महिंद्रा एंड महिंद्रा ने मोबाइल ऐप्स के कृष-ई सुइट के रिलीज के लिए मनोज बाजपेयी को नया ब्रांड एंबेसडर बनाया

मुंबई, 14 अक्टूबर, 2021: कृष-ई, जो महिंद्रा एंड महिंद्रा का नया फार्मिंग ऐज ए सर्विस (FaaS) बिजनेस है, ने आज किसानों के लिए उपयोगी दो नए ऐप्स को रिलीज किया। इन दोनों ऐप्स के नाम हैं – कृष-ई ऐप्प और कृष-ई निदान ऐप्प। भारतीय फिल्म अभिनेता, मनोज वाजपेयी नए ब्रांड एंबेसडर के रूप में कृष-ई के पहले डीवीसी में दिखायी देंगे।

वर्ष 2020 में लॉन्च किया गया, कृष-ई महिंद्रा का एक नया व्यावसायिक खंड है जो किसानों को उन्नतिशील, किफायती एवं पहुंच योग्य तकनीक-आधारित सेवाएं प्रदान करता है। ओम्नीचैनल मौजूदगी के साथ, कृष-ई का उद्देश्य संपूर्ण फसल चक्र के दौरान फिजिकल एवं डिजिटल सेवाओं के जरिए किसानों की आमदनी को बढ़ाना है। नए डीवीसी के जरिए किसानों को कृष-ई ऐप के विशिष्ट लाभों के बारे में बताया जायेगा। देश के बहुमुखी प्रतिभा के धनी और जमीन से जुड़े अभिनेताओं में से एक, मनोज वाजपेयी इस डीवीसी में नजर आयेंगे।

नए डीवीसी के जरिए, कृष-ई किसानों द्वारा उनके कृषि कार्यों की योजना बनाने एवं निष्पादन करने में सामना की जाने वाली चुनौतियों को रेखांकित करेगा और साथ ही यह भी बतायेगा कि किस तरह से कृष-ई ऐप्स ऑडियो एवं वीडियो कंटेंट का उपयोग करके विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग फसलों एवं क्षेत्रों में विशेषज्ञ परामर्श एवं सर्वोत्तम कृषि पद्धतियों के बारे में जानकारी देकर सहायता करते हैं।

कृष-ई मोबाइल ऐप्स के लॉन्‍च और मनोज वाजपेयी के साथ गठबंधन के बारे में बताते हुए, महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के प्रेसिडेंट – फार्म इक्विपमेंट सेक्‍टर, हेमंत सिक्का ने कहा, ”कृष-ई ऐप्‍स कृषि परिणामों को बेहतर बनाने पर केंद्रित हैं। हमारे ऐप्स का आज लॉन्च किया जाना हर मायने में कृषि में बदलाव, जीवन में समृद्धि के महिंद्रा के व्‍यापक उद्देश्य के प्रति संकल्‍प को दर्शाता है। एग्रोनॉमी और डेटा-आधारित कृषि की ताकत को किसानों के हाथों में सौंपकर हम किसानों को उनकी प्रति एकड़ आय को बढ़ाने में मदद कर रहे हैं। हम मनोज बाजपेयी का हमारे साथ जुड़ने को लेकर रोमांचित हैं। उनका जमीन से जुड़ाव उन्‍हें बेहद लोकप्रिय बनाता है। मनोज के व्यक्तित्व में प्रामाणिकता, साहस और विनम्रता का सुंदर समावेश है जो कि हमारे ब्रांड के मूल्‍यों से मेल खाता है। मनोज के जुड़ने के साथ, हमें विश्‍वास है कि कृष-ई ब्रांड और अधिक मजबूत होगा।”

कृष-ई ऐप्प वैज्ञानिक, क्षेत्र-वैधांकित और वैयक्तिकृत फसल परामर्श प्रदान करता है जिसे किसानों के लिए आसानी से पालन किये जा सकने योग्‍य, आसानीपूर्वक समझे जा सकने योग्य प्रारूप में प्रस्तुत किया जाता है

  • 8 विभिन्‍न भारतीय भाषाओं में गन्‍ना, आलू, सोयाबीन, मिर्च और चावल से जुड़ा विशेषज्ञ परामर्श
  • ‘क्रॉप कैलेंडर’, ‘फर्टिलाइजर कैल्‍कुलेटर’ और स्‍प्रे कैल्‍कुलेटर जैसे विभिन्‍न गतिविधि मॉड्युल्‍स के जरिए संपूर्ण परामर्श
  • सभी तरह के लेनदेन का रिकॉर्ड रखने के लिए डिजिटल डायरी, जिसे ‘डिजिटल खाता’ का नाम दिया गया है
  • किसानों को उनके वित्‍त का हिसाब रखने में सहायता के लिए ‘लेन-देन डायरी’
  • किसानों के लिए इन-ऐप्प ‘हेल्पलाइन’, जिसकी मदद से वो कृष-ई सहायकों से जुड़ सकते हैं और अपने सवालों का जवाब पा सकते हैं
  • फार्म मशीनरी जिसे किसानों द्वारा कृष-ई टोल फ्री नंबर के जरिए किराये पर खरीदा जा सकता है और यह यंत्रीकरण से जुड़ी सभी जरूरतें पूरी करता है

दूसरी तरफ, कृष-ई निदान ऐप्प फसल की बीमारी का वास्‍तविक समय में पहचान कराने वाला ऐप्‍प है जिसकी मदद से किसान 20 से अधिक सर्वाधिक लोकप्रिय फसलों को प्रभावित करने वाले सामान्‍य रोगों एवं कीटों की पहचान कर सकते हैं। यह ऐप्‍प कीट/रोग संक्रमण को सटीकता के साथ तुरंत पहचान करने में मदद करता है और रियल-टाइम आधार पर समाधान प्रदान करता है। कृष-ई निदान का टैगलाइन है – ‘फोटो लो, रोग जानो’। यह अत्‍यंत विशेषीकृत मोबाइल ऐप्प समाधान है जिसमें दो उत्‍कृष्ट तकनीकों का उपयोग किया गया है: इमेज रिकॉग्निशन और मशीन लर्निंग। किसानों को बस प्रभावित क्षेत्र के साथ अपनी फसल की स्‍पष्‍ट तस्‍वीर ऐप्‍प पर अपलोड करनी होती है। चंद सेकंड के भीतर, यह एप्लिकेशन उस फसल को प्रभावित करने वाले रोग या कीट की पहचान कर लेगा और उसके लिए निवारक एवं निरोधक उपाय का परामर्श देगा।

गूगल प्ले स्टोर पर दोनों ही ऐप्स नि:शुल्क उपलब्‍ध हैं।

ओम्‍नी-चैनल एप्रोच के साथ, कृष-ई एग्रोनॉमी, मेकेनाइजेशन एवं डिजिटलीकरण की शक्ति के साथ कृषि परिणामों में बदलाव ला रहा है। 90 से अधिक कृष-ई स्‍टोर्स और लगभग 3,500 डेमो प्लॉट्स की ऑन-ग्राउंड मौजूदगी के साथ, कृष-ई किसानों के साथ मिलकर काम करते हुए दृश्यात्मक परिणाम ला रहा है। कृष-ई के जरिए, महिंद्रा ‘चैंपियन फार्मर्स’ के देश का निर्माण कर रहा है।

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