मुंबई, 07 सितम्बर, 2021ः टीचर्स डे के अवसर पर वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने अपने टीचर्स स्काॅलरशिप प्रोग्राम के लाभार्थियों को सम्मानित करने के लिए ‘वोडाफ़ान आइडिया टीचर्स डे काॅन्क्लेव 2021’ का आयोजन किया। सम्मेलन में सरकार, शैक्षणिक संस्थानों और फाउन्डेश से प्रख्यात प्रवक्ताओं ने हिस्सा लिया और समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अध्यापकों के कार्य एवं योगदान को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले प्रतिभागियों में शामिल थेः श्री सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह, डायरेक्टर- एससीईआरटी और बेसिक एजुकेशन- उत्तर प्रदेशः श्री ओ एल मंडलोई, एडिशनल डायरेक्टर- आरएसके, मध्यप्रदेश; डाॅ देवांग विपिन खखर, पूर्व निदेशक, इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलाॅजी- मुंबई, श्री पी बालाजी, चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड काॅर्पोरेट अफ़ेयर्स आॅफिसर, वीआईएल एण्ड डायरेक्टर, वोडाफ़ोन फाउन्डेशन आदि शामिल थे। दिग्गजों ने इस महत्वपूर्ण दिन पर अपने विचार प्रस्तुत किए और देश के युवाओं को अच्छे नागरिक के रूप में विकसित करने में अध्यापकों की भूमिका पर रोशनी डाली।
पी. बाला जी, चीफ़ रेग्युलेटरी एण्ड काॅर्पोरेट अफे़यर्स आॅफिसर, वीआईएल एवं डायरेक्टर, वोडाफ़ोन फाउन्डेशन ने कहा ‘‘राष्ट्र निर्माण में अध्यापकों की भूमिका को सम्मानित करने के लिए टीचर्स डे का जश्न मनाया जाता है। वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन में हमारा मानना है कि लर्निंग हर व्यक्ति के जीवन का अभिन्न हिस्सा है जो उन्हें अपने लक्ष्य हासिल करने में मदद करती है। हम विभिन्न अभियानों जैसे जिज्ञासा, गुरूशाला तथा अध्यापक एवं छात्र छात्रवृत्ति प्रोग्राम के माध्यम से समाज कल्याण के लिए लर्निंग को बढ़ावा देना चाहते हैं और लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करना चाहते हैं तो आगे चलकर उनका भविष्य बेहतर और उज्जवल बने और वे राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें।’’
श्री सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह, डायरेक्टर एससीईआरटी एवं बेसिक एजुकेशन, यूपी ने कहा, ‘‘छात्र अक्सर अध्यापकों से ही बेहतर तरीके से सीख सकते हैं, जिन्हें वे पसंद करते हैं और जिनका वे सम्मान करते हैं। अगर आप एक अच्छे अध्यापक हैं तो आपके छात्र आपको पसंद करेंगे और वे आपसे सीखेंगे भी। हम उनके लिए एक सकारात्मक माहौल का निर्माण करना चाहते हैं तो वे जीवन में सफल हो। छात्रों को सही समाधान उपलब्ध कराना हमारा कर्तव्य है।’’
डाॅ देवांग विपिन खखर, पूर्व निदेशक, इंडियन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलाॅजी, मुंबई ने कहा, ‘‘समय के साथ हमारे पढ़ाने के तरीकों में टेक्नोलाॅजी का उपयोग बहुत अधिक बढ़ गया है, जिसकी मदद से आज अध्यापक ज़्यादा से ज़्यादा छात्रों तक पहुंच सकते हैं। ये तकनीकें छात्रों को भी खुद-लर्निंग में सक्षम बनाती हैं और वे विषय को ज़्यादा बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।’’
वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने वोडाफ़ोन आइडिया टीचर्स स्काॅलरशिप प्रोग्राम 2021 के कुछ विजेताओं को भी सम्मानित किया, जिसके तहत फाउन्डेशन ने भारत के 22 राज्यों में 110 अध्यापकों को 1 लाख रु की छात्रवृत्ति वितरित की है। अध्यापकों ने भी अपने अनुभव साझा किए और छात्रवृत्ति प्राप्त होने पर भावनात्मक संदेश देते हुए बताया कि कैसे यह डिजिटल लर्निंग के मौजूदा दौर में उनके लिए मददगार साबित होगी।
इस अवसर पर, वोडाफ़ोन आइडिया फाउन्डेशन ने एक पुस्तक ‘टीचर्स डायरी’ का अनावरण भी किया- यह पुस्तक सभी अध्यापकों के प्रति आभार का प्रतीक है जिन्होंने छात्रों को सशक्त बनाकर उनके उज्जवल भविष्य और राष्ट्र निर्माण में योगदान दिया है और अभी भी अपने इन प्रयासों को जारी रखे हुए हैं। ‘टीचर्स डायरी’ एक पत्रिका है जो तकनीक की क्षमता पर आधारित ऐसी कहानियों पर रोशनी डालती है, जो बताती हैं कि किस तरह से अध्यापक तकनीक की क्षमता के द्वारा ज़्यादा से ज़्यादा छात्रों के साथ जुड़ रहे हैं।
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