एमपीयुएटी में सादगी से मनाया 72 वां गणंतत्र दिवस

Editor-Manish Mathur

उदयपुर, 26 जनवरी 2021 – महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर में गणंतत्र दिवस सामारोह मंगलवार प्रातः 09.00 बजे विश्वविद्यालय के प्रशासनिक कार्यालय प्रांगण में सादगी से आयोजित किया गया। समारोह में विश्वविद्यालय कुलसचिव  श्रीमती कविता पाठक ने राष्ट्रध्वज  फहराया और  व्यक्तिशः  सभी ऑन लाईन उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों को बधाई दी। माननीय कुलपति प्रो. नरेन्द्र सिंह राठौड़ अस्वस्थता के कारण समारोह मे शामिल नहीं हो सके। राष्ट्रगान के पश्चात कुलसचिव ने माननीय कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय के अधिकारियों, कर्मचारियों व विद्यार्थियों को दिये गये संबोधन का वाचन किया जिसका डिजिटल माध्यम से सजीव प्रसारण किया गया।

अपने संबोधन में माननीय कुलपति ने गणतंत्र दिवस की शुभकामना देते हुए संविधान निर्माताओं को श्रद्धा पूर्वक नमन किया उन्होंने कहा कि  गणतंत्र दिवस  हमारे  महान स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग बलिदान और शौर्य को याद करने का दिन है। उन्होंने एमपीयूएटी की विभिन्न उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि विश्वविद्यालय ने पूरी निष्ठा एवं कर्तव्य परायणता के साथ कोरोना जनित महामारी के चलते लॉकडाउन एवं उसके बाद के कठिन समय में अच्छा प्रदर्शन किया है। हमने आईसीऐआर रैंकिंग में 51 से 26 स्थान प्राप्त किया तथा राज्य में सर्वश्रेष्ठ रहे इस वर्ष ऑनलाइन शिक्षण के परिणाम स्वरूप हमारे 17 विद्यार्थियों ने जेआरएफ 04 ने ऐसआररेफ और 02 ने यूजीसी नेट में सफलता प्राप्त कर विश्वविद्यालय का नाम ऊंचा किया है। हमने समय पर परीक्षा परिणाम घोषित किया है जिसके फलस्वरूप माननीय  राज्यपाल महोदय ने  24 दिसंबर 2020 को वर्चुअल रियलिटी तकनीक से आभासी रूप से ऑनलाइन दीक्षांत समारोह में 589 विद्यार्थियों को यूजी, 80 को पीजी एवं 42 विद्यार्थियों को पीएचड़ी की उपाधियां प्रदान की है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने अनेक ई-मेनुअल व ई-कम्पेंड़ियम तैयार किए हैं तथा 65 वेबीनार और 13 ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रमों का आयोजन भी किया है, जिसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि छात्र कल्याण निदेशालय द्वारा युवा मामलात व खेल मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से स्थापित एम्पेनल्ड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट की स्थापना से हमारे विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढी है। उन्होंने विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों  के राष्ट्रीय स्तरीय की कंपनियों एवं बैंक में अच्छे प्लेसमेंट के लिए संगठक महाविद्यालयों एवं छात्र कल्याण निदेशालय को बधाई दी। कुलपति डॉ राठौड़ ने बताया कि हमारे अनुसंधान निदेशालय ने इस दौरान उल्लेखनीय कार्य किए हैं इसके लिए उन्होंने प्रताप मूंगफली किस्म के विकास, मेवाड़ रितु ऐप विकसित करने व अनेक शोध परियोजनाओं की स्वीकृति के लिए अनुसंधान निदेशक की सराहना की। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय का राजस्व विगत वर्षों में 5 करोड़ से बढ़कर 11 करोड से भी अधिक हुआ है जिससे और बढ़ाने की आवश्यकता है उन्होंने कहा कि इस दौरान हमारे वैज्ञानिकों ने विभिन्न फर्मों पर विभिन्न किस्मों के 3512 क्विंटल गुणवत्तापूर्ण बीज तैयार किया है साथ ही हमने गुणवत्तापूर्ण पौध, पोल्ट्री, मछली का बीज, राइजोबियम, एजोटोबेक्टर, पीएसबी इत्यादि भी किसानों को उपलब्ध करवाए हैं। हमारे विश्वविद्यालय ने 19 से अधिक प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित कर एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं जिससे हमारी विजिबिलिटी में वृद्धि होगी। हमारे प्रसार वैज्ञानिकों ने कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रयासों से गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत विभिन्न विषयों पर 83 प्रशिक्षण आयोजित किए जिससे लगभग 3000 प्रवासियों को रोजगार के लिए सक्षम बनाया गया। इसके अलावा 9 किसान मेलों के आयोजन से 20,000 से अधिक कृषक लाभान्वित हुए हैं माननीय राज्यपाल महोदय ने हमारे स्मार्ट विलेज इनीशिएटिव को राज्य के 27 वित्त पोषित विद्यालयों में सर्वोत्तम आंका है। हमारे विश्वविद्यालय ने गोद लिए गए गांवों में कृषि, बागवानी, पोल्ट्री, महिला सशक्तिकरण, पोषण, खाद्य सुरक्षा, वहां के स्कूलों में फर्नीचर कंप्यूटर जैसी मौलिक सुविधाएं उपलब्ध करवाकर अपना सामाजिक कर्तव्य पूरा किया है। जिसके लिए उन्होंने समन्वयक एवं सभी संबंध वैज्ञानिकों व कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने हाल ही में जारी की गई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की चुनौती को स्वीकार करते हुए शीघ्र ही इस पर रोड़मैप बनाने की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों में स्टूडेंट रेडी कार्यक्रम के कुशल संचालन, विभिन्न विभागों के परस्पर सहयोग, छात्रों में उद्यमिता विकास, स्नातक कक्षाओं की प्रवेश क्षमता में वृद्धि, टेक्नोलॉजी व्यवसायीकरण तथा बाहरी एजेंसियों से प्रायोजित अनुसंधान परियोजनाओं के निर्माण जैसे अनेक कार्यों में तीव्रता लाने की अपेक्षा जताई।

कुलसचिव श्रीमती कविता पाठक मे बताया कि गणतंत्र दिवस के अवसर उल्लेखनीय सेवाऐं देने एवं कार्यों के लिऐ विश्वविद्यालय के चयनित वैज्ञानिकों, शिक्षकों, शैक्षणेत्तर कर्मचारियों, प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित करने की घोषणा भी की। इस अवसर पर विश्वविद्यालय मेे पहली बार सभी कृषि विज्ञान केंद्रों से जुड़े 09 प्रगतिशील किसानों को भी पुरस्कृत व सम्मानित करने की घोषणा की गई। कोविड.-19 के दिशानिर्देशों की अनुपालना में उक्त समारोह में केवल विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी परिषद् के सदस्य ही उपस्थित रहे शेष सभी ने ऑनलाइन कार्यक्रम के माध्यम से समारोह मे भाग लिया।

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