल्य के प्रति अधिक सजग हो गए हैं और नई कैटेगरीज़ में खरीददारी कर रहे हैं। पर्सनल केयर और ब्यूटी प्रोडक्ट्स जैसी नई कैटेगरीज़ तेज़ी से विकसित हो रही हैं और इसके साथ ही कम मूल्य के उत्पादों की बढ़ती बिक्री के कारण पिछले साल के त्योहारों की सीज़न की तुलना में औसत ऑर्डर मूल्य में 4 फीसदी की गिरावट आई है।

यह इसी साल दुनिया भर में फैली महामारी के बाद त्योहारों का पहला सीज़न था। यह रिपोर्ट सेक्टरों के अनुसार वृद्धि को बताती है, ‘‘भारत’ के उपभोक्ताओं की ओर से बढ़ती मांग की ओर इशारा करती है, रिपोर्ट के ज़रिए नए उपभोक्ताओं के व्यवहार को समझने की कोशिश की गई है। रिपोर्ट ब्राण्ड वेबसाईट्स और कंपनियों के विकास के बारे में कुछ रोचक तथ्यों पर भी रोशनी डालती है जो अब डी2सी बिज़नेस मॉडल पर अधिक ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं।

त्योहारों के सीज़न में भारत ने क्या खरीदा

  • ई- कॉमर्स उद्योग के लिए सबसे अच्छा संकेत यह है कि पहली बार ऑनलाईन खरीददारी करने वाले तथा नई कैटेगरीज़ के उपभोक्ताओं की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है। पर्सनल केयर कैटेगरी इसमें सबसे आगे रही है, जहां पिछले साल के त्योहारों के सीज़न की तुलना में ऑर्डर वॉल्युम में ~176 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसी तरह ब्यूटी एण्ड वैलनैस कैटेगरी में भी पिछले साल के त्योहारों के सीज़न की तुलना में ~52 फीसदी बढ़ोतरी हुई है।
  • क्योंकि लोग त्योहारों के सीज़नयात्रा करने और परिवारजनों से मिलने की योजना बना रहे हैं, इसलिए दीवाली सेल के दौरान फैशन संबंधी खरीददारी में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल की तुलना में त्योहारों के इस सीज़न फैशन और एक्सेसरीज़ कैटेगरी में 71 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, जो उद्योग जगत के औसत की तुलना में अधिक है।
  • इलेक्ट्रोनिक्स सेगमेन्ट की बात करें तो त्योहारों में इसकी बिक्री अच्छी बनी रही, जहां ज़्यादातर मार्केटप्लेस इलेक्ट्रोनिक्स उत्पादों पर आकर्षक छूट के ऑफर लेकर आए। 2019 के त्योहारों के सीज़न की तुलना में इस सेगमेन्ट में ऑर्डर वॉल्युम में 65 फीसदी की उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई।
  • भारत के ई-टेलर्स के लिए रिटर्न निरंतर महत्वपूर्ण मुद्दा बना हुआ है। ऑटोमेशन और उपभोक्ताओं में बढ़ती जागरुकता के चलते रिटर्न में लगातार गिरावट आई है। पिछले साल की तुलना में त्योहारों के इस सीज़न उद्योग जगत ने रिटर्न ऑर्डर में 35 फीसदी गिरावट दर्ज की। फैशन और एक्सेसरीज़ कैटेगरी में सबसे ज़्यादा रिटर्न ऑर्डर आए।

ब्राण्ड कर रहें हैं डी2सी पर फोकस

  • इस साल हमने पाया है कि ब्राण्ड ऑनलाईन बिक्री को लेकर ज़्यादा गंभीर हैं और अपनी वेबसाईट्स विकसित करने पर ध्यान दे रहे हैं। लॉकडाउन के बाद, ब्राण्ड्स ने अपनी कारोबार दक्षता में सुधार के लिए तकनीकी समाधान अपनाना शुरू किया है।
  • त्योहारों के इस सीज़न न केवल मार्केटप्लेस बल्कि ब्राण्ड वेबसाईट्स ने भी उपभोक्ताओं की मांग में बढ़ोतरी दर्ज की है। बड़े ब्राण्ड्स निरंतर अपनी वेबसाईट्स के माध्यम से बिक्री के लिए प्रतिबद्ध हैं। ब्राण्ड वेबसाईट्स ने ऑर्डर में 77 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की, जबकि मार्केटप्लेस पर ऑर्डर वॉल्युम में 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
  • यह देखना रोचक है कि ब्राण्ड वेबसाईट्स और मार्केटप्लेसेज़ के जीएमवी विकास में बहुत कम अंतर के बाजवूद ब्राण्ड वेबसाईट्स के लिए जीएमवी में 48 फीसदी बढ़ोतरी हुई जबकि मार्केटप्लेसेज़ के जीएमवी में 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई। यह ब्राण्ड्स द्वारा उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए उनकी वेबसाईट्स पर मार्केटप्लेस की तुलना में अधिक छूट के ऑफर्स की ओर इशारा करता है। इससे ब्राण्ड वेबसाईट्स पर ऑर्डर के औसत आकार में भी कमी आई है। ब्राण्ड वेबसाईट पर ऑर्डर का औसत आकार 16 फीसदी कम हुआ, जबकि पिछले साल के त्योहारों के महीनों में मार्केटप्लेस के लिए इसमें 5 फीसदी गिरावट आई थी।

