एस्सार ने सीबीएम गैस अन्वेषण में अनुसंधान और विकास के लिए आईआईटी (आईएसएम) धनबाद के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 17 फरवरी 2021 – एस्सार ऑयल एंड गैस एक्सप्लोरेशन एंड प्रोडक्शन लिमिटेड (ईओजीईपीएल), भारत का प्रमुख कोल बेड मीथेन (सीबीएम) गैस उत्पादक, ने आज कहा कि उसने प्रतिष्ठित आईआईटी धनबाद (इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स) के साथ सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. दोनों  संयुक्त रूप से विभिन्न उन्नत सीबीएम तकनीकी नवाचारों के अनुसंधान और विकास पर स्वदेशी रूप से काम करेंगे.

ईओजीईपीएल, एस्सार ग्लोबल फंड लिमिटेड (ईजीएफएल) की एक निवेश कंपनी है, जो  भारत के अपरंपरागत हाइड्रोकार्बन के सबसे बड़े ऑपरेटर में से एक है. ईओजीईपीएल में ईजीएफएल का निवेश एस्सार कैपिटल के अपस्ट्रीम बिजनेस पोर्टफोलियो का एक हिस्सा है, जो तेजी से स्वच्छ ऊर्जा पर केंद्रित हुआ है. जैसा कि दुनिया में ऊर्जा इस्तेमाल में बदलाव हो रहा है, सीबीएम गैस को व्यापक रूप से इस सदी के ग्रीन ईंधन के रूप में देखा जा रहा है.

आईआईटी (आईएसएम) धनबाद में स्थित राष्ट्रीय महत्व का एक प्रमुख संस्थान है, जिसे 1926 में स्थापित किया गया था. वर्तमान में, संस्थान में इंजीनियरिंग, एप्लाइड साइंसेज, प्रबंधन अध्ययन और मानविकी की 18 शाखाओं की पढाई होती है, लेकिन इसके कोर विभाग खनन, भूविज्ञान और पेट्रोलियम क्षेत्र आदि है. दामोदर घाटी कोलफील्ड्स (धनबाद) के केंद्र में ये संस्थान है और रानीगंज सीबीएम ब्लॉक से लगभग 100 किमी दूर है. ऐसे में ये साझेदारी एक अंतर्निहित रणनीतिक लाभ प्रदान करता है.

ईओजीईपीएल के सीईओ श्री संतोष चन्द्रा ने कहा, “एस्सार (आईएसएम) धनबाद को सीबीएम के क्षेत्र में उन्नत अन्वेषण और विकास के क्षेत्र में नए युग के आरएंडडी के लिए हमारे पसंदीदा साथी के रूप में चुन कर हम बहुत उत्साहित हैं. यह हमारे लिए एक मील का पत्थर है क्योंकि तेल और गैस क्षेत्र में आर एंड डी की बात आने पर, ये देश का सबसे अच्छा भागीदार है. हमें सीबीएम गैस क्षेत्र में शीर्ष संस्था से शानदार अनुसंधान के साथ शैक्षणिक और व्यावहारिक मदद मिलने की उम्मीद है.”

दोनों साझेदार माइक्रोबियल एन्हांस्ड रिकवरी, एडवांस जलाशय सिमुलेशन, सीबीएम एक्सप्लॉयेशन  तकनीक के लिए अनुसंधान और विकास का पता लगाएंगे. वे संयुक्त रूप से सीबीएम ई एंड पी के दौरान आने वाली विभिन्न तकनीकी और परिचालन चुनौतियों के लिए एक प्रभावी समाधान खोजने की दिशा में भी काम करेंगे.

समझौता ज्ञापन में, ईओजीईपीएल अनुसंधान विषयों की एक प्रारंभिक सूची का प्रस्ताव करेगा और आईआईटी धनबाद के उद्योग विशेषज्ञों और शोधकर्ताओं के लिए डेटा प्रदान करेगा. यह रानीगंज क्षेत्र में अपने सीबीएम कुओं की जांच, अनुसंधान प्रयोगों और संयुक्त रूप से सहयोगात्मक अनुसंधान के साथ-साथ प्रतिष्ठित खनन स्कूल के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की अनुमति देगा.

 हालांकि आईआईटी (आईएसएम) ईओजीईपीएल को उन्नत तकनीकों के लिए सर्वेक्षण और स्काउट करेगा और कंपनी को संभावित लाभ या चुनौतियों के बारे में सलाह देगा, ईएंडपी इश्यू को समझ कर कार्य परिणामों को गतिशील रूप से उन्नत करेगा. यह पारस्परिक रूप से सहमत क्षेत्रों में ज्ञान निर्माण / ज्ञान हस्तांतरण की दिशा में ईओजीईपीएल अधिकारियों को उन्नत प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा.

