आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय ने पीजी डिप्लोमा इन हैल्थ एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम के लिए आवेदन आमंत्रित किए

Editor-Ravi Mudgal

जयपुर 11 जनवरी 2021 -कोर्स पीजी डिप्लोमा इन हैल्थ एंटरप्रेन्योरशिप
सीटों की संख्याः 40 सीट
पाठ्यक्रम की अवधि 1 साल
शुल्कः 1,05,000.00 रुपए
आवेदन तिथिंः 28.12.2020 से शुरू
आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि रू 31 जनवरी 2021 तक
योग्यताः किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या बैचलर ऑफ वोकेशनल स्टडीज (बी.वोक)
कुल क्रेडिट- 60 (30 प्रतिशत थ्योरी  ़  70 प्रतिशत स्किल्ड-फोकस्ड फील्ड-बेस्ड)
वेबसाइटः पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा इन हैल्थ एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थी ं applications.iihmr.edu.in के माध्यम से आॅनलाइन आवेदन कर सकते हैं अथवा आईआईएचएमआर की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड करें- https://www.iihmr.edu.in/ संपर्क करें- @ IIHMR University-  +91 93588 93199 | +91 93587 90012 | +91 0141-3924700 या लिखें – executiveeducation@iihmr.edu.in

आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने पीजी डिप्लोमा इन हैल्थ एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम के लिए आवेदन आमंत्रित किए

यह डिप्लोमा पाठ्यक्रम स्वास्थ्य सेवा से संबंधित वैल्यू चेन्स में व्यवसायों के निर्माण के लिए जरूरी  उद्यमशीलता और नेतृत्व क्षमता को विकसित करने में करेगा मदद

ऽ पाठ्यक्रम की अवधि- 12 महीने
ऽ प्रवेश- 28.12.2020 से शुरू
ऽ आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि. 31 जनवरी 2021 तक
ऽ सीटों की संख्या- 60
ऽ योग्यता- किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री या बैचलर ऑफ वोकेशनल स्टडीज (बी.वोक)
ऽ कुल क्रेडिट- 60 (30 प्रतिशत थ्योरी  ़  70 प्रतिशत स्किल्ड-फोकस्ड फील्ड-बेस्ड)
ऽ पाठ्यक्रम का कुल शुल्क – 1,05,000.00 रुपए
ऽ अध्ययन के विषय- मैनेजमेंट, बिजनैस, एंटरप्रेन्योरशिप

महत्वपूर्ण जानकारीः
पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा इन हैल्थ एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने के इच्छुक विद्यार्थी applications.iihmr.edu.in के माध्यम से आॅनलाइन आवेदन कर सकते हैं अथवा आईआईएचएमआर की वेबसाइट से आवेदन पत्र डाउनलोड करें- https://www.iihmr.edu.in/ संपर्क करें- @ IIHMR University-  +91 93588 93199 | +91 93587 90012 | +91 0141-3924700 या लिखें – executiveeducation@iihmr.edu.in

पोस्ट-ग्रेजुएट डिप्लोमा इन हैल्थ एंटरप्रेन्योरशिप पाठ्यक्रम की लाॅन्चिंग के अवसर पर आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर के प्रेसीडेंट (कार्यवाहक) डाॅ. पी. आर. सोडानी ने कहा, ‘‘आईआईएचएमआर ने हैल्थ एंटरप्रेन्योरशिप में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा के लिए आवेदन आमंत्रित किए हंै। यह कार्यक्रम देश में अपनी तरह का पहला है, जिसमें हैल्थकेयर क्षेत्र की मूल्य-श्रृंखला के लिए उद्यमी क्षमता विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। कार्यक्रम नेशनल स्किल क्वालिफिकेशंस फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), नई दिल्ली द्वारा अनुमोदित है।‘‘ उन्होंने आगे कहा, ‘‘यह पाठ्यक्रम  उद्यमी प्रतिभाओं की एक पूरी नई पीढ़ी को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करता है, ताकि इस रोमांचक क्षेत्र में इनोवेशन और टैक्नोलाॅजी समर्थित विकास को बढ़ावा दिया जा सके। इस पाठ्यक्रम के माध्यम से विद्यार्थियों को उद्यमियों से सीधे जुड़ने का अवसर मिलेगा, जिससे उन्हें सीखने की प्रक्रिया में बहुत मदद मिलेगी।’’

जयपुर में स्वास्थ्य अनुसंधान और उच्च प्रबंधन शिक्षा के क्षेत्र में आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी अग्रणी है। यूनिवर्सिटी 36 वर्षों के अनुभव और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय सहयोगों के साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी है। संगठन ‘ग्लोबल पब्लिक हेल्थ हब‘ के रूप में प्रतिष्ठित है।

डिस्काउंट पॉलिसी की जानकारी के लिए पाठ्यक्रम का ब्रोशर देखें।

डिस्काउंट पॉलिसी के तहत लागू करने योग्य छूट
ऽ समूह पंजीकरण (4 या अधिक प्रतिभागी) – 20 प्रतिशत
ऽ आईआईएचएमआर के पूर्व छात्र (कैंपस के सभी नियमित कार्यक्रम) – 30 प्रतिशत
ऽ आईआईएचएमआर के कर्मचारी (सभी कैंपस कर्मचारी) – 30 प्रतिशत
ऽ आईआईएचएमआर के पूर्व छात्र (सभी कैम्पस एमडीपी कार्यक्रम) – 10 प्रतिशत

आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी ने प्रमुख विश्वविद्यालयों और संस्थानों के साथ सहयोग किया है, जिनमें जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी, यूएसए, चेस्टर यूनिवर्सिटी, यूके, मॉन्ट्रियल यूनिवर्सिटी, कनाडा, कर्टिन यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया और बीपी कोइराला इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, नेपाल शामिल हैं।

यह पाठ्यक्रम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज और एक्जीक्यूटिव एजुकेशन डिवीजन द्वारा संयुक्त रूप से पेश किया जा रहा है। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और डीन (ट्रेनिंग) डॉ शिव के त्रिपाठी ने कहा, ‘‘एक वर्ष की अवधि वाले इस पाठ्यक्रम में अध्ययन के लिए अनेक विषय उपलब्ध कराए गए हैं और लगभग दो-तिहाई पाठ्यक्रम को लाइव इंडस्ट्री प्रोजेक्ट्स के साथ छात्रों के जुड़ाव के माध्यम से पूरा किया जाएगा। इस उद्देश्य के लिए यूनिवर्सिटी ने सीएसआर क्षेत्र में सक्रिय ज्ञान संसाधन केंद्र इंडिया सीएसआर के साथ साझेदारी की है।‘‘ उन्होंने आगे कहा, ‘‘कार्यक्रम का प्रारूप विशिष्ट प्रकार से तैयार किया गया है जो इसे यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट गोल्स (एसडीजी) के प्रबंधन से जोड़ता है और इस प्रकार, यह कंपनियों और सार्वजनिक क्षेत्र के साथ-साथ गैर सरकारी संगठनों में सस्टेनबिलिटी के क्षेत्र में काम करने वाले (या काम करने के इच्छुक) लोगों के लिए काफी उपयोगी है।’’

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