गोदरेज सिक्योरिटी सोलयूशंस ने सेफ डिपॉजिट लॉकर्स के लिए आरबीआई के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार गोदरेज इंटेली ऐक्सेस लॉन्च करने की घोषणा की

मुंबई, 26 नवंबर 2021 : गोदरेज ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी गोदरेज एंड बॉयस ने आज यह घोषणा की कि कंपनी के बिजनेस डिविजनों में से एक, गोदरेज सिक्योरिटी सोल्यूशंस ने नए युग का लॉकर सिस्टम, गोदरेज-इंटेली एक्सेस लॉन्च किया है। यह नए जमाने का लॉकर सिस्टम है, जो बैकिंग संस्थाओं को बदलने के लिए पूरी तरह तैयार है।

भारत के सबसे विश्वसनीय और प्रमुख सिक्योरिटी ब्रांड्स में से एक, गोदरेज सिक्योरिटी सोल्यूशंस ने बैंकों में उच्च तकनीक से लैस सेफ्टी लॉकर्स लॉन्च किए हैं। इन सेफ डिपाजिट लॉकर्स को अगस्त 2021 में जारी भारतीय रिजर्व बैंक के संशोधित दिशा-निर्देशों की पृष्ठभूमि में लॉन्च किया गया है।

संशोधित इंफ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा मानकों के अनुसार नए लॉन्च किए गए गोदरेज इंटेली-ऐक्सेस को सिस्टम की कमियों को दूर करने और इंटेंजिलेंट ऑटोमेशन से उपभोक्ताओं का अनुभव बढ़ाने के लिहाज से डिजाइन किया गया है। उच्च तकनीक से लैस सुरक्षित डिपॉजिट लॉकर मुहैया कराकर उपभोक्ताओं को लॉकर तक बिना चाभी की मदद से पहुंचने की सुविधा दी गई है। इससे मानवीय दखल पर निर्भरता कम से कम करके जालसाजी और धोखाधड़ी की आशंका खत्म कर दी गई है। इस प्रॉडक्ट के कुछ प्रमुख फीचर्स में अंगूठे के निशान से वेरिफिकेशन शामिल है, जो बायो-सिग्नेचर की पुष्टि करती है। इंटरएक्टिव नेटवर्क वास्तविक उपभोक्ताओं को प्रमाणित करती है। इससे उन्हें तत्काल बिना चाभी के अपने लॉकर्स तक पहुंच की सुविधा दी जाती है, जिससे लॉकर तक किसी को अनधिकृत ढंग से पहुंचने की इजाजत नही मिलती। स्मार्टकार्ड या बायोमीट्रिक से अनलॉकिंग काफी आसान हो जाती है।

गोदरज सिक्योरिटी सोल्यूशंस के मार्केटिंग और सेल्स विभाग के वाईस प्रेसिडेंट और ग्लोबल हेड, श्री पुष्कर गोखले ने कहा कि, आरबीआई के नए संशोधित दिशा-निर्देश से सुरक्षा का एक संपूर्ण इकोसिस्टम बनाने और भारत में बैंकिंग के भविष्य को बदलने के लिए पूरी तरह तैयार है। हमारा विश्वास है कि यह सभी हितधारकों की जीत की स्थिति को सुनिश्चित करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा। गोदरज सिक्योरिटी सोल्यूशंस में हम सुरक्षा संबंधी समाधान प्रदान करने की दिशा में सबसे बड़े सप्लायर हैं। हम देश भर के सभी प्रतिष्ठित बैंकों में उपभोक्ताओं को सेफ डिपॉजिट लॉकर्स उपलब्ध कराते हैं। आरबीआई के संशोधित दिशा-निर्देशों के साथ गोदरेज सिक्युरिटी सोल्यूशंस में इंडस्ट्री में कंपनी के पास मजबूती से अपना स्थान बनाने और मार्केट में अपने शेयर बढ़ाने की असीम संभावनाएं हैं। हमें इस प्लेटफॉर्म पर हाई-फाई तकनीक से लैस स्मार्ट सेफ्टी लॉकर्स, गोदरेज इंटेली एक्सेस को लॉन्च करने की घोषणा से बहुत खुशी हो रही है। यह नए तरीके का बैंक लॉकर है, जों बैंकों में आपकी मूल्यवान संपत्ति की सुरक्षा को और पुख्ता बनाएगा।  साइबर क्रिमिनल्स को धोखाधड़ी के नए तरीके आजमाने से रोकने और बैंकों के कामकाज में लचीलापन आने के साथ गोदरेज सिक्युरिटी सोल्यूशंस 120 से ज्यादा सालों से लगातार बैंकों को नए-वित्तीय समाधान मुहैया करा रहा है। इस समय यह ब्रैंड देश मे बैंकिंग संस्थाओं को 100 से ज्यादा प्रॉडक्ट्स ऑफर कर रहा है, जिसमे सिक्योनेक्स और ऑटो वॉल्ट जैसे स्मार्ट सेफ्टी डिपॉजिट लॉकर शामिल है। इसे यूजर्स की जरूरतों और इच्छाओं को ध्यान में रखकर बिल्कुल नई प्रक्रिया से बनाया गया है।

