टाटा पावर क्रिसिल के ईएसजी स्टोर्स में भारत की विद्युत कंपनियों के बीच टॉप रहा

राष्‍ट्रीय, 31 जुलाई, 2021: टाटा पावर, जो भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत कंपनी है, ने क्रिसिल द्वारा हाल ही में लॉन्‍च किये गये एनवायरमेंटल, सोशल एवं गवर्नेंस (ईएसजी) स्‍कोर्स में भारतीय विद्युत क्षेत्र की कंपनियों के बीच सर्वोच्‍च अंक हासिल किया। क्रिसिल, जो कि एसएंडपी ग्‍लोबल कंपनी है, भारत की अग्रणी, रेटिंग्‍स, डेटा, रिसर्च, एनालिटिक्‍स, एवं समाधान प्रदाता है।

टाटा पावर, टिकाऊ, अफोर्डेबल एवं इनोवेटिव एनर्जी के जरिए लाखों जिंदगियों को सशक्‍त बनाने के प्रति संकल्पित है। इसने पर्यावरणीय, सामाजिक एवं प्रशासनिक जैसे सभी ईएसजी मानकों पर शानदार प्रदर्शन किया है। इसने 100 में से शानदार 67 अंक हासिल किये। कंपनी ने पर्यावरणीय मानकों पर 61 और सामाजिक एवं प्रशासकीय मानकों पर क्रमश: 60 और 77 अंक हासिल किये हैं। क्रिसिल द्वारा स्‍वैच्छिक रूप से यह आकलन किया गया और यह सार्वजनिक रूप से उपलब्‍ध जानकारी पर आधारित है।

ईएसजी का पालन टाटा पावर की प्रमुख सोच रही है और यही इसके व्‍यावसायिक रणनीति को आगे बढ़ाती है। यह कंपनी के स्‍वच्‍छ ऊर्जा पोर्टफोलियो के विकास के रास्‍ते पर आगे बढ़ती है, अपने सामाजिक नवाचारों एवं प्रशासकीय प्रोटोकॉल्‍स का निर्णय लेती है। ईएसजी कंपनी के कार्य का आधार है और यह इसे एक नजरिया प्रदान करता है जिसके जरिए यह संगठनात्‍मक आवश्‍यकताओं एवं महत्‍वाकांक्षाओं को दायित्‍वपूर्ण व्‍यावसायिक समाधानों में बदल सके और स्‍थायित्‍वपूर्ण एवं समावेशी विकास पथ पर अग्रसर रहे।

अपने 2.0 बिजनेस प्‍लान के तहत, टाटा पावर विशेष तौर पर पर्यावरणीय पहलुओं पर जोर दे रहा है और इसने ऐसे साहसिक निर्णय लिये हैं जिनसे उत्‍पादन की दृष्टि से इसे कोल-आधारित विस्‍तार न करना पड़े। यह देश में मजबूत ईवी चार्जिंग फुटप्रिंट्स के विकास को गति देता है और यूटिलिटी बिजनेसेज के जरिए नवीकरणीय फुटप्रिंट्स (वर्तमान में 30 प्रतिशत से बढ़ाकर वर्ष 2030 तक 80 प्रतिशत) के विकास में संलग्‍न है। कंपनी को विश्‍वास है कि यह वर्ष 2050 से काफी पहले ही कार्बन न्‍यूट्रिलिटी को हासिल कर लेगी और इसका इरादा यूटिलिटी सस्‍टेनेबिलिटी पद्धतियों में वैश्विक अग्रणी बनने का है। इसने वर्ष 2026 तक 100 प्रतिशत वाटर न्‍यूट्रिलिटी और जीरो वेस्‍ट टू लैंडफिल्‍स हासिल करने के लिए भी सुस्‍पष्‍ट कार्य योजना तैयार कर ली है।

क्रिसिल ने अपनी हाल ही रिपोर्ट में भारत के 18 सेक्‍टर्स की 225 कंपनियों के ईएसजी स्‍कोर्स की घोषणा की और उनके ट्रैक रिकॉर्ड एवं डिस्‍क्‍लोजर मानकों की फैक्ट्रिंग की। इसमें भारतीय संदर्भ में प्रासंगिक सभी सामग्री ईएसजी मानकों का सापेक्षिक संपूर्ण क्षेत्रवार मूल्‍यांकन शामिल हैं और यह सार्वजनिक क्षेत्र एवं थर्ड पार्टी प्रदाताओं में उपलब्‍ध जानकारी पर आधारित है।

ये स्‍कोर्स क्रिसिल के प्रोप्रायटरीह फ्रेमवर्क पर आधारित है और ये स्‍कोर 1-100 के पैमाने पर दिये गये हैं, जिनमें 100 सर्वोत्‍तम कोटि का ईएसजी प्रदर्शन दर्शाता है। वर्तमान मूल्‍यांकन में वित्‍त वर्ष 2020 से लेकर तीन वार्षिक रिपोर्टिंग साइकल्‍स का विश्‍लेषण किया गया है।

टाटा पावर के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक, डॉ. प्रवीर सिन्‍हा ने बताया, इतना उच्‍चा स्‍कोर हासिल करना और भारतीय विद्युत क्षेत्र में प्रमुख रूप से ईएसजी केंद्रित कंपनी के रूप में उभरना हमारे लिए गर्व की बात है। हमारे प्रयासों को सम्‍मानित करने के लिए हम क्रिसिल को धन्‍यवाद देना चाहेंगे। ये स्‍कोर्स नये ईएसजी ट्रेंड्स के अनुरूप हमारे परिवर्तित बिजनेस मॉडल के सबूत हैं, जो टिकाऊ विकास हासिल करने के लिए उत्‍कृष्‍ट एवं स्‍केलेबल हैं।

टाटा पावर ने नवीकरणीय फुटप्रिंट्स, कार्बन उत्‍सर्जन, संसाधन उपलब्‍धता, अपशिष्‍ट प्रबंधन, जैवविविधता आदि जैसे प्रमुख क्षेत्रों को चिह्नित किया है। कंपनी ने साइंस-बेस्‍ड टार्गेट्स इनिशियेटिव (SBTi) के अनुरूप अपने उत्‍सर्जन कमी लक्ष्‍यों को भी तय किया गया है।

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