फसलों मे सूत्रकृमि जनित रोग एवं उनका प्रबंन्धन

Editor-Ravi Mudgal 

जयपुर 23 जनवरी 2021  – अखिल भारतीय समन्वित सुत्रकृमि परियोजना, सूत्रकृमि विज्ञान विभाग, अनुसंधान निदेशालय , एम.पी.यु.ए.टी., उदयपुर द्वारा 25 किसानों का जनजातीय प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र प्रतापगढ़ में दिनांक 22.01.2021 को आयोजित किया गया। ड़ा. एम. के. शर्मा आचार्य एवं प्रभारी, अखिल भारतीय सुत्रकृमि परियोजना ने किसानों का स्वागत करते हुए सूत्रकृमियों द्वारा होने वाली बीमारियों तथा उनके प्रबन्धन के बारे में किसानों को जानकारी दी। ड़ा. एच. क.े शर्मा सहायक आचार्य, अखिल भारतीय सूत्रकृमि परियोजना, ने सूत्रकृमियों द्वारा होने वाली बीमारियों व उनके लक्षणों, नुकसान तथा सुत्रकृमि की जाॅच के लिये मिटट्ी और जडों के नमुने लेने के तरीकों एवं सूत्रकृमि प्रबंन्धन के बारे में किसानों को जानकारी दी। इस अवसर पर किसानों ने फसलों में होने वाली बीमारियों के बारे में प्रश्न पूछे जिनका समाधान किया गया। श्री असीम श्रीवास्तव में सूत्रकृमियों के बारे में किसानों को जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन ड़ा. योगेश कनोजियां प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र प्रतापगढ़ ने किया। किसानों को नेपसेक स्पेयर, उन्नत बीज, रसायन एवं कृषि केलेडर का प्रशिक्षण उपरान्त वितरण किया गया। किसानो का धन्यवाद ड़ा. एच के शर्मा सहायक आर्चाय, सूत्रकृमि विज्ञान विभाग, राजस्थान कृषि महाविद्यालय, एम.पी.यु.ए.टी., उदयपुर ने किया।

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