 ईओजीईपीएल के पास पश्चिम बंगाल के रानीगंज में पूर्वी सीबीएम ब्लॉक के रूप में एक प्रमुख संपत्ति है, जिसमें सीबीएम गैस संसाधनों की महत्वपूर्ण मात्रा है. इसे पहले ही देश में सीबीएम विकास को स्वीकार किया गया है और इसने एक शानदार गैस ग्राहक आधार बनाया है जो अपने स्वयं के व्यवसायों के लिए सीबीएम गैस की आपूर्ति पर निर्भर है.

वर्तमान में ब्लॉक गैस आपूर्ति के लिए राष्ट्रीय गैस ग्रिड के हिस्से के रूप में गेल की प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री उर्जा गंगा पाइपलाइन से भी जुड़ा हुआ है. कंपनी लगातार स्थिरता और सामाजिक लाइसेंस के मॉडल के रूप में रानीगंज ब्लॉक की क्षमता को बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है.

 कंपनी पहले ही कुंओं की ड्रिलिंग आपूर्ति के बुनियादी ढांचे की स्थापना और दुर्गापुर और आस-पास के औद्योगिक क्षेत्रों में ग्राहक पाइपलाइन बिछाने के काम में 4,000 करोड़ रुपये का निवेश कर चुकी है.

रानीगंज में 1.1 ट्रिलियन क्यूबिक फीट (टीसीएफ) प्रमाणित सीबीएम भंडार हैं. कंपनी का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में अपने आरक्षित आधार को दोगुना करना है.

 ईओजीईपीएल के बारे में

ईओजीईपीएल भारत की सबसे बड़ी ई एंड पी  कंपनियों में से एक है, जो मुख्य रूप से 15 टीसीएफ (ट्रिलियन क्यूबिक फीट) सीबीएम और शेल गैस संसाधनों के संसाधन आधार वाले अपरंपरागत हाइड्रोकार्बन (यूएचसी) के क्षेत्र में केंद्रित है. इसने रानीगंज सीबीएम ब्लॉक के वाणिज्यिक विकास की खोज में 4,000 करोड़ का अब तक निवेश किया है. कंपनी सीबीएम के ईएंडपी में लगभग 25 वर्षों के अनुभव के साथ भारत में अपरंपरागत एचसी क्षेत्र की अग्रणी है. ईओईजीईपीएल का रानीगंज सीबीएम ब्लॉक भारत में 1.0 मिलियन क्यूबिक मीटर गैस उत्पादन की सीमा को पार करने वाला पहला सीबीएम प्रोजेक्ट है. आज की तारीख में इस परियोजना को 348 कुओं और एक अत्याधुनिक स्वदेशी बुनियादी सुविधाओं के साथ शुरू किया गया है.

 एस्सार कैपिटल के बारे में

एस्सार कैपिटल लिमिटेड (“एस्सार कैपिटल”) एस्सार ग्लोबल फंड लिमिटेड (“ईजीएफएल”) का निवेश प्रबंधक हैं. यह ईजीएफएल के स्वामित्व वाले निवेश के पूरे पोर्टफोलियो की निगरानी और प्रबंधन करता है.

ईजीएफएल एक वैश्विक निवेशक है, ऊर्जा के मुख्य क्षेत्रों (जिसमें अन्वेषण और उत्पादन, शोधन और विपणन और बिजली कारोबार शामिल है), इन्फ्रास्ट्रक्चर (पोर्ट्स और स्टैनलो टर्मिनलों सहित), धातु और खनन, सेवाओं, प्रौद्योगिकी (जिसमें शिपिंग, ऑयलफील्ड सेवाएं, परियोजनाएं, प्रौद्योगिकी समाधान, उपकरण संरक्षण और ग्राहक अनुभव शामिल हैं) सहित विविध विश्व स्तरीय परिसंपत्तियों का मालिक हैं. ईजीएफएल पोर्टफोलियो कंपनियों में लंबी अवधि की पूंजी निवेश करता है और अपने सभी निवेशों में 100% हिस्सेदारी रखता है. ईजीएफएल सक्रिय स्वामित्व की भावना के साथ निवेश करता है, जिसमें संबंधित व्यवसायों के प्रबंधन के साथ सीधा जुड़ाव होता है. पोर्टफोलियो कंपनियों के पास लगभग 14 बिलियन अमरीकी डालर का राजस्व है और 7,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलता है.

 

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