एलएंडटी द्वारा बनाए गए 100वें “के9 वज्रा” ‘को भारत के सीओएएस ने हरी झंडी दिखाई

Editor-Manish Mathur

जयपुर 19 फरवरी 2021 : भारत के सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवाने, पीवीएसएम, एवीएसएम, एस एम, वीएसएम, एडीसीए, ने आज 100वें के9 वज्रा, 155 एमएम/52 कैलिबर वाले स्व-चालित हॉवित्जर को गुजरात के सूरत के नजदीक हजीरा स्थित एल एंड टी के आर्मर्ड सिस्टम कॉम्प्लेक्स से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.

100वें हॉवित्जर के फ्लैग-ऑफ के साथ, एलएंडटी ने मई 2017 में किए एमओडी अनुबंध के तहत हॉवित्जर की डिलीवरी को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और समय से पहले डिलीवरी के अपने ट्रैक रिकॉर्ड को बनाए रखा है. यह कार्यक्रम प्रबंधन क्षमताओं, जटिल प्रणाली एकीकरण कौशल और कंप्यूटर की हाई-टेक विनिर्माण प्रगति और निष्पादन दक्षता का एक प्रमाण है. माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एएससी, हजीरा से जनवरी 2020 के शेड्यूल के तहत 51वें के9 वज्रा को हरी झंडी दिखाई थी.

एल एंड टी डिफेंस ने वैश्विक प्रतिस्पर्धात्मक बोली के माध्यम से रक्षा मंत्रालय द्वारा एक भारतीय निजी कंपनी को दिए गए सबसे बड़े अनुबंध के तहत 9 के9 वज्रा का उत्पादन किया है. एल एंड टी इस कार्यक्रम के लिए प्रमुख बोलीदाता था, जिसमें दक्षिण कोरियाई रक्षा प्रमुख हनवा डिफेंस, दुनिया के शीर्ष रेटेड हॉवित्जर के9 थंडर प्रौद्योगिकी भागीदार के रूप में काम कर रहा था. के9 वज्रा हॉवित्जर प्रोग्राम में 100 हॉवित्जर के साथ इंजीनियरिंग सपोर्ट पैकेज (ईएसपी) को कवर करने वाले पुर्जों, सिस्टम डॉक्यूमेंटेशन और ट्रेनिंग की डिलीवरी शामिल है. इसमें हॉवित्जर को उनके ऑपरेशनल लाइफ साइकिल को सपोर्ट करने के लिए मेंटेनेंस ट्रांसफर ऑफ टेक्नोलॉजी (एमटीओटी) भी शामिल है.

‘मेक-इन-इंडिया’ मिशन के एक हिस्से के रूप में, कंपनी ने एक ग्रीन-फील्ड मैन्युफैक्चरिंग कम इंटीग्रेशन एंडिंग फैसिलिटी की स्थापना की. इसे सूरत के पास स्थापित किया गया था और जनवरी 2018 में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा राष्ट्र को एल एंड टी के हजीरा मैन्युफैक्चरिंग कॉम्प्लेक्स के ‘आर्मर्ड सिस्टम्स कॉम्प्लेक्स’ को समर्पित किया गया.

इस अवसर पर, एल एंड टी के पूर्ण-कालिक निदेशक और वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष (रक्षा और स्मार्ट टेक्नोलॉजीज), श्री जेडी पाटिल ने कहा, “हमें सेनाध्यक्ष द्वारा बख्तरबंद सिस्टम कॉम्प्लेक्स को हरी झंडी दिखा कर सम्मानित किया गया है. भारतीय सेना के लिए इस हाई टेक हथियार प्रणाली की डिलिवरी को चिह्नित करने के लिए 100वाँ ‘के9 वज्र’ का उत्पादन भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान देता है, नए अवसर पैदा करता है और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. भारत की रक्षा निर्माण के औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र के लिए ये काफी अहम है. एलएंडटी ने जो अनुभव, ट्रैक-रिकॉर्ड, कौशल, क्षमताएं और बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है, उसके साथ, हम स्वदेशी रूप से विकसित होने के लिए तैयार हैं, और भारत के भविष्य की क्षमता का निर्माण करते रहेंगे.”

उन्होंने कहा, “ 100वें के9 वज्रा की डिलीवरी के साथ, हमने अपनी तरह का पहला इन सर्विस इक्वीपमेंट समय से पहले डिलिवर करके एक उद्योग मानदंड बनाया है. हम आशा करते हैं और मानते हैं कि भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत नीतियों के तहत, इस महत्वाकांक्षी अनुबंध को निष्पादित करने के लिए बख़्तरबंद सिस्टम कॉम्प्लेक्स के रूप में बनाई गई राष्ट्रीय संपत्ति, 1000 से अधिक एमएसएमई भागीदारों को जीविका प्रदान करेगी.”

के9 वज्रा ‘सिस्टम 80% से अधिक स्वदेशी वर्क पैकेज और 50% से अधिक स्वदेशीकरण (कार्यक्रम के आधार पर) के साथ दिया जाता है. इसमें गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु राज्यों में फैली आपूर्ति श्रृंखला के माध्यम से प्रति सिस्टम 13,000 से अधिक प्रकार के स्थानीय उत्पादन शामिल हैं.

एलएंडटी ने स्वदेशीकरण की यात्रा शुरू की है, कार्यक्रम के आरंभ से ही, कोरियाई ‘के9 थंडर’ में चौदह महत्वपूर्ण प्रणालियों को बदलकर, स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित प्रणालियों के साथ परीक्षण के लिए मैदान में उतारा गया. संस्करण के9 वज्रा भारतीय परिचालन स्थितियों और आवश्यकताओं के लिए एक समाधान है. स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित प्रणाली में अग्नि नियंत्रण प्रणाली, प्रत्यक्ष अग्नि प्रणाली, गोला-बारूद संचालन और ऑटोलॉडिंग प्रणाली और अन्य पर्यावरणीय नियंत्रण और सुरक्षा प्रणाली जैसे महत्वपूर्ण तत्व शामिल हैं.

एलएंडटी द्वारा भारत विशिष्ट विशेषताओं के साथ विकसित वज्रा वैरिएंट पूरी तरह से कठिन और विस्तारित क्षेत्र परीक्षणों के दौरान भारतीय सेना की जरूरतों के अनुरूप है. एलएंडटी ने इंजीनियरों की एक युवा टीम को तैयार करके स्वदेशी निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया और उन्हें हथियार प्रणाली विशेषज्ञों की इन-हाउस टीम के साथ-साथ दक्षिण कोरिया में प्रशिक्षण देकर विनिर्माण स्वचालन और एकीकरण में विशेषज्ञता प्रदान की. इसके बाद, इस टीम ने आपूर्ति श्रृंखला भागीदारों के साथ-साथ एलएंडटी की पांच रक्षा उत्पादन इकाइयों की टीमों को प्रशिक्षित किया, जो हब और स्पोक मॉडल में लगभग 1000 आपूर्ति श्रृंखला भागीदारों के लिए हब के रूप में कार्य करती थीं.

पृष्ठभूमि:

लार्सन एंड टुब्रो एक भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनी है जो ईपीसी प्रोजेक्ट्स, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज में लगी है, जिसमें राजस्व 21 बिलियन अमरीकी डालर से अधिक है. यह दुनिया भर में 30 से अधिक देशों में काम कर रही है. एक मजबूत, ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और शीर्ष श्रेणी की गुणवत्ता के लिए निरंतर खोज ने एलएंडटी को आठ दशकों से व्यापार की अपनी प्रमुख लाइनों में नेतृत्व स्थिति प्रदान की है.

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