इस लॉन्चिंग का जश्न “सिक्योर स्पेसेज” के नाम से विख्यात सालाना कॉन्क्लेव में मनाया गया। इस वर्ष की थीम “फ्यूचर ऑफ बैंकिंग-बिल्डिंग अ सिक्य़ोर इकोसिस्टम” थी।

इस अवसर पर बैंकिंग इंडस्ट्री के कई दिग्गज मौजूद थे, जिसमें स्टेट बैक ऑफ इंडिया के चीफ सिक्युरिटी ऑफिसर प्रवीण शिंदे, पजाब नेशनल बैंक के सीएसओ कर्नल तेजिंदर सिह शाही, बैंक ऑफ इंडिया के सीएसओ कर्नल अखिलेश, यूको बैंक के सीएसओ सुजीत मंडल तथा बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व सीएसओ कैप्टन राकेश पटनी शामिल थे। इन दिग्गजों ने रिजर्व बैंक की ओर से जारी नई गाइलाइंस पर विचार विमर्श किया, जिससे पूरी बैंकिंग इंडस्ट्री और बैंकों के उपभोक्ताओं पर काफी गहरा प्रभाव पड़ेगा।

चर्चा से अलग-अलग विचारों के साथ महत्वपूर्ण विविध जानकारी सामने आई

इस वर्चुअल पैनल में हुई चर्चा अलग-अलग पहलुओं पर आधारित थी, जिससे भारत में बैंकिंग का भविष्य पूरी तरह से बदल जाएगा। पैनल में इस बात पर चर्चा की गई कि इससे उपभोक्ताओं के लिए किस तरह ज्यादा सुरक्षित इको सिस्टम बनाया जा सकता है। बैंकिंग के सरल, समग्र और सुरक्षित अनुभव की तलाश कर रहे उपभोक्ताओं में यह ट्रेंड प्रमुख रूप से नजर आता है। पैनल डिस्कशन के माध्यम से इंडस्ट्री के अलग-अलग विशेषज्ञों ने इस विषय पर अपने विचार साझा किए कि किस तरह आज बैंकों को संचालन के लिए ज्यादा चुस्त-दुरुस्त प्रणाली अपनाने की जरूरत है। इसके साथ ही विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि किस तरह उपभोक्ताओं की बढ़ती उम्मीदों और नियामक जरूरतों को पूरा करने के लिए बैंक अपने कामकाज में ज्यादा लचीलापन ला सकते हैं। (यह बदलाव के अधीन हैं।)

बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व सीएसओ और सेशन मॉडरेटर कप्ट पटनी ने कहा कि, जहां तक डिजिटल बैंकिंग के अनुभव की बात है, हम उपभोक्ताओं की उम्मीदों में बदलाव होते हुए देख रहे हैं। मौजूदा समय में डिजिटल टेक्नोलॉजी जिदगी के हर पहलू में प्रमुख भूमिका निभा रही है। बैंकों का उपभोक्ताओं को डिजिटाइज और हाई टेक सिक्योरिटी सोल्यूशंस प्रदान करना बहुत जरूरी हो गय़ा है। यह इंडस्ट्री के सभी दिग्गजों के लिए एक साथ आकर उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित इकोसिस्टम बनाने का बिल्कुल सही मौका और परफेक्ट टाइम है। हाल में कई गई विलय के नतीजे के तौर पर बैंकों के साथ उपभोक्ताओं की उम्मीदें भी काफी अलग-अलग हैं। यह ट्रेंड खासतौर से विलय किए गए बैंकों में साफ नजर आ रहा है। इन बैंकों के सप्लायर और ओईएम को इस पहलू को महसूस करना चाहिए और उपभोक्ताओं की उम्मीदों को पूरा करने के लिए आगे आना चाहिए।

गोदरेज सिक्युरिटी सोल्यूशंस का लक्ष्य डिजिटल टेक्नोलॉजी बेस्ड प्रॉडक्ट्स में 12-15 प्रतिशत निवेश करना बरकरार ऱखना है। कंपनी आवासीय, इंडस्ट्रियल और बिजनेस संस्थानों में संपूर्ण हाईटेक सिक्युरिटी सोल्यूशंस मुहैया कर देश में सुरक्षा संबंधी गैप को पाटने में प्रमुख भूमिका निभा रही है।

1990 से पहले के दशक के दरवाजों के लिए स्मार्ट लॉकर्स और मजबूती के समाधान उपलब्ध कराने और मौजूदा लॉकर्स के लिए रेट्रोफिटिंग सोल्यूशंसकी लॉन्चिंग से बैंक को अपने सुरक्षा के आधारभूत ढाँचे को अपग्रेड करने में मदद मिलेगी, जिससे वह रिजर्व बैंक की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का उचित ढंग से पालन कर सकेंगे और भविष्य के लिए तैयार रह सकेंगे।

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