लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में रोजगार के अवसरों के लिए तैयार राजस्थान – डॉ. नीरज के. पवन

Editor-Dinesh Bhardwaj
जयपुर 18 फरवरी 2021  – राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम, राजस्थान सरकार ने लॉजिस्टिक्स स्किल काउंसिल (एल.एस.सी) के साथ ‘‘ लॉजिस्टिक्स सैक्टर स्किल कनैक्ट वर्कशॉप’’ का आयोजन किया। इस ऑनलाइन कार्यशाला का उद्देश्य कोविड-19 की वजह से लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में हुए परिवर्तन एवं इस क्षेत्र में बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए कौशल प्रशिक्षण एवं रोजगार के नए अवसरों का सृजन करने हेतु नवाचारों एवं उनके क्रियान्वन पर चर्चा करना था।
डॉ. नीरज के. पवन, शासन सचिव, कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग व अध्यक्ष, राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम ने श्री प्रदीप.के.गावंडे, प्रबंध निदेशक, राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के साथ इस चर्चा की अध्यक्षता की एवं सभी हितधारकों को निगम एवं लॉजिस्टिक्स स्किल काउंसिल (एल.एस.सी) के साथ मिलकर त्रिपक्षीय प्रयास करने का आह्वान किया, जिससे की युवाओं, उद्योगों एवं राज्य की अर्थव्यवस्था का बहुआयामी सर्वांगीण विकास हो सके।
कार्यशाला में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के मुख्य प्रतिनिधियों जैसे कि डीटीडीसी, गति-आवान इंडिया, ट्रांसपोर्ट एवं लॉजिस्टिक्स, स्पॉट ऑन लॉजिस्टिक्स, उडा़न, कार्वी, ई-कॉम एक्सप्रेस, स्किल कनैक्ट, फ्लिपकार्ट, टीसीआईएल, आरआईएल आदि सम्मिलित हुए एवं लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में कौशल विकास के अवसरो की वृद्धि के लिए सुझाव दिये। राजस्थान में लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में रोजगार की क्षमता का परिचय एवं कार्यशाला का संचालन कैप्टन रामानुजन, सी.ई.ओ, लॉजिस्टिक्स स्किल काउंसिल (एल.एस.सी) ने किया।
उल्लेखनीय है की लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के अंदर कौशल एवं रोजगार की प्रचुर संभावनाएं है एवं यह क्षेत्र देश की आपूर्ति श्रंखला प्रबंधन में महत्वपूर्ण भुमिका रखता हैं। लॉजिस्टिक्स क्षेत्र के कई उपक्रम जैसे कोरियर सेवा, परिवहन, एयरकार्गो, जल-परिवहन, भंडारण, आपात प्रबंधन आदि में नवाचारों एवं सुधार की प्रबल संभावनांए हैं, जिसके अन्तर्गत वृह्द स्तर पर रोजगार सृजन किया जा सकता है।
चर्चा के दौरान उपस्थित सभी उद्योग प्रतिनिधियों ने राजस्थान में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के साथ मिलकर कौशल विकास के क्षेत्र में कार्य करने के लिए रूचि दिखाई, जिससे की संबंधित उद्योगों में स्थानीय स्तर पर ही आवश्यक श्रमशक्ति की आपूर्ति की जा सके। निगम की ओर से डॉ.पवन ने उद्योगों को राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम एवं औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आई.टी.आई) द्वारा प्रशिक्षित युवाओं को शिक्षुता प्रशिक्षण एवं रोजगार देने की अपील की, साथ ही निगम के साथ प्रशिक्षण प्रदाता के रूप में जुड़कर निगम के नवाचार आर.टी.डी (रिक्रूट-टेªन-डिप्लॉय) तंत्र पर कार्य करने का प्रस्ताव रखा जिसके अन्तर्गत युवाओं को प्रशिक्षण से पूर्व ही प्रावधानिक रोजगार प्रदान करने के उपरान्त कौशल प्रशिक्षण प्रदान कर कार्यस्थ्ल पर नियुक्त किया जाता है।
ऐसे प्रयास युवाओं के मध्य कौशल के प्रति रूचि को बढ़ावा देंगे एवं राज्य के कौशल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत बनाने में सहायता करेंगे। कार्यशाला में राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम के राज्य एवं जिला स्तर के अधिकारी, कार्मिक एवं प्रशिक्षण प्रदाता संस्थान भी उपस्थ्ति थे।

 

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