मुंबई, 23 अगस्त, 2021: मेट्रो ब्रांड्स लिमिटेड, जो भारत के सबसे बड़े फुटवियर स्पेशियाल्टी रिटेलर्स में से एक हैं और फुटवियर श्रेणी के महत्वाकांक्षी भारतीय ब्रांड्स में शामिल हैं (स्रोत: क्रिसिल रिपोर्ट), ने बाजार विनियामक – भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के यहां अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस फाइल किया है।
मेट्रो ब्रांड्स की योजना आईपीओ के जरिए फंड्स जुटाने की है। आईपीओ में कुल ₹ 250 करोड़ का फ्रेश इश्यू और विक्रेता शेयरधारकों द्वारा 21,900,100 इक्विटी शेयर्स तक का ऑफर फॉर सेल शामिल है। इक्विटी शेयर का अंकित मूल्य 5 रु. है।
कंपनी ने 1955 में मुंबई में मेट्रो ब्रांड के बैनर तले अपना पहला स्टोर खोला, और तब से पुरुषों, महिलाओं, यूनिसेक्स और बच्चों सहित पूरे परिवार, और कैजुअल एवं फॉर्मल इवेंट्स सहित हर अवसर के लिए ब्रांडेड उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला की खुदरा बिक्री करके, सभी जूते की जरूरतों के लिए वन-स्टॉप शॉप के रूप में विकसित हुई है।
31 मार्च, 2021 तक, भारत के 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 134 शहरों में मेट्रो ब्रांड्स के 586 स्टोर चल रहे थे।
कंपनी का प्रस्ताव है कि इश्यू से प्राप्त शुद्ध आय का उपयोग नए स्टोर खोलने और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्य के लिए खर्च के लिए किया जाए। मेट्रो ब्रांड्स मेट्रो, मोची, वॉकवे, दा विंची और जे. फोंटिनी के अपने ब्रांडों के साथ-साथ क्रॉक्स, स्केचर्स, क्लार्क्स, फ्लोर्सहाइम और फिटफ्लॉप जैसे कुछ तीसरे पक्ष के ब्रांडों के तहत फुटवियर की खुदरा बिक्री करता है।
ऑफर के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स एक्सिस कैपिटल लिमिटेड, एंबिट प्राइवेट लिमिटेड, डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स लिमिटेड, इक्विरस कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज लिमिटेड और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड हैं।
इक्विटी शेयरों को बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
पत्रिका जगत Positive Journalism