साड़ी के पल्लू में बंधा था मोत का राज, प्रेमी ने ही की थी हत्या

Editor-Rashmi Sharma

जयपुर 14 फरवरी 2021  – टोंक जिले के घाड़ थाना अंतर्गत भानोली गांव में सरसों के खेत मे मिले नरकंकाल का मामला टोंक पुलिस ने खोल ही दिया।सबसे बड़ी बात ये रही कि ये हत्या लगभग एक महीने पहले ही हो गई लेकिन 10 फ़रवरी को उसका नरकंकाल ही मिला. मर्डर मिस्ट्री में जो अहम कारण सामने आए, वे अवैध सम्बंध के थे।नरकंकाल के पास मिली साड़ी के पल्लू में एक मोबाइल नंबर पुलिस को कहानी के अंत तक ले जाने में कामयाब रहे।दरअसल, ये हत्या गत 11 जनवरी 2021 को बताई गई. उसका नरकंकाल 10 फ़रवरी 2021 को भानोली निवासी गोकुल जाट के सरसों के खेत में पड़ा मिला. उक्त साड़ी के पल्लू में लिखे मोबाइल नंबर को तकनीकी सहायता से पुलिस ने ट्रेस किया तो पता लगा कि उस नंबर पर आखिरी बात महावीर मीना और हरिराम मीना से हुई. यहीं से पुलिस को अहम सुराग मिला. जब दोनों संदिग्धों को बुलाकर पूछताछ हुई तो आखिर वे टूट गए और उन्होंने मामला कबूल कर लिया।जानकारी के मुताबिक, मृतका कमला पत्नी कालू मोग्या उम्र 35 वर्ष ढिकला गांव में झोपड़ी बनाकर रहते थे. उनके तीन बच्चे भी थे. तहकीकात में पता लगा कि बाद में कमला और उसका परिवार ढिकला गांव में महावीर मीना के खेत पर बटाई के रूप में काम करने लगे. इस दौरान महावीर और कमला के बीच अवैध सम्बंध बन गए और महावीर कमला को देवली और निवाई ले गया, जहां किराए का कमरा दिलवाकर वहीं छोड़ आया. इस दरम्यान वह बीच- बीच में कमला से मिलने निवाई भी गया. इस दौरान कमला चूंकि अपने बच्चों को छोड़कर आई थी, लिहाजा वह महावीर पर दबाव डालने लगी कि वह उसे पत्नी का दर्जा दे और अपने छोड़े गए बच्चे लेकर आए. गांव में हुई बदनामी से महावीर परेशान रहने लगा.
ऐसे दिया गया हत्या को अंजाम

आखिर उसने ये बात अपने मामा के लड़के हरिराम को बताई तो उन्होंने तय किया कि उसकी हत्या कर ठिकाने लगा दिया जाए. गत 10 जनवरी को महावीर और हरिराम दोनों बाइक से निवाई पहुंचे. जहां कमला के किराए के कमरे में ठहरे. फिर योजना बनाकर 12 जनवरी को दोनों आरोपी कमला को बाइक पर लेकर रवाना हुए और बाद में दोनों ने शराब पीकर केरली कुई के पास कमला की गला घोंटकर हत्या कर दी. बाद में उसका शव भानोली लाकर सरसों के खेत में डाल कर चले गए. लगभग एक महीने तक शव खेत में पड़ा रहा. बाद में नरकंकाल 10 फ़रवरी को पुलिस को बरामद हुआ. पुलिस ने इस कहानी की पुष्टि भी करवाई और मृतका के परिजनों राजू मोग्या, उसकी पत्नी रतनी, पुत्री से नरकंकाल के पास मिले डोरे, सुहाग के सामानों की शिनाख्त करवाई, जिसे परिजनों ने पहचान लिया.
क्या कहना है पुलिस का

घाड़ थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस द्वारा गठित टीम में रामेश्वर लाल उप निरीक्षक थाना अधिकारी घाड़, हरफूल हेड कॉन्स्टेबल, भेरूलाल हेड कॉन्स्टेबल, भागचंद कॉन्स्टेबल, बजरंग कांस्टेबल, मेघराज कॉन्स्टेबल, रामराज कॉन्स्टेबल, कन्हैयालाल कॉन्स्टेबल वहीं महिला पुलिस में ज्योति कॉन्स्टेबल घाड़ थाना साइबर सेल से सुरेश चंद हेड कॉन्स्टेबल इस टीम में अपना सहयोग दिया है

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