भारत के दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों के खरीददारों की संख्या में बढ़ोतरी

  • दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में खरीददारों की संख्या महानगरों की तुलना में बढ़ी है और इसका प्रभाव त्योहारों के सीज़न की बिक्री पर साफ दिखाई देता है। दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में पिछले सीज़न की तुलना में ~99 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। पहले स्तर के शहरों और महानगरों में यह आंकड़ा तकरीबन 20 फीसदी बना हुआ है।
  • दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों का योगदान लगातार तेज़ी से बढ़ रहा है। त्योहारों के इस सीज़न दूसरे एवं तीसरे स्तर के शहरों ने ऑनलाईन मांग में 59 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी दर्ज की, जबकि पारम्परिक महानगरों और पहले स्तर के शहरों ने कुल ऑनलाईन रीटेल में तकरीबन 41 फीसदी का योगदान दिया।
  • महानगरों के साथ राज्यों का प्रभुत्व भी बना रहा, दिल्ली, महाराष्ट्र और कर्नाटक ने ई-कॉमर्स में सबसे ज़्यादा योगदान दिया। इन तीन राज्यों ने कुल मिलाकर त्योहारों के महीनों में ई- कॉमर्स वॉल्युम में ~55 फीसदी योगदान दिया।

त्योहारों के इस सीज़न पर जारी रिपोर्ट पर बात करते हुए श्री कपिल मखीजा, सीईओ, यूनिकॉमर्स ने कहा, ‘‘त्योहारों का यह सीज़न ई- कॉमर्स उद्योग के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। हालांकि त्योहारों का यह सीज़न विशेष रूप से खास है क्योंकि दुनिया अब तक महामारी के प्रभावों से जूझ रही है। त्योहारों के महीनों में हमने ई- कॉमर्स में उम्मीद से ज़्यादा बढ़ोतरी दर्ज की है, यह रोचक है कि नई कैटेगरीज़ जैसे पर्सनल केयर और ब्यूटी एण्ड वैलनैस लगातार तेज़ी से विकसित हुई हैं। ब्राण्ड वेबसाईट्स पर उपभेाक्ताओं की बढ़ती मांग के चलते अब ब्राण्ड डी2सी की ओर रूख कर रहे हैं और उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए आकर्षक ऑफर ला रहे हैं। हमें विश्वास है कि दूसरे और तीसरे स्तर के शहरों में खरीददारों की बढ़ती संख्या के साथ आने वाले सालों में ई- कॉमर्स उद्योग लगातार विकसित होता रहेगा। यह रिपोर्ट इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है जो ई- कॉमर्स उद्योग के महत्वपूर्ण रूझानों पर रोशनी डालती है और साथ ही विक्रेताओं के लिए भी ई- कॉमर्स बिक्री को सुगम बनाने में मदद करती है।’

ई- कॉमर्स अपने अब तक के सर्वोच्च स्तर पर है, यूनिकॉमर्स सभी आकार के उद्योगों को कारोबार प्रबन्धन के लिए ई- कॉमर्स आपूर्ति श्रृंखला तकनीकी क्लाउड समाधान उपलब्ध करा रहा है। 8 साल पहले स्थापित यूनि कॉमर्स देश के ई- कॉमर्स में 20 फीसदी से अधिक योगदान के साथ बाज़ार में अग्रणी है। कम्पनी प्रतिदिन 700000 से अधिक ऑर्डर आईटम प्रोसेस करती है, जो भारत, मध्यपूर्व और दक्षिणपूर्व एशिया में 10,000 से अधिक पंजीकृत उपभोक्ताओं के साथ 2.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का जीएमवी बनाती है।

यूनि कॉमर्स के बारे में

यूनिकॉमर्स भारत की अग्रणी ई- कॉमर्स सेवा प्रदाता है जो एसएएएस प्लेटफॉर्म पर सप्लाई चेन पर ध्यान केन्द्रित करती है। आठ साल पहले स्थापित यूनि कॉमर्स एक मार्केट लीडर है जो देश में ई- कॉमर्स के 20 फीसदी से अधिक वॉल्युम को प्रोसेस करती है। कंपनी ने मिंत्रा, नेटमेड्स, अरबन कंपनी, जैक एण्ड जोन्स, वेरो मोडा, डब्ल्यू और फॉरएवर न्यू जैस जाने माने क्लाइन्ट्स के साथ ई- कॉमर्स और रीटेल जगत को पूरी तरह बदल डाला है। कंपनी ने इंटरनेशनल क्लाइन्ट्स के साथ भी काम शुरू कर दिया है। कंपनी सालों से मुनाफ़ा कमा रही है और देश भर में अपनी मौजूदगी को सशक्त बनाने तथा अन्तर्राष्ट्रीय बाज़ारों में उग्र विस्तार के लिए तत्पर है।

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